सवैया, कवित्त ( देव ) लेखक जीवन परिचय Class 10 Hindi – क्षितिज भाग 2

NCERT Class 10 Hindi Chapter 3 Dev Lekhak Jivan Parichay  ( देव लेखक जीवन परिचय )of Kshitij Bhag 2 / क्षितिज भाग 2. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.

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NCERT Solution of Class 10 Hindi क्षितिज भाग 2 Kavita 3 सवैया, कवित्त Dev Lekhak  Dev / देव लेखक जीवन परिचय / Lekhak Jivan Parichay for Exams.

सवैया, कवित्त ( देव ) लेखक जीवन परिचय


सामान्य जीवन परिचय –
जन्म – 1673 ईस्वी में।
स्थान – उत्तर प्रदेश के इटावा क्षेत्र में।
पूरा नाम – देव दत्त द्विवेदी।
आश्रयदाता – देव के अनेक आश्रयदाता थे परंतु देव को सबसे अधिक संतोष और सम्मान उनकी कविता के गुण ग्राही आश्रयदाता भोगीलाल से प्राप्त हुआ। उन्होंने उनकी कविता परवीज कर लाखों की संपत्ति दान की।
मृत्यु – 1767 ईस्वी में।


साहित्यिक रचनाएं – देव के काव्य ग्रंथों की संख्या 52 से 72 तक मानी जाती हैं। उनमें से कुछ प्रमुख ग्रंथ इस प्रकार है-
रसविलास, भावविलास, काव्यरसायन और भवानीविलास आदि।


साहित्यिक विशेषताएं – देव रीतिकाल के प्रमुख कवि है। रीतिकालीन कविता का संबंध दरबारो, आश्रयदाताओं से था इस कारण उसमें दरबारी संस्कृति का चित्रण अधिक हुआ है। देव भी इससे अछूते नहीं थे किंतु वे इस प्रभाव से जब-जब भी मुक्त हुए उन्होंने प्रेम और सौंदर्य के सहज चित्र खींचे।


भाषा शैली – देव ने अपनी रचनाओं में बृज भाषा का प्रयोग किया है। अलंकारिकता और श्रृंगारिकता उनके काव्य की प्रमुख विशेषताएं हैं। शब्दों की आवृत्ति के जरिए नया सौंदर्य पैदा करके उन्होंने सुंदर ध्वनि चित्र प्रस्तुत किए हैं।


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