HBSE Class 12 नैतिक शिक्षा Chapter 8 अहिंसा के साधक महात्मा बुद्ध Question Answer Solution

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HBSE Class 12 Naitik Siksha Chapter 8 अहिंसा के साधक महात्मा बुद्ध / ahinsa ke sadhak mahatma buddh Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 12th Book Solution.

अहिंसा के साधक महात्मा बुद्ध Class 12 Naitik Siksha Chapter 8 Question Answer


ज्ञानात्मक प्रश्न


प्रश्न 1. महात्मा बुद्ध का जन्म कब और कहाँ हुआ ?

उत्तर – महात्मा बुद्ध का जन्म 562 ई0 पूर्व नेपाल की तराई में स्थित कपिलवस्तु के निकट ‘लुम्बिनी’ नामक स्थान पर हुआ।


प्रश्न 2. इनके बचपन का नाम क्या था ?

उत्तर – महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था।


प्रश्न 3. बुद्ध के माता-पिता का क्या नाम था ?

उत्तर – इनके पिता का नाम शुद्धोधन तथा माता का नाम महामाया था।


प्रश्न 4. जहाँ सिद्धार्थ को सत्य का ज्ञान हुआ, वह स्थान कहाँ है ? और किस रूप में प्रसिद्ध है ?

उत्तर – जहाँ सिद्धार्थ को सत्य का ज्ञान हुआ, वह जगह आज बोध गया (बिहार) के नाम से प्रसिद्ध है। जिस पीपल वृक्ष के नीचे उन्हें सत्य का बोध हुआ था, वह बोधिवृक्ष के नाम से प्रसिद्ध आज भी बोधगया में स्थित है।


प्रश्न 5. महात्मा बुद्ध ने धर्म का उपदेश कहाँ दिया ?

उत्तर – सारनाथ


भावात्मक प्रश्न


प्रश्न 1. किस घटना से सिद्ध होता है कि सिद्धार्थ बचपन से ही दयालु थे ?

उत्तर – करुणा के भाव उनमें जन्म से जागृत थे। देवदत्त उनका चचेरा भाई था। एक बार उसने तीर से एक हंस को मार गिराया। सिद्धार्थ ने उसकी चिकित्सा कर उस हंस की जान बचाई। सिद्धार्थ ने हंस की सेवा की और जब वह स्वस्थ हो गया, तो उसे मुक्त कर दिया।


प्रश्न 2. बुद्ध के अष्टमार्ग का स्वरूप स्पष्ट कीजिए ?

उत्तर – अष्टमार्ग की आठ आदर्श बातें इस प्रकार हैं —

  1. सम्यक दृष्टि अर्थात् सत्य व असत्य की पहचान की दृष्टि ।
  2. सम्यक संकल्प अर्थात् बुराई को त्यागने का पवित्र संकल्प।
  3. सम्यक वचन अर्थात् मृदु वाणी बोलना तथा झूठ, निन्दा व अप्रिय वचन का परित्याग
  4. सम्यक कर्म अर्थात् मनुष्य का कर्म अहिंसा, इन्द्रिय संयम और दयाभाव पर आधारित हो।
  5. सम्यक आजीविका अर्थात् जीवन यापन के लिए उचित एवं पवित्र साधनों का उपयोग।
  6. सम्यक प्रयत्न अर्थात् शारीरिक एवं मानसिक इच्छाओं को त्यागने का प्रयत्न ।
  7. सम्यक स्मृति अर्थात् मनुष्य को सदैव ध्यान रखना चाहिए कि उसका शरीर भी नश्वर है।
    8.सम्यक समाधि अर्थात् शाश्वत शान्ति के लिए चिन्तन की समाधि

प्रश्न 3. बुद्ध के द्वारा पहचाने गए चार सत्य क्या हैं ?

उत्तर – बुद्ध के द्वारा पहचाने गए चार सत्य –

  1. संसार दुःखों का घर है।
  2. दुःखों का मूल कारण मनुष्य की तृष्णा एवं लालसा है।
  3. तृष्णा पर विजय पाकर दुःखों से मुक्ति पाई जा सकती है।
  4. अष्टमार्ग तृष्णाओं (इच्छाओं) पर विजय पाने का सरल उपाय है।

प्रश्न 4. महात्मा बुद्ध ने घर क्यों छोड़ा ?

उत्तर – एक दिन उन्होंने एक बूढ़े को देखा तो सोच में पड़ गए कि एक दिन मैं भी बूढ़ा हो जाऊँगा। एक रोगी को देखकर सोचने लगे कि यह शरीर रोगों का घर है, मैं भी सदा नीरोग नहीं रह सकता। उन्होंने एक अर्थी को देखा तो समझ गए कि यह जीवन सदा नहीं रहने का, एक दिन मुझे भी मरना है। एक सन्न्यासी का खिला हुआ चेहरा देखकर सिद्धार्थ पर घर बार छोड़ने की धुन सवार हो गई। रोग, बुढ़ापे और मरण के दुखों से छुटकारे तथा शाश्वत शान्ति की खोज के लिए उन दिनों यही एक राह मानी जाती थी। शाश्वत सुख की खोज में एक रात वे अपनी पत्नी और पुत्र को सोया हुआ छोड़कर महल से निकल गए।


प्रश्न 5. मध्यम मार्ग से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर – बुद्ध ने इन ब्राह्मणों को बताया कि जीवन में एक मार्ग अत्यन्त विलास का है और दूसरा अत्यन्त तप का है। एक तीसरा मार्ग भी है जो न अत्यन्त विलास का है और न अत्यन्त तप का, बल्कि दोनों के बीच का है। यह रास्ता मध्यम मार्ग अर्थात् बीच का रास्ता कहलाता है।


प्रश्न 6. महात्मा बुद्ध ने अन्तिम समय में अपने शिष्यों को क्या उपदेश दिया ?

उत्तर – जब उनका अन्तिम समय निकट आया तो उनके शिष्य रोने लगे। तब बुद्ध ने अपने प्रिय शिष्य आनन्द को पास बुलाकर उपदेश दिया-आनन्द ! मत रो और निराश न हो। जो जन्मा है उसका अन्त भी अवश्य होगा। यह मत सोचो कि मेरे बाद तुम्हारा कोई गुरु नहीं रहेगा। मैंने जो उपदेश दिए हैं, वे ही तुम्हारे गुरु होंगे।


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