Class 12 Hindi Naitik Siksha BSEH Solution for Chapter 1 ईश वंदना Question Answer for Haryana board. CCL Chapter Provide Class 1th to 12th all Subjects Solution With Notes, Question Answer, Summary and Important Questions. Class 12 Hindi mcq, summary, Important Question Answer, Textual Question Answer, Word meaning, Vyakhya are available of नैतिक शिक्षा Book for HBSE.
Also Read – HBSE Class 12 नैतिक शिक्षा Solution
Also Read – HBSE Class 12 नैतिक शिक्षा Solution in Videos
HBSE Class 12 Naitik Siksha Chapter 1 ईश वंदना / Eesh Vandana Question answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 12th Book Solution.
ईश वंदना Class 12 Naitik Siksha Chapter 1 Question Answer
1. रिक्त स्थान भरिए
(क) _______ सवितः _______परासुव।
यद्भद्रम् _______ आ ___________।।
उत्तर – विश्वानि देव सवित: र्दुरितानि परासुव ।
यद्भद्रं तन्न आसुव
(ख) _______ सुपथा ______अस्मान् _______ देव _____ विद्वान् ।
________ भूयिष्ठां ________ विधेम ।।
उत्तर – अग्ने नय सुपथा राये अस्मान् विश्वानि देव वयुनानि विद्वान् ।
युयोध्यस्मज्जुहुराणमेनो भूयिष्ठां ते नम उक्तिं विधेम ।।
भावात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. प्रथम मन्त्र में क्या प्रार्थना की गई है ?
उत्तर – प्रथम मंत्र में सूर्य देव से सभी दुर्गुणों को दूर करने की प्रार्थना की गई है और अच्छे गुण और कर्म प्रदान करने को कहा गया है।
प्रश्न 2. दूसरे मन्त्र में ईश्वर से लगन लगाने की बात क्यों कही गई है ?
उत्तर – दूसरे मंत्र में ईश्वर से लगन लगाने की बात है इसीलिए कहीं गई है क्योंकि ईश्वर ही आत्मज्ञान, शरीर और आत्मा को प्रदान करने वाला है।
प्रश्न 3. मन्त्र तीन में ईश्वर की क्या-क्या विशेषताएँ बताई गई हैं ?
उत्तर – मंत्र तीन में ईश्वर की निम्नलिखित विशेषताएं बताई गई है :-
- इस संसार में कोई भी ईश्वर से अलग नहीं है, सब कुछ ईश्वर के अंदर ही समाया हुआ है।
- सभी जीव ईश्वर की ही रचना है।
- ईश्वर ने ही इस संसार को बहुत अधिक सुंदर बनाया है।
- ईश्वर की इच्छा से ही हम अमीरों के स्वामी बन सकते हैं और अपनी सभी कामनाएं भी पूर्ण कर सकते हैं।
प्रश्न 4. भक्तों ने ईश्वर से जो वरदान माँगे हैं, उनको विस्तार से लिखिए ?
उत्तर – भक्तों ने ईश्वर से निम्नलिखित वरदान मांगे हैं—
- ईश्वर से भक्तों ने अपने अंदर के सभी दुर्गुणों से बचाकर अच्छे गुण और कर्म प्रदान करने का वरदान मांगा है।
- ईश्वर से कृपा इसी प्रकार बनाए रखने का वरदान मांगा है।
- भक्तों ने ईश्वर से धन संपत्ति प्रदान करने का वरदान मांगा है।