भारत  : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी Class 6 भूगोल Chapter 8 Notes – NCERT Solution

Class 6 Geography ( भूगोल ) भारत  : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी Notes NCERT Solution in Hindi. NCERT Class 6 Bhugol Notes, Textual Question Answer and Important Question Answer in Hindi also Available for Various Board Students like HBSE, CBSE, UP board, Mp Board, RBSE and some other State Boards.

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NCERT Solution for Class 6 Geography chapter 8 notes in Hindi / भूगोल भारत  : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी / Bharat jalvayu vanaspati tatha vany prani Notes.

भारत  : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल Chapter 8 Notes


मौसम – वायुमंडल में दिन प्रतिदिन होने वाले परिवर्तन को मौसम कहते हैं। इसमें तापमान, वर्षा तथा सूर्य का विकिरण इत्यादि शामिल है।

शीत ऋतु – जब उत्तरी गोलार्ध सूर्य से दूर चला जाता है। उस समय सूर्य की किरणें भारत पर सीधी नहीं पड़ती हैं। जिसके परिणाम स्वरूप उत्तर भारत का तापमान कम हो जाता है।

ग्रीष्म ऋतु – जब उत्तरी गोलार्ध पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती है। उस समय भारत का तापमान बहुत अधिक हो जाता है। दिन के समय गर्म एवं शुष्क हवा बहती है जिसे लू कहा जाता है।

दक्षिण पश्चिम मानसून या वर्षा का मौसम –

यह मानसून के आने तथा आगे बढ़ने का मौसम होता है। इस समय हवा बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से स्थल की ओर बहती है। वे अपने साथ नमी भी लाती है। जब यह हवा पहाड़ों से टकराती है तब वर्षा होती है।

मानसून के लौटने का मौसम या शरद् ऋतु –

इस समय पवन स्थल भागो से लौटकर बंगाल की खाड़ी की ओर बहती है। यह मॉनसून के लौटने का समय होता है। भारत के दक्षिणी भागों में इस मौसम में वर्षा होती है।

जलवायु – किसी स्थान पर अनेक वर्षों में मापी गई मौसम की औसत दशा को जलवायु कहते हैं। भारत की जलवायु को मानसूनी जलवायु कहा जाता है।

मानसून शब्द अरबी भाषा के मौसिम शब्द से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है मौसम। भारत की स्थिति उष्ण कटिबंध में होने के कारण अधिकतर वर्षा मानसूनी पवन से होती है। भारत में कृषि वर्षा पर निर्भर करती है। अच्छे मानसून का मतलब होता है पर्याप्त वर्षा तथा प्रचुर मात्रा में फसलों का उत्पादन।

किसी स्थान की जलवायु उसकी स्थिति, ऊंचाई, समुद्रों से दूरी तथा उच्चावच पर निर्भर करती है। राजस्थान में जैसलमेर तथा बीकानेर बहुत गर्म स्थान है। जबकि जम्मू तथा कश्मीर में बर्फीली ठंड पड़ती है। तटीय क्षेत्र जैसे मुंबई तथा कोलकाता की जलवायु मध्यम है। विश्व में सबसे अधिक वर्षा मेघालय में स्थित मौसिनराम में होती है जबकि राजस्थान के जैसलमेर में कई बार बारिश होती ही नहीं है।

प्राकृतिक वनस्पति – घास, झाड़ियां तथा पौधे जो बिना मनुष्य की सहायता के उपजते है उन्हें प्राकृतिक वनस्पति कहा जाता है।

वनों के लाभ –

  1. वनों से हमें ईंधन, लकड़ी, चारा, जड़ी बूटियां, लाख, शहद, गोंद इत्यादि प्राप्त होते हैं।
  2. वन मिट्टी को बांधकर रखने का काम करते हैं।
  3. वनों में पेड़ पौधे ऑक्सीजन छोड़ते हैं जिससे हम सांस लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं।
  4. वन बहुत सारे वन्यजीवों को प्राकृतिक आवास देते हैं।
  5. मानव इस्तेमाल में आने वाली बहुत सी दवाइयां हमें वनों से ही प्राप्त होती हैं।

वन्य प्राणी – वनों में जंतुओं की हजारों प्रजातियां तथा बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार के सरीसृपों, उभयचरों, पक्षियों, स्तनधारियों, कीटो तथा कृमियों का निवास होता है।

बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है। गुजरात के गिर वन में एशियाई शेरों का निवास है। असम के जंगलों में हाथी तथा एक सींग वाले गैंडे पाए जाते हैं। जंगली बकरी, हिम तेंदुआ, भालू इत्यादि हिमालय के क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ऊंट भारत के राजस्थान तथा जंगली गधा कच्छ के रन में पाए जाते हैं।

मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। भारत में तोता, मैना, कबूतर, बुलबुल तथा बत्तख भी पाए जाते हैं।

भारत में सांपों की बहुत सारी प्रजातियां पाई जाती हैं। उनमें कोबरा एवं करैत प्रमुख हैं।

प्रवासी पक्षी – वातावरण परिवर्तन की वजह से बहुत सारे पक्षी एक जगह से दूसरी जगह चले जाते हैं। भारत में भी हर वर्ष बहुत सारे पक्षी लंबी दूरी तय करके आते हैं। अपनी जगह छोड़कर दूसरी जगह चले जाना प्रवास कहलाता है।

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