NCERT Solution of Class 12 Hindi अभिव्यक्ति और माध्यम Important Question Answer solution with pdf. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, CBSE and CBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.
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CBSE ( Haryana Board ) Solution of Class 12th Hindi अभिव्यक्ति और माध्यम / Abhivyakti Aur Madhyam all chapter important Question And Answer 2024 Solution.
CBSE Class 12 Hindi Abhivyakti Aur Madhyam Important Question Answer 2024
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन Important Questions 2024
प्रश्न 1. भारत में इन्टरनेट का प्रारम्भ कब हुआ ? Most Important
उत्तर – 1993 में
प्रश्न 2. भारत में पहला छापाखाना कब और खुला ? Most Important
उत्तर – भारत में पहला छापाखाना गोवा में 1556 ई० में खुला ?
प्रश्न 3. भारत में इंटरनेट का दूसरा दौर कब शुरु हुआ ? Most Important
उत्तर – 2003 में
प्रश्न 4. विश्व स्तर पर इंटरनेट पत्रकारिता का दूसरी दौर कब से कब तक चला ?
उत्तर – 1993 से 2001 तक
प्रश्न 5. ‘राजस्थान पत्रिका’ किस भाषा का समाचार-पत्र है ?
उत्तर – हिन्दी
प्रश्न 6. समाचार पत्र किस माध्यम के अंतर्गत आते हैं ?
उत्तर – मुद्रित माध्यम
प्रश्न 7. रेडियो नाटक किस प्रकार का माध्यम है? Most Important
उत्तर – श्रव्य माध्यम
प्रश्न 8. रेडियो किस प्रकार का माध्यम है ? Most Important
उत्तर – श्रव्य माध्यम
प्रश्न 9. टेलीविजन किस प्रकार का माध्यम है ? Most Important
उत्तर – दृश्य और श्रव्य माध्यम।
प्रश्न 10. जनसंचार के आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम कौन-सा है ? Most Important
उत्तर – मुद्रित माध्यम
प्रश्न 11. मुद्रित माध्यम के अंतर्गत क्या-क्या आता है ?
उत्तर – अखबार, पत्रिकाएं और पुस्तकें।
प्रश्न 12. किसी खबर का घटनास्थल से सीधा प्रसारण क्या कहलाता है ?
उत्तर – लाइव
प्रश्न 13. वेब साइट पर विशुद्ध पत्रकारिता शुरू करने का श्रेय किसे है ?
उत्तर – तहलका डॉट कॉम को
प्रश्न 14. टी० वी० की खबरों के सन्दर्भ में ड्राई एंकर क्या है ?
या
ड्राई एंकर क्या है?
उत्तर – ड्राई एंकर वह होता है जो समाचार के दृश्य नजर नहीं आने तक दर्शकों को रिपोर्टर से मिली जानकारी के आधार पर समाचार से संबंधित सूचनाएं देता है।
प्रश्न 15. टेलीविजन में ‘लाइव’ का क्या अर्थ है ? Most Important
उत्तर – किसी समाचार का टेलीविजन पर घटनास्थल से सीधा प्रसारण ही लाइव है।
प्रश्न 16. छापेखाने का आविष्कार किसने किया था ? Most Important
उत्तर – योहानेस गुटेनबर्ग ने
प्रश्न 17. सर्वाधिक खर्चीला जनसंचार माध्यम क्या है ?
उत्तर – इंटरनेट
प्रश्न 18. भारत की पहली साइट कौन-सी है ?
उत्तर – रीडिफ़
प्रश्न 19. प्रिंट माध्यम का विवेचन कीजिए ।
उत्तर – प्रिंट माध्यम वह माध्यम है जिसमें जानकारी प्रिंट की जाती है, जैसे कि अखबार, पत्रिकाएं, बुक्स आदि। इसमें शब्दों का जादू होता है और वाचकों को विचारशीलता और जागरूकता प्रदान करने का कार्य करता है। प्रिंट मीडिया का उपयोग जनता के बीच जागरूकता, शिक्षा, मनोरंजन आदि में कैसे किया जाता है। प्रिंट माध्यम की विशेषताएं निम्नलिखित है –
- प्रिंट माध्यम स्थायी होता है, यानी एक बार छपा गया सामग्री लंबे समय तक बना रहता है। पढ़ने के लिए यह किसी भी समय उपयुक्त रह सकता है और लोग इसे अपनी सुखानुसार देख सकते हैं।
- प्रिंट माध्यम को पढ़ने के लिए व्यक्ति को उच्चतम ध्यान की आवश्यकता नहीं होती, जिससे व्यक्ति इसे साक्षरता की भाषा में भी समझ सकता है।
- प्रिंट माध्यम सामग्री की प्रामाणिकता को बढ़ाता है। लोग प्रिंट माध्यम में विश्वास करते हैं, जिससे इसकी मान्यता होती है।
- प्रिंट माध्यम की प्रौद्योगिकी सीमाएं कम होती हैं जिससे इसे साझा करने में कमी होती है।
- प्रिंट माध्यम में विभिन्न प्रकार की पत्रिकाएं, अखबार, और मैगज़ीन्स होती हैं जो विभिन्न विषयों पर लोगों को जानकारी प्रदान करती हैं।
प्रश्न 20. रेडियो माध्यम पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर – रेडियो माध्यम एक श्रव्य माध्यम है जो विभिन्न प्रकार की सूचना, मनोरंजन, शिक्षा, और जानकारी प्रदान करने के लिए उपयोग होता है। यह लोगों को बड़े से बड़े क्षेत्रों में जोड़ता है और उन्हें दुनियाभर में घटित हो रही घटनाओं की जानकारी प्रदान करता है। रेडियो माध्यम की विशेषताएं निम्नलिखित है –
- रेडियो एक श्रव्य माध्यम है जो लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो अनपढ़ हो सकते हैं। यह अलग-अलग भाषाओं में समाचार, कविता, कहानियाँ, आदि प्रस्तुत करके सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देता है।
- रेडियो माध्यम विभिन्न प्राकृतिक आवाजों, संगीत, नाटक, आदि के माध्यम से मनोरंजक है। यह लोगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
- रेडियो माध्यम सूचना, शिक्षा, और जानकारी प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। समाचार, शिक्षा, और जानकारी के कार्यक्रम लोगों को जागरूक करते हैं और उन्हें बदलते समय के साथ समर्थन करते हैं।
- रेडियो माध्यम पर कविता और संगीत का प्रसार मनोभाव को सुधारने में सहायक होता है और लोगों को सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।
- रेडियो माध्यम समाज सेवा के लिए भी उपयोगी है, जैसे कि जागरूकता प्रोग्राम, सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान, आदि।
प्रश्न 21. टेलीविजन माध्यम पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर – टेलीविजन माध्यम एक शक्तिशाली और प्रभावी माध्यम है जो व्यक्ति और समाज को विभिन्न प्रकार की सूचना, मनोरंजन, शिक्षा, और सामाजिक संबंधों के साथ जोड़ता है। टेलीविजन माध्यम की विशेषताएं निम्नलिखित है –
- टेलीविजन समाचार एवं सूचना प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह लोगों को देश और विदेश में घटित घटनाओं की ताजगी से अपडेट रखता है और उन्हें सही जानकारी प्रदान करता है।
- टेलीविजन मनोरंजन का महत्वपूर्ण साधन है। यह विभिन्न प्रकार के शो, फ़िल्में, सीरियल्स, गेम शोज, आदि प्रदान करके लोगों को मनोरंजन करता है और उन्हें जीवन की सुख-शांति में मदद करता है।
- टेलीविजन शिक्षा के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण योगदान करता है। विभिन्न शिक्षागारों और विद्यालयों के लिए शिक्षा सामग्री, शिक्षा संगीत, और शिक्षा कार्यक्रमों का प्रसार करके लोगों को शिक्षा में सहायक करता है।
- टेलीविजन लोगों को समाज में आदर्शों और लोकतंत्र के मूल्यों के साथ जोड़ता है। यह सार्वजनिक चर्चा और बहुमतीय दृष्टिकोण को प्रोत्साहित कर सकता है।
- टेलीविजन माध्यम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और नवीनतम तकनीकी विकास के बारे में जानकारी प्रदान करके लोगों को विज्ञान में रुचि लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
प्रश्न 22 प्रिंट माध्यम में क्या-क्या खामियां होती हैं?
उत्तर— प्रिंट माध्यम एक अच्छा माध्यम है लेकिन इसमें बहुत सारी खामियां भी हैं जो इस प्रकार हैं–
- केवल पढ़े लिखे लोगों के ही काम आता है।
- लेखन कार्य करने वालों का शैक्षणिक ज्ञान आवश्यक है।
- तुरंत घटित घटनाएं प्रस्तुत नहीं की जा सकती।
- स्पेस का ध्यान रखना पड़ता है।
- गलतियां सुधारनी पड़ती है।
प्रश्न 23. उलटा पिरामिड शैली के सभी तीन हिस्सों के नाम लिखिए।
उत्तर – उल्टा पिरामिड शैली के तीन हिस्सों के नाम निम्नलिखित है :
- इंट्रो या मुखड़ा
- बॉडी
- समापन
प्रश्न 24. समाचार लेखन में किस शैली का प्रयोग करते हैं ? Most Important
उत्तर – उल्टा पिरामिड शैली
प्रश्न 25. समाचार लेखन की सबसे लोक और उपयोगी शैली का नाम लिखिए।
उत्तर – उल्टा पिरामिड शैली
प्रश्न 26. उलटा पिरामिड शैली के कितने भाग होते हैं ?
उत्तर – 3
प्रश्न 27. उल्टा पिरामिड शैली को कितने हिस्सों में बाँटा जाता है ? नाम भी लिखिए। Most Important
उत्तर – उल्टा पिरामिड शैली को 3 हिस्सों में बाँटा जाता है। उल्टा पिरामिड शैली के तीन हिस्सों के नाम निम्नलिखित है :
- इंट्रो या मुखड़ा
- बॉडी
- समापन
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – पत्राकारीय लेखन के विभिन्न रूप और लेखन प्रक्रिया Important Questions 2024
प्रश्न 1. समाचार के छः ककार कौन-कौन से हैं ? Most Important
उत्तर – समाचार लेखन में कब, कहां, कैसे, क्या, कौन, क्यों, इन्हीं छः प्रश्नों को छः ककार कहते हैं।
प्रश्न 2. किन्हीं दो ककारों के नाम लिखिए।
उत्तर – कैसे, क्या
प्रश्न 3. समाचार लेखन के लिए कितने ककार आवश्यक हैं ?
उत्तर – छः
प्रश्न 4. समाचार लेखन के छह ककारों के बारे में संक्षेप में लिखिए।
उत्तर – समाचार लेखन में कब, कहां , कैसे , क्या , कौन , क्यों इन्हीं छः प्रश्नों को छः ककार कहते हैं। इन्हीं ककारों के आधार पर किसी घटना , समस्या तथा विचार आदि से संबंधित खबर लिखी जाती हैं। यह ककार ही समाचार लेखन का मूल आधार होते हैं। इसीलिए समाचार लेखन में इनका बहुत महत्व है।
छः ककारो को हम इस प्रकार स्पष्ट कर सकते हैं—
- कब— यह समाचार लेखन का आधार होता है। इस ककार के माध्यम से किसी घटना तथा समस्या के समय का बोध होता है। जैसे–बस दुर्घटना कब हुई?
- कहां— इस प्रकार को आधार बनाकर समाचार लिखा जाता है। इसके माध्यम से किसी घटना और समस्या के स्थान का चित्रण किया जाता है। जैसे–बस दुर्घटना कहां हुई?
- कैसे– इस प्रकार के द्वारा समाचार का विश्लेषण , वितरण तथा व्याख्या की जाती है।
- क्या– यह ककार भी समाचार लेखन का आधार माना जाता है। इसके द्वारा समाचार की रूपरेखा तैयार की जाती है।
- क्यों– इस ककार के द्वारा समाचार के विवरणात्मक, व्याख्यात्मक तथा विश्लेषणात्मक पहलुओं पर प्रकाश डाला जाता है।
- कौन– इस प्रकार को आधार बनाकर समाचार लिखा जाता है।
प्रश्न 5. किसी समाचार संगठन में काम करने वाला नियमित वेतनभोगी कर्मचारी क्या कहलाता है ? Most Important
उत्तर – पूर्णकालिक पत्रकार
प्रश्न 6. किसी समाचार संगठन के लिए निश्चित मानदेय के आधार पर काम करने वाले पत्रकार को क्या कहते हैं ?
उत्तर – अंशकालिक पत्रकार
प्रश्न 7. पूर्णकालिक पत्रकार किसे कहते हैं ? Most Important
उत्तर – किसी समाचार संगठन में काम करने वाला नियमित वेतनभोगी कर्मचारी पूर्णकालिक पत्रकार कहलाता है।
प्रश्न 8. अंशकालिक पत्रकार किसे कहते हैं ? Most Important
उत्तर – किसी समाचार संगठन के लिए निश्चित मानदेय के आधार पर काम करने वाले पत्रकार को अंशकालिक पत्रकार कहते हैं।
प्रश्न 9. फ्रीलांसर पत्रकार किसे कहते हैं ?
उत्तर – पत्रकार लेखन का वह प्रकार जिसमें एक पत्रकार स्वतंत्र रूप से भुगतान के आधार पर विभिन्न समाचार पत्रों के लिए लेख लिखता है, फ्रीलांसर पत्रकार कहलाता है।
प्रश्न 10. इंटरव्यू के लिए हिन्दी शब्द क्या है ? Most Important
उत्तर – साक्षात्कार
प्रश्न 11. पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर – पत्रकार तीन तरह के होते हैं – पूर्णकालिक, अंशकालिक और फ्रीलांसर यानी स्वतंत्र।
प्रश्न 12. फ़ीचर से आप क्या समझते हैं ? यह कैसे लिखा जाता है ? Most Important
or
फीचर लेखन पर प्रकाश डालिए ।
or
फ़ीचर लेखन की प्रक्रिया पर प्रकाश डालिए।
or
फीचर नाटक का विवेचन कीजिए ।
उत्तर- एक ऐसा सुव्यवस्थित, सृजनात्मक तथा आत्मनिष्ठ लेखन किसके माध्यम से सूचनाओं के साथ-साथ मनोरंजन पर भी ध्यान दिया जाता है उसे फीचर कहते हैं। फीचर कथात्मक शैली में लिखा जाता है। इसकी भाषा सरल, आकर्षक, रूपात्मक तथा मनमोहक होती है। इसमें लेखक अपने विचार, भावना तथा दृष्टिकोण को व्यक्त कर सकता है।फीचर में समाचारों की अपेक्षा कम शब्दों का प्रयोग किया जाता है। फीचर हमें कभी भी तात्कालिक घटनाओं से परिचित नहीं करवाता। फीचर का मुख्य लक्ष्य पाठकों को सूचना देना, शिक्षित करना तथा उनका मनोरंजन करना होता है।
प्रश्न 13. कथात्मक शैली का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर – कथात्मक शैली एक लेखन शैली है जिसमें एक कहानी को रचना किया जाता है। यह शैली व्यक्ति की भावनाओं, अनुभवों और जीवन की घटनाओं को साझा करने का एक माध्यम प्रदान करती है। इसमें सामाजिक, सांस्कृतिक और मानवीय पहलुओं को समाहित किया जाता है, और पाठकों को व्यक्ति या स्थान के अनुभवों के माध्यम से सीधे संपर्क में लाता है।
कथात्मक शैली की मुख्य विशेषताएं:
- कथात्मक शैली में कहानी का विकास महत्वपूर्ण होता है। यह धीरे-धीरे पाठकों को उसमें रुचि लेने के लिए प्रेरित करता है।
- कथात्मक शैली में पात्रों का विकास महत्वपूर्ण होता है। पात्र अपने अनुभवों, भावनाओं और विचारों के माध्यम से जीवंत होते हैं, जिससे पाठकों को उनसे जुड़ाव महसूस होता है।
- कथात्मक शैली का उपयोग सुंदर और साहित्यिक भाषा का रचनात्मक उपयोग करने के लिए किया जाता है। यह भाषा को उच्चतम स्तर पर लेकर जाने का प्रयास करता है ताकि पाठकों को सुखद अनुभव हो।
- कथात्मक शैली विभिन्न प्रकार की कहानियों को समाहित करती है, जिससे यह विविधता का आदान-प्रदान करती है।
- कथात्मक शैली का उपयोग व्यक्तिगत अनुभवों और भावनाओं को साझा करने के लिए होता है, जिससे पाठक उस के साथ जुड़ सकता है।
- कथात्मक शैली में अक्सर दृश्यकथा का उपयोग होता है जिससे पाठक को अनुभव की गहराई को अनुसरण करने में मदद मिलती है।
- कथात्मक शैली में कहानी एक निर्दिष्ट समय-स्थिति में स्थित होती है, जिससे पाठक को उस समय के सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य का अनुभव होता है।
प्रश्न 14. साक्षात्कार की प्रक्रिया का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर – साक्षात्कार वह तरीका है जिसमें कोई पत्रकार किसी अन्य व्यक्ति से उसकी राय और भावनाएं जानने के लिए सवाल पूछता है। किसी भी साक्षात्कार करने वाले व्यक्ति में गहरा ज्ञान, कूटनीति, धैर्य और साहस जैसे गुण होने चाहिए। इसके साथ ही साक्षात्कार करने वाले व्यक्ति को उस व्यक्ति के बारे में पर्याप्त जानकारी भी होनी चाहिए जिसका वह साक्षात्कार करता है। साक्षात्कार लेने वाला व्यक्ति साक्षात्कार के साथ उसकी पूरी रिकॉर्डिंग और नोटिस भी लेता है। साक्षात्कार की भाषा सरल और सहज रखी जाती है।
प्रश्न 15. समाचार कैसे लिखा जाता है ? स्पष्ट कीजिए। Most Important
उत्तर – समाचार का मुख्य कार्य पाठकों को सूचना देना होता है। समाचार को हमेशा उल्टा पिरामिड शैली में ही लिखा जाता है। ताकि यह पढ़ने वाले को घटना का पूरा विवरण आसानी से प्रस्तुत कर सकें। समाचार लिखते समय भाषा को भी सरल और सहज रखा जाता है ताकि पाठकों को यह सब आसानी से समझ में आ जाए। समाचार लिखते समय पत्रकार अपने विचार, भावनाएं और दृष्टिकोण को व्यक्त नहीं कर सकता। समाचार पूर्णतः तथ्यों पर आधारित होता है।
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – विशेष लेखन- स्वरूप और प्रकार Important Questions 2024
प्रश्न 1. बीट की परिभाषा लिखिए।
or
मीडिया की भाषा में ‘बीट’ किसे कहते हैं ? Most Important
or
मीडिया में ‘बीट’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर – जो संवादाता केवल अपने क्षेत्र विशेष से संबंधित रिपोर्टों को भेजता है , वह बीट रिपोर्टिंग कहलाती हैं।
प्रश्न 2. क्या ‘स्वास्थ्य’ विशेष लेखन का क्षेत्र है ?
उत्तर – हां
प्रश्न 3. विशेष लेखन की भाषा और शैली का विवेचन कीजिए ।
उत्तर – विशेष लेखन की भाषा और शैली निम्नलिखित प्रकार की होनी चाहिए –
- इसमें तकनीकी शब्दावली का प्रयोग करना चाहिए।
- विशेष लेखन में भाषा व शैली सरल और सहज होनी चाहिए।
- विशेष लेखन में सामान्य लेखन से अलग विशेष भाषा शैली का प्रयोग करना चाहिए।
- विशेष लेखन में विशेष क्षेत्र से संबंधित नवीन शब्दावली को अपनाना चाहिए।
प्रश्न 4. विशेष लेखन के स्वरूप का वर्णन कीजिए।
उत्तर – किसी भी सामान्य विषय से हटकर विशेष विषयों पर लिखे गए लेखकों को विशेष लेखन कहा जाता है। खेल, स्वास्थ्य, मनोरंजन, व्यापार इत्यादि विशेष लेखन के अंतर्गत माने जाते हैं। विशेष लेखन लिखते समय हमें भाषा सरल व सहज रखनी चाहिए। समाचार पत्रों में भी विशेष लेखन के लिए अलग से स्थान निश्चित होता है। विशेष लेखन उस विषय के विशेषज्ञों द्वारा ही लिखे जाते हैं जिसमें उसी से जुड़ी शब्दावली का भी प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 5. विशेष लेखन के किन्हीं दो क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – स्वास्थ्य, खेल।
प्रश्न 6. विशेष लेखन से क्या तात्पर्य है ? यह क्यों लिखा जाता है ? Most Important
उत्तर – किसी भी सामान्य विषय से हटकर विशेष विषयों पर लिखे गए लेखकों को विशेष लेखन कहा जाता है। खेल, स्वास्थ्य, मनोरंजन, व्यापार इत्यादि विशेष लेखन के अंतर्गत माने जाते हैं। विशेष लेखन पाठकों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। पाठकों को इसमें गहरी और सटीक जानकारी मिलती है। इसमें पाठकों की पसंद के हिसाब से उन्हें पढ़ने को मिलता है इसीलिए विशेष लेखन को लिखा जाता है।
प्रश्न 7. किसी खास विषय पर सामान्य से हटकर किया गया लेखन क्या कहलाता है ?
उत्तर – विशेष लेखन
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – कैसे बनती है कविता Important Questions 2024
प्रश्न 1. कविता के प्रमुख घटकों का उल्लेख कीजिए। Most Important
उत्तर – कविता की कुछ महत्वपूर्ण घटक होते हैं जिनके बिना कविता संभव नहीं होती। यह घटक निम्नलिखित है:–
- भाषा— भाषा कविता का महत्वपूर्ण घटक है क्योंकि भाषा के माध्यम से ही कवि अपनी संवेदना और भावनाओं को अभिव्यक्ति प्रदान करता है।
- शैली— शैली भी कविता का प्रमुख घटक है। इसके द्वारा कवि अपनी संवेदना को कविता के रूप में अभिव्यक्त करता है।
- बिंब— बिंब का शाब्दिक अर्थ है– शब्दचित्र। इन शब्द चित्रों के माध्यम से ही कवि अपनी कल्पना को साकार रूप प्रदान करता है। बिंब के बिना कविता की कल्पना भी नहीं की जा सकती। यह कविता का मूल आधार है।
- छंद— यह कविता का अत्यंत महत्वपूर्ण घटक है क्योंकि छंद ही कविता को कविता का रूप प्रदान करते हैं। इसके द्वारा ही कविता पद्य की श्रेणी में आते हैं।
- अलंकार— अलंकार भी कविता के प्रमुख घटक हैं। यह कविता को सौंदर्य प्रदान करते हैं। इनके द्वारा ही कवि अपनी कविता को सजाता है।
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – नाटक लिखने का व्याकरण Important Questions 2024
प्रश्न 1. नाटक का सबसे जरूरी और सशक्त माध्यम है ?
उत्तर – संवाद
प्रश्न 2. नाटक का महत्त्वपूर्ण अंग कौन-सा है ?
उत्तर – शब्द
प्रश्न 3. नाटक कहाँ प्रस्तुत किया जाता है ?
उत्तर – रंगमंच पर
प्रश्न 4. नाटक किस प्रकार की विधा है ?
उत्तर – वर्णित या नैरेटिव विधा
प्रश्न 5. रंगमंच किस विधा में होता है ?
or
रंगमंच किस साहित्यिक विधा में आवश्यक है ? Most Important
उत्तर – नाटक में
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – कैसे लिखे कहानी Important Questions 2024
प्रश्न 1. कहानी का केन्द्र बिन्दु क्या है ? Most Important
उत्तर – कथानक
प्रश्न 2. कथावस्तु किसे कहते हैं ? Most Important
या
कथानक किसे कहते हैं?
उत्तर – कथावस्तु कहानी का पहला तत्व होता है। कहानी की शुरुआत से लेकर उसके अंत तक जो कुछ भी कहा जाए उसे कथानक या कथावस्तु कहते हैं। यह कहानी का मूल आधार होता है। पूरी कहानी में घटित होने वाली घटनाएं ही उसका कथानक है। इसे आरंभ, मध्य और अंत तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है जिससे कहानी को समझना आसान हो जाता है।
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – कैसे करें कहानी का नाट्य रूपांतरण Important Questions 2024
प्रश्न 1. कहानी को नाटक में किस प्रकार रूपान्तरित किया जा सकता है ? Most Important
or
कहानी का नाट्य रूपांतरण कैसे किया जाता है ?
उत्तर – कहानी को नाटक के रूप में रूपांतरित करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है :
- कहानी की कथावस्तु को समय और घटना के स्थान के आधार पर विभाजित किया जाता है।
- कथावस्तु से संबंधित वातावरण तैयार किया जाता है।
- कथावस्तु के अनुसार ही मंच व संगीत का निर्माण किया जाता है।
- ध्वनि व प्रकाश का पूरा ध्यान रखा जाता है।
- पात्रों की आपस में बातचीत व व्यवहार को अभिनय के रूप में परिवर्तित किया जाता है।
- संवादों को अभिनय के अनुरूप सब रूप प्रदान किया जाता है।
प्रश्न 2. कहानी के नाट्य रूपांतरण में किस प्रकार की मुख्य समस्या का सामना करना पड़ता है ? Most Important
उत्तर – कहानी के नाट्य रूपांतरण करते इसमें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो इस प्रकार है :
- सबसे प्रमुख समस्या कहानी के पात्रों के मनोभावों को कहानीकार द्वारा प्रस्तुत प्रसंगो अथवा मानसिक द्वंद्व के नाटकीय प्रस्तुति में आती हैं।
- पात्रों के बंधुओं को अभिनय के अनुरूप बनाने में समस्या आती है।
- सामानों को नाटकीय रूप प्रदान करने में समस्या आती है।
- संगीत ध्वनि और प्रकाश व्यवस्था करने में समस्या आती है।
- कथानक को अभिनय के अनुरूप बनाने में समस्या होती है।
प्रश्न 3. किसी कहानी का नाट्य रूपांतरण करते समय दृश्य विभाजन कैसे किया जाता है ?
उत्तर – किसी कहानी का नाटक रूपांतरण करते समय दृश्य को निम्नलिखित प्रकार से विभाजित किया जाता है :
- प्रत्येक घटना व दृश्य को कथानक के अनुसार ही बनाया जाता है।
- अलग-अलग स्थान पर घट रही घटनाओं को अलग-अलग दृश्य में बांटा जाता है।
- दृश्य विभाजन करते समय कथाकर्म व विकास का भी ध्यान रखा जाता है।
- कहानी की कथावस्तु को समय व स्थान के आधार पर विभाजित करके अलग-अलग दृश्य बनाए जाते हैं।
प्रश्न 4. नाटक और कहानी में क्या-क्या असमानताएँ हैं ?
या
कहानी और नाटक में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर— कहानी और नाटक दोनों गद्य विधाएं हैं। इनमें कुछ असमानताएं या अंतर भी हैं जो इस प्रकार हैं–
कहानी—
- कहानियां ऐसी गद्य विधा है जिसमें जीवन के किसी अंक विशेष का मनोरंजन पूर्ण चित्रण किया जाता है।
- कहानी का संबंध लेखक और पाठकों से होता है।
- कहानी कहीं अथवा पढ़ी जाती है।
- कहानी को आरंभ , मध्य और अंत के आधार पर बांटा जाता है।
- कहानी में मंच सज्जा , संगीत तथा प्रकाश का महत्व नहीं है।
नाटक–
- नाटक एक ऐसी गद्य विधा है जिसका मंच पर अभिनय किया जाता है।
- नाटक का संबंध लेखक, निर्देशक, दर्शक तथा श्रोताओं से है।
- नाटक का मंच पर अभिनय किया जाता है।
- नाटक को दृश्यों में विभाजित किया जाता है।
- नाटक में मंच सज्जा , संगीत और प्रकाश व्यवस्था का विशेष महत्व होता है।
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – कैसे बनता है रेडियो नाटक Important Questions 2024
प्रश्न 1. आमतौर पर रेडियो नाटक की अवधि कितनी होती है ? Most Important
उत्तर – 15 से 30 मिनट
प्रश्न 2. रेडियो नाटक लिखने की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए। Most Important
या
रेडियो नाटक लिखने की प्रक्रिया का विश्लेषण कीजिए।
या
रेडियो नाटक लिखने की प्रक्रिया का विवेचन कीजिए ।
या
रेडियो नाटक की कहानी में किन-किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है?
उत्तर – रेडियो नाटक लिखते समय रेडियो नाटक की कहानी में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है :
- रेडियो नाटक की कहानी केवल एक ही घटना पर आधारित नहीं होनी चाहिए। एक ही घटना पर घट रही कहानी से कहानी उबाऊ हो जाती है और सुनने वाले कहानी का सारा मजा खो बैठते हैं।
- सामान्य रूप से रेडियो नाटक की अवधि 15 से 30 मिनट तक हो सकती है। 15 मिनट से कम समय की कहानी या 30 मिनट से अधिक समय की कहानी सुनने वालों के लिए उबाल हो सकती है।
- रेडियो नाटक में पात्रों की संख्याएं सीमित होनी चाहिए। अधिक पात्र करने से कहानी उलझ सकती है। सामान्य रेडियो नाटक में 5 या 6 से अधिक पात्र नहीं होने चाहिए।
प्रश्न 3. दृश्य-श्रव्य माध्यमों की तुलना में श्रव्य- माध्यमों की क्या सीमाएँ हैं ? इन सीमाओं को किस तरह पूरा किया जा सकता है ? Most Important
उत्तर – दृश्य श्रव्य माध्यमों की तुलना में श्रव्य माध्यम की अनेक सीमाएं हैं जो इस प्रकार है–
- दृश्य श्रव्य माध्यम में हम नाटक को अपनी आंखों से देख भी सकते हैं और पात्रों के संवादों को सुन भी सकते हैं किंतु श्रव्य माध्यम में हम केवल सुन सकते हैं उसे देख नहीं सकते।
- दृश्य श्रव्य माध्यमों में हम पत्रों के हाव भाव देखकर उनकी दशा का अनुमान लगा सकते हैं किंतु श्रव्य माध्यम में हम ऐसा कुछ भी नहीं कर सकते।
- दृश्य श्रव्य माध्यमों में मंच तथा पात्रों के वस्त्रों की शोभा और उसके सौंदर्य को देख सकते हैं किंतु श्रव्य माध्यम में हम इनकी केवल कल्पना कर सकते हैं।
- दृश्य श्रव्य माध्यमों में किसी भी दृश्य तथा वातावरण को देखकर उसका आनंद उठा सकते हैं किंतु श्रव्य माध्यम में प्रत्येक की स्थिति को केवल ध्वनियों के माध्यम से ही समझ सकते हैं।
- दृश्य श्रव्य माध्यम की तुलना में श्रव्य माध्यम में वातावरण की सृष्टि पत्रों के संवादों से की जाती है। समय की सूचना तथा पात्रों के चरित्र का उद्घाटन भी संवादों के माध्यम से ही होता है।
श्रव्य माध्यम की सीमाओं को ध्वनि माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।
प्रश्न 4. रेडियो नाटक की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर – रेडियो नाटक में ध्वनि प्रभाव और संवादों का विशेष महत्व है जो इस प्रकार है–
- रेडियो नाटक में पात्रों से संबंधित सभी जानकारियां संवादों के माध्यम से मिलती है।
- पात्रों की चारित्रिक विशेषताएं संवादों के द्वारा ही उजागर होती है।
- नाटक का पूरा कथानक संवादों पर ही आधारित होता है।
- इसमें ध्वनि प्रभावों और संवादों के माध्यम से ही कथा को श्रोताओं तक पहुंचाया जाता है।
- संवादों के माध्यम से ही रेडियो नाटक का उद्देश्य स्पष्ट होता है।
- संवादों के द्वारा ही श्रोताओं को संदेश दिया जाता है।
CBSE Class 12 अभिव्यक्ति और माध्यम पाठ – नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन Important Questions 2024
प्रश्न 1. नये और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है ?
उत्तर– नए अथवा अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए–
- जिस विषय पर लिखना है लेखक को उसकी संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
- विषय पर लिखने से पहले लेखक को अपने मस्तिष्क में उसकी एक उचित रूपरेखा बना लेनी चाहिए।
- विषय से जुड़े तथ्यों से उचित तालमेल होना चाहिए।
- विचार विषय में सुसम्बद्ध तथा संगत होने चाहिए।
- अप्रत्याशित विषयों के लेखन में ‘ मैं ‘शैली का प्रयोग करना चाहिए।
- अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेख को विषय से हटकर अपनी विद्वत्ता को प्रकट नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2. नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में क्या-क्या बाधाएँ आती हैं ?
उत्तर – नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में निम्नलिखित बाधाएं आती है :
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखने से लेखक की चिंतन शक्ति धीमी पड़ जाती है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेखन अपने विचारों को लिखित रूप देने का अभ्यास नहीं करता।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेखन में मौलिक प्रयास तथा अभ्यास करने की प्रवृत्ति कम होती जाती है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों के लिए लेखक के पास विषय से संबंधित सामग्री और तथ्यों का अभाव होता है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखने से लेखक के बौद्धिक विकास के अभाव में विचारों की कमी हो जाती है।
प्रश्न 3. ‘एक कामकाजी औरत’ पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए। Most Important
उत्तर – एक कामकाजी औरत, जीवन के सफलता के लिए संघर्ष करने वाली एक महिला होती है। वह अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहकर समाज में स्थिति बनाए रखने के लिए मेहनत और समर्पण का परिचय करती है। सुबह से शाम तक उसकी दिनचर्या भरी होती है, फिर भी वह खुद को बनाए रखने के लिए समर्पित रहती है। उसकी मेहनत और समर्पण से वह अपने परिवार का संभालना और समृद्धि का आधार बनाती है। एक कामकाजी औरत आत्मनिर्भरता का परिचय करती है और समाज में एक सकारात्मक संदेश भी प्रदान करती है। उसकी साहसपूर्ण और समर्पित दृष्टि उसे अन्यों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनाती है। इस प्रकार, एक कामकाजी औरत समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सबको यह सिखाती है कि मेहनत और संघर्ष से ही सफलता की ऊँचाइयों को छूना संभव है।
प्रश्न 4. ‘परीक्षा के दिन’ विषय पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए। Most Important
उत्तर – परीक्षा के दिन छात्रों के लिए एक अजीब सा मिलनसर होता है। सभी कक्षाएं चुप हो जाती हैं, और हर किसी का ध्यान अपनी पढ़ाई पर होता है। परीक्षा हमें यह सिखाती है कि कैसे अपने ज्ञान को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करना है। परीक्षा के दिन ध्यानपूर्वक और स्थिर मन से पढ़ाई करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। समय का सही तरीके से प्रबंधन करना और सही सवालों पर प्राथमिकता देना आवश्यक है। परीक्षा हमें तात्कालिक प्रतिक्रिया देने की क्षमता प्रदान करती है और आत्म-मूल्यांकन की अनुभूति कराती है। इस दिन आत्मविश्वास बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। सफलता की कुंजी सही तैयारी और विशेष रूप से सकारात्मक मानसिकता में छुपी होती है। इसलिए, परीक्षा के दिन धैर्य, समर्पण, और सकारात्मकता से युक्त रहना शिक्षा की ऊँचाइयों को छूने की कीमती उपहार प्रदान करता है।
प्रश्न 5. ‘अध्यापक और शिष्य’ के बीच संवादों को लिखिए।
or
परीक्षा को लेकर अध्यापक और शिष्य के बीच संवादों को लिखिए। Most Important
or
अध्यापक और छात्र के बीच संवाद का वर्णन कीजिए।
उत्तर –
शिक्षक: नमस्ते, बच्चों! आज हमारी परीक्षा के लिए तैयारी कैसी चल रही है?
छात्र: शिक्षक जी, तैयारी अच्छी चल रही है, पर कुछ सवालों का मॉडल टेस्ट हो सकता है?
शिक्षक: बिल्कुल, मैं समझता हूँ। यहाँ कुछ सवाल हैं – समय सीमा के साथ, आपकी तैयारी की जांच करें।
छात्र: ठीक है, शिक्षक जी।
[30 मिनट बाद]
शिक्षक: कैसा गया सवालों का समाधान?
छात्र: थोड़ा चेन के साथ हो सकता था, पर मैंने अपनी से बेहतरीन कोशिश की है।
शिक्षक: बहुत अच्छा! तुम्हारी मेहनत दिख रही है। और एक सवाल – क्या तुम्हें कोई क्षेत्र में मदद चाहिए?
छात्र: नहीं, शिक्षक जी, सब सही है।
शिक्षक: अच्छा है, मैं तुम्हारी सफलता की कामना करता हूँ! ध्यान से पढ़ना और अच्छे अंक प्राप्त करना।
छात्र: धन्यवाद, शिक्षक जी।