छाया मत छूना – गिरिजाकुमार माथुर लेखक जीवन परिचय Class 10 Hindi – क्षितिज भाग 2 NCERT Solution

NCERT Class 10 Hindi Chapter 7 Chaya Mat Chuna-Girija Kumar Mathur Lekhak Jivan Parichay  ( गिरिजाकुमार माथुर लेखक जीवन परिचय )of Kshitij Bhag 2 / क्षितिज भाग 2. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.

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NCERT Solution of Class 10 Hindi क्षितिज भाग 2 Kavita 7 Chaya Mat Chuna Lekhak  Girijakumar Mathur / छाया मत छूना – गिरिजाकुमार माथुर लेखक जीवन परिचय / Lekhak Jivan Parichay for Exams.

छाया मत छूना – गिरिजाकुमार माथुर लेखक जीवन परिचय


सामान्य जीवन परिचय
जन्म – 1918 ईस्वी में।
स्थान – मध्य प्रदेश के गुना क्षेत्र में।
शिक्षा – प्रारंभिक शिक्षा झांसी उत्तर प्रदेश में ग्रहण करने के बाद उन्होंने M.A अंग्रेजी व L.L.B की उपाधि लखनऊ से अर्जित की।
कार्य – पहले उन्होंने कुछ समय के लिए वकालत और बाद में आकाशवाणी और दूरदर्शन में कार्यरत हुए। बाद में साहित्य रचनाएं शुरू की।
मृत्यु – 1994 ईस्वी में।


साहित्यिक रचनाएं – गिरिजाकुमार माथुर की प्रमुख रचनाएं इस प्रकार है –
काव्य संग्रह – नाश और निर्माण, धूप के धान, शिलापंख चमकीले, भीतरी नदी की यात्रा।
नाटक – जन्म कैद।
आलोचना – नई कविता: सीमाएं और संभावनाए।


साहित्यिक विशेषताएं – गिरिजाकुमार माथुर रोमानी मिजाज के कवि माने जाते हैं। भाषा के दो रंग उनकी कविताओं में मौजूद है वह जहां रोमानी कविताओं में छोटी-छोटी ध्वनि वाले बोलचाल के शब्दों का प्रयोग करते हैं, वही क्लासिक मिजाज की कविताओं में लंबी और गंभीर ध्वनि वाले शब्दों को तरजीह देते हैं। जीवन के कटु और मधुर रूप का चित्रण उनकी कविताओं में देखा जा सकता है।


भाषा शैली – गिरिजाकुमार माथुर ने खड़ी बोली भाषा का प्रयोग किया है। प्रसाद गुण और लक्षण शब्द शक्ति विद्यमान है। कविता में तत्सम शब्दावली की अधिकता है। कवि की भाषा सहज और सरल है। अलंकारों का स्वाभाविक प्रयोग किया गया है।


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