‘माता का आँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वरनाथ से भोलानाथ कैसे पड़ा ? Class 10 Hindi माता का आँचल- कृतिका भाग 2

Class 10 Hindi कृतिका भाग 2 chapter 1 माता का आँचल / mata ka anchal Question Answer for CBSE, HBSE, RBSE, Up Board, MP Board


प्रश्न. ‘माता का आँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वरनाथ से भोलानाथ कैसे पड़ा ?

उत्तर – लेखक के पिता सुबह जल्दी उठते थे। वे अपने साथ-साथ लेखक और उसके भाई को भी उठा देते थे और उन्हें नहलाकर कर पूजा में बिठाते थे। पूजा पूरी होने के बाद में दोनों बेटों के माथे पर चंदन की अर्धचंद्राकार दिखाई बनाते थे। लेखक और उसके भाई दोनों पर लंबे बाल होने की वजह से यह भभूत बहुत अच्छी लगती थी। इसीलिए पिता लेखक को भोलानाथ कहकर पुकारते थे। इसी प्रकार ‘माता का आँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वर नाथ से भोलनाथ पड़ गया।


 

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