शुचिपर्यावरणम् Class 10 संस्कृत Chapter 1 शब्दार्थ – शेमुषी NCERT Solution

NCERT Solution of Class 10 Sanskrit शेमुषी शुचिपर्यावरणम् शब्दार्थ  for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board,  Up Board, RBSE and Some other state Boards. Class 10 Sanskrit all Chapters NCERT Solution with शब्दार्थ, व्याख्या, Translation in Hindi and English, अभ्यास के प्रश्न उत्तर and important Question answer ncert solution.

Also Read:Class 10 Sanskrit शेमुषी NCERT Solution

NCERT Solution of Class 10th Sanskrit shemushi शेमुषी  Chapter 1 शुचिपर्यावरणम् / suchi paryavaran शब्दार्थ / word meaning Solution.

शुचिपर्यावरणम् Class 10 Sanskrit Chapter 1 शब्दार्थ


  1. दुर्वहमत्र – ( दुर्वहम् – कठिन। + अत्र – यहां।)
  2. जीवितं – जीवन।
  3. जातं – हो गया है।
  4. प्रकृतिरेव – प्रकृति ही।
  5. शरणम् – आश्रय हैं/ शरण है।
  6. शुचि-पर्यावरणम् – स्वच्छ पर्यावरण।
  7. महानगरमध्ये – महानगरों में।
  8. चलदनिशं – दिन रात चलता हुआ।
  9. कालायसचक्रम् – लोहे का पहिया।
  10. मनः – मन को।
  11. शोषयत् – शोषण करता हुआ।
  12. तनुः – शरीर को।
  13. पेषयद् – पीसता हुआ।
  14. भ्रमति – चलता है।
  15. सदा – हमेशा।
  16. वक्रम् – टेढ़ा।
  17. दुर्दान्तैर्दशनैरमुना – इसके भयंकर दांतो से।
  18. स्यान्नैव – नहीं होना चाहिए।
  19. जनग्रसनम् – लोगों का विनाश।
  20. कज्जलमलिनं – काजल जैसा काला।
  21. धूमं – धुंआ।
  22. मुञ्चति – छोड़ती हैं।
  23. शतशकटीयानम् – सैकड़ों मोटर गाड़ियां।
  24. वाष्पयानमाला – भाप से चलने वाली गाड़ियों की पंक्ति / रेलगाड़ी।
  25. संधावति – दौड़ती है।
  26. वितरन्ती – कोलाहल करती हुई।
  27. ध्वानम् – ध्वनि।
  28. यानानां – वाहनों की।
  29. पङ्क्तयो – पंक्तियां।
  30. ह्यनन्ताः – निश्चित रूप से अनंत।
  31. कठिनं – कठिन है।
  32. संसरणम् – चलना।
  33. वायुमण्डलं – वायुमंडल।
  34. भृशं – अत्याधिक।
  35. दूषितं – प्रदूषित हो गया है।
  36. न – नहीं।
  37. हि – निश्चित रूप से।
  38. निर्मल – स्वच्छ।
  39. जलम् – जल।
  40. कुत्सितवस्तुमिश्रितं – बुरी वस्तुओं की मिलावट की गई है।
  41. भक्ष्यं – खाने की वस्तुएं।
  42. समलं – प्रदूषित।
  43. धरातलम् – धरातल/पृथ्वी।
  44. करणीयं – करना चाहिए।
  45. बहिरन्तर्जगति – बाहरी और आंतरिक संसार में।
  46. तु – तो।
  47. बहु – अत्यधिक।
  48. शुद्धीकरणम् – शुद्धीकरण।
  49. कञ्चित् – कुछ।
  50. कालं – समय के लिए।
  51. नय – ले चलो।
  52. मामस्मान्नगराद् – मुझे इस नगर से।
  53. बहुदूरम् – बहुत दूर।
  54. प्रपश्यामि – देखना चाहता हूं।
  55. ग्रामान्ते – गांव की सीमा पर।
  56. निर्झर – झरने।
  57. नदी – नदी।
  58. पयःपूरम् – तालाब आदि।
  59. एकान्ते – एकांत।
  60. कान्तारे – वन में।
  61. क्षणमपि – थोड़ी देर के लिए।
  62. मे – मेरा।
  63. स्यात् – हो।
  64. सञ्चरणम् – भ्रमण।
  65. हरिततरूणां – हरे भरे पेड़ों की।
  66. ललितलतानां – सुंदर लताओं की।
  67. माला – पंक्तियां।
  68. रमणीया – सुंदर हैं।
  69. कुसुमावलिः – फूलों की पंक्तियां।
  70. समीरचालिता – हवा से हिलती हुई।
  71. स्यान्मे – मेरे लिए हो।
  72. वरणीया – चुनने योग्य।
  73. नवमालिका – नई चमेली की बेल।
  74. रसालं – आम।
  75. मिलिता – मिलकर।
  76. रुचिरं – सुंदर।
  77. संगमनम् – संगम ।
  78. अयि – हे।
  79. चल – चलो।
  80. बन्धो – बंधु/ भाई।
  81. खगकुलकलरव – पक्षियों के समूह की चहक।
  82. गुञ्जितवनदेशम् – गूंजता हुआ वन प्रदेश/ बोलता हुआ जंगल।
  83. पुर – शहर।
  84. कलरव – शोरगुल।
  85. सम्भ्रमितजनेभ्यो – परेशान लोगों के लिए।
  86. धृतसुखसन्देशम् – धारण करो सुख का संदेश।
  87. चाकचिक्यजालं – चकाचौंध भरी दुनिया।
  88. नो – नहीं।
  89. कुर्याज्जीवितरसहरणम् – जीवन का आनंद छीनना चाहिए। / जीवन के आनंद का हरण करें।
  90. प्रस्तरतले – पत्थरों के नीचे।
  91. लतातरुगुल्मा ( लता + तरु + गुल्मा) – लताएं, पेड़ और झाड़ियां।
  92. नो – नहीं।
  93. भवन्तु – हो।
  94. पिष्टाः – पीसना।
  95. पाषाणी – पत्थरों की।
  96. सभ्यता – सभ्यता।
  97. निसर्गे – प्रकृति में।
  98. स्यान्न – न हो।
  99. समाविष्टा – सम्मिलित।
  100. मानवाय – मानव के लिए।
  101. जीवनं – जीवन।
  102. कामये – कामना करता हूं।
  103. नो – नहीं।
  104. जीवन्मरणम् – जीवित रहता हुआ मृत्यु को।

Leave a Comment

error: