बादल राग Class 12 Hindi Summary – आरोह भाग 2 NCERT Solution

NCERT Solution of Class 12 Hindi आरोह भाग 2 बादल राग Summary for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board,  Up Board, RBSE and Some other state Boards. We Provides all Classes पाठ का सार, अभ्यास के प्रश्न उत्तर और महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर , MCQ for score Higher in Exams.

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NCERT Solution of Class 12th Hindi Aroh Bhag 2 /  आरोह भाग 2 बादल राग / Badal Raag Kavita ( कविता ) ka Sar / Summary Solution.

बादल राग Class 12 Hindi Chapter 6 Summary


सूर्यकांत त्रिपाठी निराला आधुनिक हिंदी साहित्य के छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। निराला जी साम्यवादी चेतना से प्रेरित कवि हैं। बादल राग इनकी ओजपूर्ण कविता है। इस कविता को उनकी सुप्रसिद्ध काव्य संग्रह ‘अनामिका’ से लिया गया है। इसमें उन्होंने शोषक वर्ग के प्रति घृणा और शोषित वर्ग के प्रति गहरी सहानुभूति और करुणा के भाव अभिव्यक्त किए हैं। निराला जी की सहानुभूति पूर्ण रूप से पूंजीपति वर्ग के विरोध में खड़ी शोषित और कृषक वर्ग के प्रति हैं। अमीरों ने ही दीन हीन वर्क के शोषण में अपार सुख समृद्धि की प्राप्ति की है। अपनी ऊंचे ऊंचे महल खड़े कर लिए हैं। वे चाहते हैं कि शोषित वर्ग एक साथ मिलकर पूंजी पतियों के विरुद्ध विद्रोह की लहर उत्पन्न करें। क्रांति की मशाल जगाए और पूंजीपतियों को नष्ट कर दे। क्रांति के बादलों की घोर गर्जना सुनकर धनी और पूंजीपति वर्ग के लोग डर से कांप उठते हैं। तब उन्हें गरीबों के साथ किए गए अपने व्यवहार क याद आ जाती है। उसे अपने पाप डराने लगते हैं। उसे अब लूट जाने और मारे जाने का डर सताने लगता है।

वह अपनी अति सुंदर पत्नी की निकटता पाकर भी डर से कांपते रहते हैं। उसे प्रतीत होता है कि अब उसे कोई नहीं बचा सकता। प्रेम, सौंदर्य, कल्पना, रहस्यवाद, प्रकृति चित्रण आदि भावों की प्रधानता कविता में दिखाई देती है पर’ बादल राग’ में उनका प्रगतिवादी पक्ष दिखाई पड़ता है। जिसमें कभी नहीं दिन इन लोगों का सजीव चित्रण करते हुए पूंजी पतियों के विनाश की कामना की है। वे समाज में परिवर्तन लाना चाहते हैं। वे पूंजी पतियों को क्रांति से मिटा कर दीन-हीन के सुखों की कामना करते हैं।


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