बादल राग Class 12 Hindi Question Answer – आरोह भाग 2 NCERT Solution

NCERT Solution of Class 12 Hindi आरोह भाग 2 बादल राग Question Answer for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board,  Up Board, RBSE and Some other state Boards. We Provides all Classes पाठ का सार, अभ्यास के प्रश्न उत्तर और महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर , MCQ for score Higher in Exams.

Also Read:Class 12 Hindi आरोह भाग 2 NCERT Solution

  1. Also Read – Class 12 Hindi आरोह भाग 2 Solution in Videos
  2. Also Read – Class 12 Hindi अभिव्यक्ति और माध्यम Solution in Videos
  3. Also Read – Class 12 Hindi वितान भाग 2 Solution in Videos

NCERT Solution of Class 12th Hindi Aroh Bhag 2 /  आरोह भाग 2 बादल राग / Badal Raag Kavita ( कविता ) Question Answer Solution.

बादल राग Class 12 Hindi Chapter 6 Question Answer


प्रश्न 1. ‘अस्थिर सुख घर दुःख की छाया’ पंक्ति में दुःख की छाया किसे कहा गया है और क्यों ?

उत्तर – इस पंक्ति में ‘अस्थिर सुख पर दुख की छाया’ इसीलिए कहा है क्योंकि सुख-दुख हमारे जीवन में आते जाते रहते हैं कभी सुख है तो कभी दुख।


प्रश्न 2. अशनि पात से शापित उन्नत शत- शत वीर पंक्ति में किसकी ओर संकेत किया गया है?

उत्तर – इस पंक्ति से तात्पर्य है कि बादलों की गर्जना और बिजली के गिरने की उन्नति के शिखर पर चढ़े हुए सैकड़ों हजार वीर पुरुष पृथ्वी पर गिर जाते हैं अर्थात पूंजीपति वर्ग के लोग भयभीत हो हो उठते हैं। शोषक वर्ग के लोग जो अत्यंत धैर्य के साथ निरंतर ऊंचे ऊंचे जाना चाहते हैं घायल होकर नष्ट हो जाते हैं।


प्रश्न 3. ‘विप्लव-रव से छोटे ही शोभा पाते ‘ पंक्ति में विष्लव-रव से क्या तात्पर्य है ? छोटे ही है शोभा पाते ऐसा क्यों कहा गया है?

उत्तर – कवि का अभिप्राय यह है कि निम्न वर्ग सदा क्रांति से आनंदित हो उठता है। उसे क्रांति के स्वरों से डर नहीं लगता। फिर क्रांति की गर्जना से छोटे ही अर्थात जनसामान्य वर्ग के गरीब लोग ही शोभा प्राप्त करते हैं। क्रांति का सबसे अधिक लाभ निम्न वर्ग के शोषित वर्ग के लोगों को ही प्राप्त होता है।


प्रश्न 4. बादलों के आगमन से प्रकृति में होने वाले किन-किन परिवर्तनों को कविता रेखांकित करती है?

उत्तर – शोषित समाज के लोग तो तुम्हारी घनघोर गर्जना को सुन सुन कर हंसते रहते हैं और आनंद मग्न हो उठते हैं। जब तुम भयंकर गर्जना करके बरसते हो तो बड़े बड़े बड़े तो धरती पर आ जाते हैं लेकिन छोटे से पौधे खिल उठते हैं। वे अपार हरियाली से युक्त होकर प्रसन्नत से हिल – हिलकर खिलखिलाते हुए हाथ हिलाकर तुझे बुलाते रहते हैं। बादलों के आगमन से प्रकृति में इसी प्रकार के परिवर्तन दिखाई देते हैं।


Leave a Comment

error: