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Saye Me Dhoop Class 11 Hindi Question Answer
साये में धूप प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. आखिरी शेर में गुलमोहर की चर्चा हुई है। क्या उसका आशय एक खास तरह के फूलदार वृक्ष से है या उसमें कोई सांकेतिक अर्थ निहित है ? समझाकर लिखें।
उत्तर – निश्चित रूप से गुलमोहर ग्रीष्म त्रतु में लहलहाने वाला फूलदार वृक्ष है पर कवि ने इसके द्वारा सकितिक अर्थ को प्रकट किया है। यह घना छायादार पेड़ अपने घर, नगर और देश में प्राप्त होने वाले कष्टों से राहत प्राप्त होने का प्रतीक है। यह हमारे जीवन का आधार है। यह परायों के सुखों और जीवन का भी प्रतीक है। हम अपना जीवन जीते हुए दूसरों के जीवन को सुखमय बनाए ऐसा कवि चाहता है।
प्रश्न 2. पहले शेर में ‘चिराग’ शब्द एक बार बहुवचन में आया है और दूसरी बार एकवचन में अर्थ एवं काव्य सौंदर्य की दृष्टि से इस का क्या महत्त्व है ?
उत्तर – कवि ने पहले शेर में ‘चिरागाँ’ शब्द का बहुवचन रूप में प्रयोग किया है जो हर घर को सरकार की ओर से दिए जाने वाली सुख-सुविधाओं का द्योतक है दूसरी बार कवि ने ‘चिराग’ शब्द का एकवचन में प्रयोग किया है जो जनता को सुख आराम प्रदान करने वाली केंद्रीय सत्ता का बोध कराता है। सरकार का कार्य है कि वह जनता को सुख-सुविधाएँ प्रदान कराने की व्यवस्था करे पर सरकार ही ऐसी नहीं है जो ऐसा कर सके। कवि ने एक ही शब्द का प्रतीकात्मक और लाक्षणिक शब्द कर के अपनी कल्पना क्षमता का अद्भुत परिचय दिया है।
प्रश्न 3. ग़ज़ल के तीसरे शेर को गौर से पढ़ें। यहाँ दुष्यंत का इशारा किस तरह के लोगों की ओर है ?
उत्तर – कवि ने इस शेर में उन लोगों की तरफ संकेत किया है जो किसी भी स्थिति को सहज रूप से स्वीकार कर लेने को तैयार रहते हैं। अन्याय होने पर भी वे विरोध का स्वर ऊँचा नहीं करते बल्कि उस अन्याय को अपना भाग्य मान लेते हैं।
प्रश्न 4. आशय स्पष्ट करें
तेरा निजाम है सिल दे जुबान शायर की
ये एहतियात ज़रूरी है इस बहर के लिए।
उत्तर – शायर अपने भावों को प्रकट करता है, अन्याय करने के लिए सरकार का विरोध करता है, जनता को जागरूक बनाता है इसलिए शायर को भय है कि सरकार उसकी जुबान को सिल देगी, सदा के लिए शांत कर देगी। छंद के बंधन की जो आवश्यकता गजल को होती है वैसा ही भय सरकार को भी डराता है इसलिए वह किसी भी स्थिति को उत्पन्न कर सकती है।