Class 12 Physics Important Question Answer solution in Hindi with pdf. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, CBSE and HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.
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HBSE ( Haryana Board ) Solution of Class 12 Physics important MCQ Question And Answer solution in Hindi for 2024 exams.
HBSE Class 12 Physics (भौतिकी ) Important MCQ Question Answer 2024 in Hindi
Chapter 1 वैधुत आवेश तथा क्षेत्र
1. विद्युत् आवेश का SI मात्रक होता है :
(A) ऐम्पियर
(B) कूलॉम
(C) वोल्ट
(D) कोई नहीं
Answer
Ans – (B) कूलॉम
2. k ( कूलम्ब के नियम का नियतांक) का SI मात्रक होता है :
(A) N1C-2m2
(B) N1C2m-2
(C) N1C2m-2
(D) N–1C-2m2
Answer
Ans – (A) N1C-2m2
3. दो प्रोटॉनों के मध्य लगने वाले विद्युत् बल की प्रकृति होती है :
(A) आकर्षित
(B) उदासीन
(C) प्रतिकर्षित
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans – (C) प्रतिकर्षित
4. ε0 ( निर्वात की विद्युत्शीलता) का SI मात्रक है :
(A) C-2N¹m-2
(B) C2N-1m-2
(C) N¹C2m-2
(D) N-1C2m²
Answer
Ans – (B) C2N-1m-2
5. +1μc तथा + 8μc के दो आवेश एक-दूसरे से कुछ दूरी पर वायु में स्थित हैं। उन पर लगने वाले बलों का अनुपात है :
(A) 1:8
(B) 8:1
(C) 1:1
(D) 1:16
Answer
Ans – (C) 1:1
6. दो आवेशित कणों के बीच की दूरी एक-चौथाई करने पर उनके बीच बल हो जाता है :
(A) एक-चौथाई
(B) एक-तिहाई
(C) आधा
(D) सोलह गुना
Answer
Ans – (D) सोलह गुना
7. दो आवेशित कणों के बीच की दूरी एक-तिहाई करने पर उनके बीच बल हो जाता है :
(A) एक-तिहाई
(B) आधा
(C) एक-चौथाई
(D) नौ गुना
Answer
Ans -(D) नौ गुना
8. दो आवेशित कणों के बीच की दूरी आधी करने पर उनके बीच बल हो जाता है :
(A) एक-चौथाई
(B) आधा
(C) दोगुना
(D) चार गुना
Answer
Ans -(C) दोगुना
9. वायु व पानी में एक इलेक्ट्रॉन तथा प्रोटॉन के मध्य लगने वाले वैद्युत् बल के अनुपात का मान होता है :
(A) K (परावैद्युतांक)
(B)
(C) 1
(D) 0
Answer
Ans -(C) 1
Chapter 2 स्थिर वैधुत विभव तथा धारिता
1. 3 kΩ के प्रतिरोधक के सिरों पर 6V विभवान्तर लगा हो, तो इसमें कितनी विद्युत धारा बह रही है ?
(A) 2 μA
(B) 2 mA
(C) 2 A
(D) 6 A
Answer
Ans -(B) 2 mA
2. दो समान धनावेशित बिन्दु-आवेशों, जिनमें प्रत्येक पर 1 μc का आवेश है, को 1 मीटर की दूरी पर वायु में रखा जाता है। इनकी स्थितिज ऊर्जा है :
(A) 1 जूल
(B) 1 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट
(C) 9 x 10-3 जूल
(D) शून्य
Answer
Ans – (D) शून्य
3. तीन बराबर धारिता C वाले संधारित्रों को पहले समान्तर क्रम में तथा बाद में श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है। दोनों दशाओं में तुल्य धारिताओं का अनुपात होगा :
(A) 9:1
(B) 6:1
(C) 3: 1
(D) 1:9
Answer
Ans -(B) 6:1
4. विभवांतर का SI मात्रक होता है :
(A) ओम
(B) कूलॉम
(C) वोल्ट
(D) ऐम्पियर
Answer
Ans -(C) वोल्ट
5. धारिता का SI मात्रक होता है :
(A) वोल्ट
(B) ऐम्पियर
(C) कूलॉम
(D) फैरड
Answer
Ans -(D) फैरड
6. वायु में रखे दो धनावेशों के मध्य परावैद्युत पदार्थ रख देने पर इनके बीच प्रतिकर्षण बल का मान :
(A) बढ़ जायेगा
(B) घट जायेगा
(C) वही रहेगा
(D) शून्य हो जायेगा
Answer
Ans – (B) घट जायेगा
Chapter 3 वैधुत धारा
1. विद्युत् धारा (I) तथा अपवाह वेग (Vd) में सम्बन्ध है :
(A) I= neVd
(B) I = neAVd
(C)
(D)
Answer
Ans -(B) I = neAVd
2. धारा घनत्व (/) तथा विद्युत् धारा (I) में सम्बन्ध है :
(A) j= VdlA
(B)
(C)
(D) j = IA
Answer
Ans -(C)
3. विद्युत धारा का SI मात्रक होता है :
(A) वोल्ट
(B) कूलॉम
(C) ऐम्पियर
(D) फैरड
Answer
Ans -(C) ऐम्पियर
4. विद्युत् धारा घनत्व (j) तथा अपवाह वेग (Vd) में सम्बन्ध है :
(A) j = neVd
(B) j = ne / Vd
(C) j = Vd / ne
(D) j = 1 / neVd
Answer
Ans -(A) j = neVd
5. ‘ओम मीटर’ मात्रक है :
(A) प्रतिरोध का
(B) विद्युत् घनत्व का
(C) विशिष्ट प्रतिरोध का
(D) चालकता का
Answer
Ans -(C) विशिष्ट प्रतिरोध का
6. 5 kΩ के प्रतिरोधक के सिरों पर 5V विभवान्तर लगा हो, तो इसमें कितनी विद्युत् धारा बह रही है ?
(A) 1 μA
(B) 1 mA
(C) 1 A
(D) 5 A
Answer
Ans -(B) 1 mA
7. 20Ω के प्रतिरोधक के सिरों पर 2V विभवान्तर लगा हो, तो इसमें कितनी विद्युत् धारा बह रही है ?
(A) 20 A
(B) 2 A
(C) 0.1 A
(D) 1.0 A
Answer
Ans -(D) 1.0 A
8. 1 kΩ के प्रतिरोधक के सिरों पर 2V विभवान्तर लगा हो, तो इसमें कितनी विद्युत् धारा बह रही है ?
(A) 2 μA
(B) 2 mA
(C) 2 A
(D) 1 A
Answer
Ans -(B) 2 mA
9. R ओम प्रतिरोध वाले धात्विक तार को खींचकर उसकी लम्बाई दोगुनी कर देते हैं। उसका नया प्रतिरोध होगा :
(A) 2R
(B) 4R
(C) 6R
(D) 8R
Answer
Ans -(D) 8R
10. R ओम प्रतिरोध वाले धात्विक तार को खींचकर उसकी लम्बाई चार गुनी कर देते हैं। उसका नया प्रतिरोध होगा :
(A) 8R
(B) 4R
(C) 12R
(D) 16R
Answer
Ans -(D) 16R
11. विशिष्ट प्रतिरोध का मात्रक है :
(A) ओम-मी
(B) ओम-मी-1
(C) ओम-1 मी-1
(D) ओम-1– मी
Answer
Ans -(A) ओम-मी
12. R ओम प्रतिरोध वाले धात्विक तार को खींचकर उसकी लंबाई n गुनी कर देते हैं उसका नया प्रतिरोध होगा :
(A) nR
(B) 2nR
(C) n2R
(D) n4R
Answer
Ans -(C) n2R
13. किसी सेल का शुद्धता से विद्युत् वाहक बल मापने का सबसे अच्छा उपकरण है :
(A) व्हीटस्टोन ब्रिज
(B) अमीटर
(C) विभवमापी
(D) वोल्टमीटर
Answer
Ans -(C) विभवमापी
14. तापमान बढ़ाने पर, एक अर्धचालक की प्रतिरोधकता :
(A) घटती है
(B) बढ़ती है
(C) घट या बढ़ सकती है
(D) उतनी ही रहती है
Answer
Ans -(A) घटती है
15. एक चालक की लम्बाई बढ़ाने पर उसकी प्रतिरोधकता :
(A) बढ़ जाती है
(B) घट जाती है
(C) बढ़ या घट सकती है
(D) उतनी ही रहती है
Answer
Ans -(D) उतनी ही रहती है
16. एक धातु का तापमान बढ़ाने पर उसकी प्रतिरोधकता :
(A) बढ़ जाती है
(B) घट जाती है
(C) बढ़ या घट सकती है
(D) उतनी ही रहती हैं
Answer
Ans -(A) बढ़ जाती है
17. तापमान में वृद्धि से किसी चालक की प्रतिरोधकता :
(A) बढ़ती है
(B) कम होती है
(C) बढ़ सकती है या कम हो सकती है
(D) कोई बदलाव नहीं होता
Answer
Ans -(A) बढ़ती है
18. एक चालक के अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल में वृद्धि के साथ उसकी प्रतिरोधकता :
(A) बढ़ जाती है
(B) घट जाती है
(C) बढ़ या घट सकती है
(D) उतनी ही रहती हैं
Answer
Ans -(D) उतनी ही रहती हैं
19. तापमान में कमी से किसी चालक की प्रतिरोधकता :
(A) बढ़ जाती है
(B) घट जाती है
(C) कभी बढ़ जाती है कभी घट जाती है
(D) कोई बदलाव नहीं होता
Answer
Ans -(B) घट जाती है
20. तापमान में वृद्धि के साथ एक चालक की चालकता :
(A) वही रहेगी
(B) कम होगी
(C) बढ़ेगी
(D) कम या बढ़ सकती है
Answer
Ans -(C) बढ़ेगी
21. एक अर्धचालक की चालकता तापमान बढ़ाने पर :
(A) घटेगी
(B) बढ़ेगी
(C) वही रहेगी
(D) बढ़ या घट सकती है।
Answer
Ans – (B) बढ़ेगी
22. तापमान में कमी से किसी चालक की गतिशीलता :
(A) बढ़ती है
(B) कम होती है
(C) बढ़ सकती है या कम हो सकती है
(D) कोई बदलाव नहीं होता
Answer
Ans -(A) बढ़ती है
23. तापमान में वृद्धि से किसी चालक के इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता :
(A) बढ़ती है
(B) कम होती है
(C) बढ़ सकती है या कम हो सकती है
(D) कोई बदलाव नहीं होता
Answer
Ans -(B) कम होती है
24. एक चालक की वोल्टता (v) तथा धारा (i) के बीच ग्राफ एक सरल रेखा है जो x अक्ष (जो कि को प्रदर्शित करता है) से θ कोण बनाती है। चालक का प्रतिरोध होगा :
(A) tan θ
(B) cot θ
(C) sin θ
(D) cos θ
Answer
Ans -(A) tan θ
25. एक चालक की वोल्टता (v) तथा धारा (i) के बीच ग्राफ एक सरल रेखा है जो y-अक्ष (जो कि i को प्रदर्शित करता है) से θ कोण बनाती है। चालक का प्रतिरोध होगा :
(A) tanθ
(B) cotθ
(C) sinθ
(D) cosθ
Answer
Ans -(B) cotθ
Chapter 4 गतिमान आवेश और चुंबकत्व
1. गतिमान आवेश उत्पन्न करता है :
(A) केवल वैद्युत क्षेत्र
(B) केवल चुम्बकीय क्षेत्र
(C) वैद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र दोनों
(D) दोनों क्षेत्रों में से कोई नहीं
Answer
Ans -(C) वैद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र दोनों
2. किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में एक प्रोटॉन क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करता है। प्रोटॉन का पथ होगा :
(A) परवलयाकार
(B) दीर्घवृत्ताकार
(C) वृत्ताकार
(D) सरल रैखिक
Answer
Ans – (B) दीर्घवृत्ताकार
3. किसी एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन का पथ होगा :
(A) परवलयाकार
(B) दीर्घवृत्ताकार
(C) वृत्ताकार
(D) सरल रैखिक
Answer
Ans -(B) दीर्घवृत्ताकार
4. चुम्बकीय क्षेत्र (B) में वेग (D) से गतिमान आवेश q पर लगने वाला बल (F) है :
(A)
(B)
(C)
(D)
Answer
Ans -(C)
5. चुम्बकीय क्षेत्र (()) के समानांतर वेग (() ) से गतिमान आवेश q पर लगने वाला बल है :
(A)
(B)
(C)
(D) Zero
Answer
Ans -(C)
6. एक सीधे चालक में यदि I धारा प्रवाहित हो रही हैं, तो इससे दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र बल होगा : Most Important
(A)
(B)
(C) μ0nI
(D) शून्य
Answer
Ans -(A)
7. धारा I प्रवाहित करने वाले त्रिज्या के वृत्ताकार पाश के केन्द्र पर चुम्बकीय बल होगा : Most Important
(A) शून्य
(B) μ0nI
(C)
(D)
Answer
Ans -(D)
8. दो चुम्बकीय बल रेखाएँ :
(A) उदासीन बिन्दु पर एक-दूसरे को काटती हैं
(B) उत्तरी या दक्षिणी ध्रुवों के निकट काटती हैं
(C) एक-दूसरे को कभी नहीं काट सकती
(D) चुम्बक के मध्य में काटती हैं
Answer
Ans – (C) एक-दूसरे को कभी नहीं काट सकती
9. किसी चल कुण्डली गैल्वेनोमीटर का वोल्टमीटर में रूपान्तरण किया जाता है :
(A) समान्तर में उच्च प्रतिरोध लगाने से
(B) समान्तर में लघु प्रतिरोध लगाने से
(C) श्रेणी में उच्च प्रतिरोध लगाने से
(D) श्रेणी में लघु प्रतिरोध लगाने से
Answer
Ans -(C) श्रेणी में उच्च प्रतिरोध लगाने से
10. किसी चल कुण्डली गैल्वेनोमीटर का अमीटर में रूपान्तरण किया जाता है :
(A) समान्तर में उच्च प्रतिरोध लगाने से
(B) समान्तर में लघु प्रतिरोध लगाने से
(C) श्रेणी में उच्च प्रतिरोध लगाने से
(D) श्रेणी में लघु प्रतिरोध लगाने से
Answer
Ans -(B) समान्तर में लघु प्रतिरोध लगाने से
11. एक P विद्युत् आघूर्ण वाले द्विध्रुव को विद्युत् क्षेत्र E के समांतर रखने पर लगने वाला बल आघूर्ण होगा :
(A) PE
(B) PE cosθ
(C) शून्य
(D) कोई नहीं
Answer
Ans -(C) शून्य
12. एक P विद्युत् आघूर्ण वाले द्विध्रुव को विद्युत् क्षेत्र E से 90° कोण पर रखने से लगने वाला बल आघूर्ण होगा :
(A) PE
(B) PE cosθ
(C) PE / sinθ
(D) Zero
Answer
Ans -(D) Zero
13. प्रेरित वैद्युत धारा की दिशा का ज्ञान होता है :
(A) लेन्ज के नियम से
(B) फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
(C) बायो-सेवर्ट के नियम से
(D) ऐम्पियर के नियम से
Answer
Ans -(A) लेन्ज के नियम से
Chapter 5 चुंबकत्व एवं द्रव्य
1. एक प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति होती है :
(A) अल्प व धनात्मक
(B) अधिक व धनात्मक
(C) अल्प व ऋणात्मक
(D) अधिक व ऋणात्मक
Answer
Ans – (C) अल्प व ऋणात्मक
2. एक अनुचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति होती है :
(A) अल्प व धनात्मक
(B) अल्प व ऋणात्मक
(C) अधिक व धनात्मक
(D) अधिक व ऋणात्मक
Answer
Ans – (A) अल्प व धनात्मक
3. एक लोहचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति होती है :
(A) अधिक व ऋणात्मक
(B) अधिक व धनात्मक
(C) लघु व ऋणात्मक
(D) लघु व धनात्मक
Answer
Ans – (B) अधिक व धनात्मक
4. चुंबकीय क्षेत्र रेखा के किसी बिंदु पर खींची गई स्पर्शरेखा उस बिन्दु पर परिणामी दिशा बताती है :
(A) विद्युत बल F की
(B) विद्युत क्षेत्र E की
(C) चुंबकीय क्षेत्र B की
(D) विद्युत् धारा I की
Answer
Ans – (C) चुंबकीय क्षेत्र B की
5. किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के क्षैतिज तथा उर्ध्वाधर घटक बराबर हैं। उस स्थान पर नति कोण का मान होगा
(A) 0°
(B) 45°
(C) 60°
(D) 90°
Answer
Ans -(B) 45°
6. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक शून्य होता है :
(A) चुंबकीय ध्रुवों पर
(B) भौगोलिक ध्रुवों पर
(C) प्रत्येक स्थान पर
(D) चुंबकीय निरक्ष पर
Answer
Ans -(A) चुंबकीय ध्रुवों पर
7. किसी चुंबक की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ :
(A) एक संतत वक्र होती है
(B) संतत बंद लूप बनाती है
(C) वैद्युत – द्विध्रुव के जैसी है
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
Answer
Ans – (B) संतत बंद लूप बनाती है
8. किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव 0.16 G तथा नमन कोण 60° है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र है :
(A) 0.32 G
(B) 0.36 G
(C) 0.18 G
(D) 0.16 G
Answer
Ans -(A) 0.32 G
9. किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र 0.52 G तथा नमन कोण 60° है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का तिज अवयव है।
(A) 0.36 G
(B) 0.52 G
(C) 0.13 G
(D) 0.26 G
Answer
Ans -(D) 0.26 G
10. किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र 0.38 G तथा नमन कोण 30° है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव है।
(A) 0.19 G
(B) 0.38 G
(C) 0.33 G
(D) 0.57 G
Answer
Ans -(C) 0.33 G
11. किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र 0.32 G तथा इसका क्षैतिज अवयव 0.16 G है। इस स्थान 1 पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का नमन कोण है :
(A) 30°
(B) 60°
(C) 45°
(D) 22°
Answer
Ans -(B) 60°
Chapter 6 वैधुतचुंबकीय प्रेरण
1. चुम्बकीय क्षेत्र में रखे एक तार के लूप में से गुजरने वाला चुम्बकीय फ्लक्स निर्भर करता है :
(A) लूप के क्षेत्रफल पर
(B) क्षेत्र की तीव्रता पर
(C) क्षेत्र के सापेक्ष लूप के अभिविन्यास पर
(D) उपरोक्त सभी पर
Answer
Ans -(D) उपरोक्त सभी पर
2. एक कुण्डली से बद्धचुम्बकीय फ्लक्स 1 सेकण्ड में 5 वेबर से घटकर 2 वेबर हो जाता है। कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल है :
(A) 3 वोल्ट
(B) 30 वोल्ट
(C) 300 वोल्ट
(D) .3 वोल्ट
Answer
Ans -(A) 3 वोल्ट
3. चुम्बकीय क्षेत्र में रखे एक तार के लूप में से गुजरने वाला चुम्बकीय फ्लक्स निर्भर नहीं करता है ?
(A) लूप के क्षेत्रफल पर
(B) क्षेत्र की तीव्रता पर
(C) क्षेत्र के सापेक्ष लूप के अभिविन्यास पर
(D) लूप की आकृति पर
Answer
Ans -(D) लूप की आकृति पर
4. एक कुण्डली से बद्धचुम्बकीय फ्लक्स 1 सेकण्ड में 1 वेबर से घटकर 1 वेबर हो जाता है। कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल है :
(A) 9 वोल्ट
(B) 90 वोल्ट
(C) .9 वोल्ट
(D) .09 वोल्ट
Answer
Ans -(C) .9 वोल्ट
5. लेन्ज का नियम किस भौतिक राशि के संरक्षण पर आधारित है ?
(A) आवेश के
(B) संवेग के
(C) ऊर्जा के
(D) द्रव्यमान के
Answer
Ans -(C) ऊर्जा के
6. दो कुण्डलियों का अन्योन्य प्रेरण गुणांक किस पर निर्भर नहीं करता है ?
(A) परिनलिका के अंदर माध्यम पर
(B) कुण्डलियों के बीच की दूरी पर
(C) सापेक्ष दिक्विन्यास पर
(D) उनके प्रतिरोध पर
Answer
Ans -(D) उनके प्रतिरोध पर
7. एक कुण्डली के लिए स्वप्रेरकत्व 3 mH है। इसमें वैद्युत् धारा प्रवाह की दर 103 ऐम्पियर / सेकण्ड है। इसमें प्रेरित विद्युत वाहक बल है :
(A) 1 वोल्ट
(B) 2 वोल्ट
(C) 3 वोल्ट
(D) 4 वोल्ट
Answer
Ans -(C) 3 वोल्ट
8. एक कुण्डली के लिये स्वप्रेरकत्व 2 mH है। इसमें वैद्युत धारा प्रवाह की दर 103 ऐम्पियर / सेकण्ड है। इसमें प्रेरित वाहक बल है :
(A) 1 वोल्ट
(B) 2 वोल्ट
(C) 3 वोल्ट
(D) 4 वोल्ट
Answer
Ans -(B) 2 वोल्ट
Chapter 7 प्रत्यावर्ती धारा
1. किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा i = I0 sin (ωt + π/2) प्रवाहित हो रही है। इस धारा का r.m.s. मान है :
(A) I0
(B) I0/ω
(C) I0/√2
(D) ωI0
Answer
Ans -(C) I0/√2
2. किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा i = I0 sin (ωt-π/2) प्रवाहित हो रही है। इस धारा का r.m.s. मान है :
(A) I0
(B) I0/ω
(C) I0/√2
(D) ωI0
Answer
Ans -(C) I0/√2
3. किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा i = I0sinωt प्रवाहित हो रही है। इस धारा का वर्ग माध्य मूल (r.m.s.) मान है :
(A) I0/√2
(B) 2I0
(C) I0
(D) √2 I0
Answer
Ans -(A) I0/√2
4. किसी प्रतिरोधक के सिरों पर वोल्टता v=V0 sin wt. है। इस वोल्टता का वर्ग माध्य मूल (r.m.s.) मान है :
(A) V0
(B) 2 V0
(C) V0/√2
(D) √2 V0
Answer
Ans -(C) V0/√2
5. किसी ए० सी० स्रोत को संधारित्र से जोड़ा गया है। इसमें बहने वाली धारा तथा प्रयुक्त वोल्टता के बीच कालांतर होता है :
(A) 0°
(B) 90°
(C) 180°
(D) 45°
Answer
Ans -(B) 90°
6. जब एक ac स्रोत को प्रेरक से जोड़ा जाता है, तो वोल्टता और धारा में फेस अन्तर होता है :
(A) 0°
(B) 90°
(C) 45°
(D) 180°
Answer
Ans -(B) 90°
7. किसी ac स्रोत को प्रतिरोधक से जोड़ा गया है। इसमें बहने वाली धारा व प्रयुक्त वोल्टता के बीच कालांतर होता है :
(A) 0°
(B) 45°
(C) 90°
(D) 180°
Answer
Ans -(A) 0°
8. एक शुद्ध धारितीय परिपथ का शक्ति गुणांक होता है :
(A) 1
(B) √2
(C)
(D) शून्य
Answer
Ans -(D) शून्य
9. एक शुद्ध प्रेरकीय ac परिपथ का शक्ति गुणांक होता है :
(A) 1
(B) शून्य
(C)
(D) √2
Answer
Ans -(B) शून्य
10. π/ 4 कलांतर के तुल्य पथान्तर होता है :
(A) λ
(B) λ/2
(C) λ/4
(D) λ/8
Answer
Ans -(C) λ/4
11. प्रत्येक 40 वॉट के दो विद्युत् बल्बों को श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। संयोजन द्वारा शक्ति की खपत होगी : 1
(A) 20 वॉट
(B) 60 वॉट
(C) 80 वॉट
(D) 100 वॉट
Answer
Ans -(C) 80 वॉट
Chapter 8 वैधुतचुंबकीय तरंगे
1. एक विद्युत् चुंबकीय तरंग में, विद्युत् क्षेत्र व चुंबकीय क्षेत्र में कलान्तर होता है :
(A) 0
(B) π/4
(C) π/2
(D) π
Answer
Ans -(A) 0
2. सूक्ष्म तरंगें विद्युत् चुम्बकीय तरंगें होती हैं, जिनकी तरंग परास है :
(A) माइक्रो हर्ट्ज
(B) मेगा हर्ट्ज
(C) गीगा हर्ट्ज
(D) हर्ट्ज
Answer
Ans -(C) गीगा हर्ट्ज
3. निम्न में से किस विद्युत् चुम्बकीय तरंग की तरंगदैर्ध्य सबसे कम है ?
(A) X-किरणें
(B) सूक्ष्म- तरंगें
(C) γ-किरणें
(D) रेडियो तरंगें
Answer
Ans -(A) X-किरणें
4. निम्नलिखित में से कौन वैद्युत् चुंबकीय तरंगें हैं ?
(A) ध्वनि तरंगें
(B) α-किरणें
(C) B-किरणें
(D) γ-किरणें
Answer
Ans -(D) γ-किरणें
5. निम्नलिखित में से कौन वैद्युत् चुंबकीय तरंगें नहीं हैं ?
(A) गामा किरणें
(B) बीटा-किरणें
(C) एक्स-किरणें
(D) अवरक्त किरणें
Answer
Ans -(B) बीटा-किरणें
6. निम्न में आवृत्ति सबसे अधिक है ?
(A) पराबैंगनी किरणें
(B) दीर्घ रेडियो तरंगे
(C) गामा किरणें
(D) X-किरणें
Answer
Ans – (C) गामा किरणें
7. निम्न में किसकी तरंगदैर्घ्य सबसे कम है ?
(A) गामा किरणों की
(B) X-किरणों की
(C) अवरक्त किरणों की
(D) लघु रेडियो तरंगों की
Answer
Ans – (A) गामा किरणों की
8. निम्न में किसकी तरंगदैर्ध्य सबसे ज्यादा है ?
(A) गामा किरणों की
(B) X-किरणों की
(C) पराबैंगनी किरणों की
(D) रेडियो तरंगों की
Answer
Ans -(D) रेडियो तरंगों की
9. निम्न में किसकी आवृत्ति सबसे कम है ?
(A) पराबैंगनी किरणों की
(B) दीर्घ रेडियो तरंगों की
(C) गामा किरणों की
(D) X-किरणों की
Answer
Ans – (B) दीर्घ रेडियो तरंगों की
10. गामा किरणों का निर्वात में चाल का मान क्या है ?
(A) 2c
(B) c
(c)
(D)
Answer
Ans -(B) c (Here c is speed of light in vaccum)
11. (i) एक्स-किरणों का निर्वात में चाल का मान क्या है ?
(A) 2 c
(B) c
(C)
(D)
Answer
Ans -(B) c
12. एक 3×109 Hz आवृत्ति वाली तरंग की तरंगदैर्घ्य होगी :
(A) 0.1 मी०
(B) 1 मी०
(C) 109 मी०
(D) 10-2 मी०
Answer
Ans -(A) 0.1 मी०
13. किसी 3×1012 Hz आवृत्ति वाली तरंग की तरंगदैर्ध्य होगी:
(A) 3×108 मी०
(B) 3×104 मी०
(C) 10-4 मी०
(D) 104 मी०
Answer
Ans -(C) 10-4 मी०
Chapter 9 किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र
1. एक प्रिज्म के लिए अल्पतम विचलन का कोण 30° है तथा प्रिज्म का कोण 60° है। प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक है :
(A) 2
(B) √2
(C) 1.5
(D) 1/√2
Answer
Ans -(B) √2
2. 60° कोण वाले प्रिज्म का पीले प्रकाश के लिये न्यूनतम विचलन कोण 30° है। इस स्थिति में आपतन कोण का मान होगा :
(A) 30°
(B) 45°
(C) 60°
(D) 75°
Answer
Ans -(B) 45°
3. एक सामान्य मानव नेत्र के लिए सुस्पष्ट दृश्यता की अल्पतम दूरी होती है :
(A) 1 सेमी
(B) 2.5 सेमी
(C) 50 सेमी
(D) 25 सेमी
Answer
Ans -(D) 25 सेमी
4. वायु में प्रकाश की चाल 3×108 मी० / से० है । 4/3 अपवर्तनांक वाले जल में प्रकाश की चाल होगी :
(A) 1.5 x 108 m/s
(B) 2×108 m/s
(C) 1×108 m/s
(D) 2.25×108 m/s
Answer
Ans – (D) 2.25×108 m/s
5. वायु में प्रकाश की चाल 3 x 108 मी / से है। 1.5 अपवर्तनांक वाले काँच में प्रकाश की चाल होगी :
(A) 1.5 × 108 मी/से
(B) 2 x 108 मी/से
(C) 1 x 108 मी/से
(D) 2.5 x 108 मी / से
Answer
Ans – (B) 2 x 108 मी/से
6. किसी प्रिज्म के लिए न्यूनतम विचलन की शर्त है :
(A) आपतन कोण > निर्गमन कोण
(B) आपतन कोण = निर्गमन कोण
(C) आपतन कोण < निर्गमन कोण
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans -(B) आपतन कोण = निर्गमन कोण
7. प्रकाश को 90° अथवा 180° पर मोड़ने के लिए डिजाइन किए गए प्रिज्मों में उपयोग किया जाता है :
(A) विक्षेपण
(B) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
(C) परावर्तन
(D) विवर्तन
Answer
Ans -(B) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
8. छोटे कोण A के प्रिज्म (अपवर्तनांक 7 ) के लिए न्यूनतम विचलन कोण Dm होता है :
(A)
(B) Dm = (n-1) A
(C)
(D) Dm =n-1
Answer
Ans -(B) Dm = (n-1) A
9. एक प्रिज्म के लिये अल्पतम विचलन का कोण δm है तथा प्रिज्म का कोण A है । प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक है :
(A)
(B)
(C)
(D)
Answer
Ans -(C)
10. एक पूर्ण आंतरिक प्रिज्म कार्य करता है :
(A) पूर्ण आंतरिक परावर्तन पर
(B) परावर्तन पर
(C) अपवर्तन पर
(D) कोई नहीं
Answer
Ans -(A) पूर्ण आंतरिक परावर्तन पर
11. प्रकाशिक तंतु किस परिघटना पर कार्य करते हैं ?
(A) परिक्षेपण
(B) अपवर्तन
(C) प्रकीर्णन
(D) पूर्ण आंतरिक परावर्तन
Answer
Ans -(D) पूर्ण आंतरिक परावर्तन
12. मरीचिका की परिघटना होती है :
(A) परावर्तन से
(B) विक्षेपण से
(C) प्रकीर्णन से
(D) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन से
Answer
Ans – (D) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन से
13. दो लेन्स जिनकी क्षमताएँ 5D तथा – 3D है सम्पर्क में रखे हैं, उनकी संयुक्त फोकस दूरी है :
(A) 50 सेमी
(B) – 50 सेमी
(C) 25 सेमी
(D) 25 सेमी
Answer
Ans -(A) 50 सेमी
14. +2D क्षमता के लेंस की फोकस दूरी है :
(A) + 50 सेमी
(B) – 50 सेमी
(C) + 2 सेमी
(D) – 2 सेमी
Answer
Ans -(A) + 50 सेमी
15. दो लेन्स जिनकी क्षमताएँ 8D तथा -4D हैं। संपर्क में रखे हैं। उनकी संयुक्त फोकस दूरी है :
(A) 50 सेमी
(B) -50 सेमी
(C) 25 सेमी
(D) -25 सेमी
Answer
Ans -(C) 25 सेमी
16. एक द्वि- उत्तल लेन्स के दोनों तलों की वक्रता त्रिज्याएँ R बराबर हैं तथा इसका अपवर्तनांक 1.5 है। लेन्स की फोकस – दूरी होगी :
(A) R/2
(B) R
(C) -R
(D) 2R
Answer
Ans – (B) R
17. 15 सेमी फोकस दूरी का पतला उत्तल लेंस 15 सेमी फोकस दूरी के पतले अवतल लेंस के संपर्क में रखा है। संयोजन की क्षमता कितनी है ?
(A) 0 D
(B) ∞ D
(C) 3D
(D) 6 D
Answer
Ans – (A) 0 D
18. 10 सेमी फोकस दूरी का पतला उत्तल लेंस 10 सेमी फोकस दूरी के पतले अवतल लेंस के संपर्क में रखा है। संयोजन की क्षमता कितनी है ?
(A) ∞ D
(B) +5 D
(C) 0 D
(D) −5 D
Answer
Ans -(A) ∞ D
19. 15 सेमी फोकस दूरी का पतला उत्तल लेंस 10 सेमी फोकस दूरी के पतले अवतल लेंस के संपर्क में रखा है। संयुक्त लेंस की फोकस दूरी कितनी है ?
(A) + 25 सेमी
(B) +5 सेमी
(C) – 30 सेमी
(D) – 5 सेमी
Answer
Ans – (C) – 30 सेमी
20. अपवर्तनांक 1.5 के काँच से दोनों फलकों की समान वक्रता त्रिज्या के उभयोत्तल लेंस निर्मित करने हैं। यदि 20 सेमी फोकस दूरी के लेंस निर्मित करने हैं, तो अपेक्षित वक्रता त्रिज्या होगी :
(A) 10 सेमी
(B) 15 सेमी
(C) 20 सेमी
(D) 30 सेमी
Answer
Ans -(C) 20 सेमी
21. 30 सेमी फोकस दूरी का पतला उत्तल लेंस 20 सेमी फोकस दूरी के पतले अवतल लेंस के संपर्क में रखा है। संयुक्त लें की फोकस दूरी कितनी है ?
(A) + 50 सेमी
(B) – 60 सेमी
(C) +10 सेमी
(D) – 10 सेमी
Answer
Ans – (B) – 60 सेमी
22. +4D क्षमता के लेंस की फोकस दूरी है :
(A) – 25 सेमी
(B) + 25 सेमी
(C) – 4 सेमी
(D) + 4 सेमी
Answer
Ans -(A) + 25 सेमी
23. -4D क्षमता के लेंस की फोकस दूरी है :
(A) + 25 सेमी
(B) + 4 सेमी
(C) – 25 सेमी
(D) – 4 सेमी
Answer
Ans -(C) – 25 सेमी
Chapter 10 तरंग प्रकाशिकी
1. यदि व्यतिकरण करने वाली दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात 16:9 है, तो इनके व्यतिकरण प्रतिरूप में महत्तम एवं न्यूनतम तीव्रताओं का अनुपात है :
(A) 4:3
(B) 49:1
(C) 25:7
(D) 256 : 81
Answer
Ans -(A) 4:3
2. यंग के द्विझिरी प्रयोग में झिरियों के समतल से परदे को दूर कर देने पर फिंजों का कोणीय पार्थक्य :
(A) अचर रहता है
(B) बढ़ता है
(C) घटता है
(D) व्यतिकरण पैटर्न गायब हो जाता है।
Answer
Ans -(C) घटता है
3. यंग के द्विझिरी प्रयोग में, एकवर्णी स्रोत को दूसरे कम तरंगदैर्घ्य वाले एकवर्णी स्रोत से प्रतिस्थापन करने पर फ्रिंजों का वास्तविक पार्थक्य :
(A) अचर रहता है
(B) बढ़ता है
(C) घटता है
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
Answer
Ans -(C) घटता है
4. कौन-सा प्रभाव प्रकाश तरंगों की कणीय प्रकृति को दर्शाता है ?
(A) व्यतिकरण
(B) विवर्तन
(C) ध्रुवीकरण
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(B) विवर्तन
5. कौन-सा प्रभाव प्रकाश तरंगों की प्रकृति को दर्शाता है ?
(A) व्यतिकरण
(B) विवर्तन
(C) ध्रुवीकरण
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(A) व्यतिकरण
6. प्रकाश के अपने संघटक रंगों में टूटने की प्रक्रिया को कहते हैं :
(A) प्रकीर्णन
(B) विवर्तन
(C) अपवर्तन
(D) परिक्षेपण
Answer
Ans – (D) परिक्षेपण
7. समान आयाम व समान तरंगदैर्घ्य की दो प्रकाश तरंगें अध्यारोपित की जाती हैं। परिणामी तरंग का आयाम अधिकतम होगा, जब उनके बीच कलांतर हैं।
(A) शून्य
(B) π/2
(C) π
(D) π/4
Answer
Ans -(A) शून्य
Chapter 11 विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति
1. एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश होता है :
(A) 0 C
(B) 1 C
(C) – 2.6 x 10-19 C
(D) – 1.6 x 10-19 C
Answer
Ans -(D) – 1.6 x 10-19 C
2. एक प्रोटॉन पर आवेश होता है :
(A) 0 C
(B) 1 C
(C) – 2.6 × 10+19 C
(D) + 1.6 x 10-19 C
Answer
Ans – (D) + 1.6 x 10-19 C
3. सन् 1905 में किस वैज्ञानिक ने प्रकाश विद्युत् प्रभाव की व्याख्या के लिए वैद्युत चुंबकीय विकिरण का एक मौलिक रूप से नया चित्रण प्रस्तावित किया ?
(A) मिलिकन
(B) आइंस्टाइन
(C) रदरफोर्ड
(D) काम्प्टन
Answer
Ans – (B) आइंस्टाइन
4. किस वैज्ञानिक ने आइंस्टाइन प्रकाश-विद्युत समीकरण को बड़ी परिशुद्धता से कई क्षारीय धातुओं के लिए विकिरण- आवृत्तियों के विस्तृत परास के लिए सत्यापित किया ?
(A) मिलिकन
(B) आइंस्टाइन
(C) रदरफोर्ड
(D) काम्प्टन
Answer
Ans – (A) मिलिकन
5. सैद्धांतिकी भौतिकी में योगदान तथा प्रकाश -विद्युत् प्रभाव के अपने कार्य के लिए 1921 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया :
(A) मिलिकन को
(B) आइंस्टाइन को
(C) रदरफोर्ड को
(D) काम्प्टन को
Answer
Ans – (B) आइंस्टाइन को
6. प्रकाश इलेक्ट्रॉनों के लिए निरोधी विभव निर्भर करता है:
(A) केवल आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर
(B) केवल कैथोड के पदार्थ पर
(C) आपतित प्रकाश की आवृत्ति व कैथोड के पदार्थ दोनों पर
(D) आपतित प्रकाश की तीव्रता पर
Answer
Ans -(A) केवल आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर
7. धात्विक पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन तब उत्सर्जित होते हैं जबकि पृष्ठ पर आपतित प्रकाश की आवृत्ति :
(A) देहली आवृत्ति से कम हो
(B) देहली आवृत्ति से आधी हो
(C) देहली आवृत्ति से अधिक हो
(D) आवृत्ति का कोई प्रभाव नहीं है
Answer
Ans -(C) देहली आवृत्ति से अधिक हो
8. धात्विक पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन तब उत्सर्जित होते हैं जबकि पृष्ठ पर आपतित प्रकाश की तरंगदैर्घ्य :
(A) देहली तरंगदैर्घ्य से कम हो
(B) देहली तरंगदैर्घ्य की दोगुनी हो
(C) देहली तरंगदैर्घ्य से अधिक हो
(D) देहली तरंगदैर्घ्य का कोई प्रभाव नहीं है
Answer
Ans -(A) देहली तरंगदैर्घ्य से कम हो
9. निम्न में से किसका निरोधी विभव सबसे कम है ?
(A) नीला
(B) पीला
(C) बैंगनी
(D) लाल
Answer
Ans -(D) लाल
10. निम्न में से किसके लिए निरोधी विभव सबसे अधिक होगा ?
(A) लाल
(B) हरा
(C) पीला
(D) नीला
Answer
Ans -(D) नीला
11. प्रकाश के प्रभाव द्वारा धातुओं से उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों को कहते हैं :
(A) प्राथमिक इलेक्ट्रॉन
(B) द्वितीयक इलेक्ट्रॉन
(C) प्रकाश इलेक्ट्रॉन
(D) तापायन
Answer
Ans -(C) प्रकाश इलेक्ट्रॉन
Chapter 12 परमाणु
1. किसी परमाणु की निम्नतम अवस्था में ऊर्जा -4.9 eV है। इस परमाणु की आयनन ऊर्जा कितनी है ?
(A) 2.45 eV
(B) 13.6 eV
(C) 9.8 eV
(D) 4.9 eV
Answer
Ans -(D) 4.9 eV
2. किसके मॉडल को परमाणु का नाभिकीय मॉडल कहा जाता है ?
(A) थॉमसन
(B) रदरफोर्ड
(C) दे ब्रॉली
(D) बोर
Answer
Ans – (B) रदरफोर्ड
3. एक परमाणु पर आवेश होता है :
(A) 0 C
(B) 1 C
(C) – 1.6 x 10+19 C
(D) 1.6 × 10-19 C
Answer
Ans – (A) 0 C
4. रदरफोर्ड के प्रयोगों के अनुसार, एक केन्द्रक का आकार लगभग होता है ?
(A) 10-11 m से 10-10 m
(B) 10-13 m से 10-12 m
(C) 10-15 m से 10-14 m
(D) 10-12 m से 10-11 m
Answer
Ans – (C) 10-15 m से 10-14 m
5. हाइड्रोजन परमाणु में त्रिज्या की कक्षा में इलेक्ट्रॉन की स्थितिज ऊर्जा है :
(A)
(B)
(C)
(D)
Answer
Ans -(A)
6. हाइड्रोजन परमाणु में r त्रिज्या की कक्षा में इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा है :
(A)
(B)
(C)
(D)
Answer
Ans -(B)
7. हाइड्रोजन परमाणु की प्रथम उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉन की कुल ऊर्जा लगभग -3.4 ev है। इस अवस्था में इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा है :
(A) -3.4 eV
(B) 6.8 eV
(C) -6.8 eV
(D) 3.4 eV
Answer
Ans -(D) 3.4 eV
8. हाइड्रोजन परमाणु की प्रथम उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉन की कुल ऊर्जा लगभग -3.4 eV है। इस अवस्था में इलेक्ट्रॉन की स्थितिज ऊर्जा है :
(A) – 3.4 eV
(B) 6.8 eV
(C) -6.8 eV
(D) -1.7 eV
Answer
Ans -(C) -6.8 eV
9. हाइड्रोजन परमाणु की निम्नतम अवस्था में कुल ऊर्जा – 13.6 eV है। इस अवस्था में इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा होगी :
(A) – 13.6 eV
(B) 13.6 eV
(C) – 27.2 eV
(D) 27.2 eV
Answer
Ans -(B) 13.6 eV
10. हाइड्रोजन परमाणु की आयनन ऊर्जा होती है :
(A) 13.6 J
(B) 13.6 eV
(C) 1 eV
(D) 10.2 eV
Answer
Ans -(B) 13.6 eV
11. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में कौन-सी श्रेणी पराबैंगनी क्षेत्र में आती है ?
(A) लाईमैन
(B) बामर
(C) पाशन
(D) ब्रैकेट
Answer
Ans -(A) लाईमैन
12. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में कौन-सी श्रेणी नहीं होती है ?
(A) विशेष
(B) लाइमैन
(C) बामर
(D) पाशन
Answer
Ans -(A) विशेष
13. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में कौन-सी श्रेणी दृश्य क्षेत्र में होती है ?
(A) लाइमैन
(B) पाशन
(C) फुंट
(D) बामर
Answer
Ans -(D) बामर
14. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में कौन-सी श्रेणी अवरक्त क्षेत्र में होती है ?
(A) लाइमैन
(B) पाशन
(C) बामर
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(B) पाशन
15. किसी गतिमान कण से बद्ध दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य :
(A) इसके द्रव्यमान के अनुक्रमानुपाती है
(B) इसके द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती है
(C) इसकी ऊर्जा के अनुक्रमानुपाती है
(D) इसके संवेग के अनुक्रमानुपाती है
Answer
Ans -(D) इसके संवेग के अनुक्रमानुपाती है
16. केन्द्रक की खोज किसने की ?
(A) थॉमसन ने
(B) बोर ने
(C) रदरफोर्ड ने
(D) दे ब्रॉग्ली ने
Answer
Ans – (C) रदरफोर्ड ने
17. परमाणु के किस मॉडल के अनुसार परमाणु धनावेशों का गोलीय मेघ है जिसमें इलेक्ट्रॉन अंतः स्थापित होते हैं ?
(A) रदरफोर्ड मॉडल
(B) बोर मॉडल
(C) थॉमसन मॉडल
(D) दे ब्रॉग्ली
Answer
Ans – (C) थॉमसन मॉडल
18. V वोल्ट के विभवांतर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबंधित दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य है :
(A) (1227/ √V) Å
(B) ( 1.227/ √V ) Å
(C) ( 12.27 /√V ) Å
(D) ( 122.7 /√V ) Å
Answer
Ans -(C) ( 12.27 /√V ) Å
19. 100 v के विभवांतर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबंधित दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य है :
(A) 1.127 Å
(B) 11.27 Å
(C) 12.27 Å
(D) 1.227 Å
Answer
Ans -(D) 1.227 Å
20. 100 v के विभवांतर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबंधित दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य है :
(A) .1127 nm
(B) 1.127 nm
(C) .127 nm
(D) .1227 nm
Answer
Ans -(D) .1227 nm
21. 64 V के विभवान्तर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबंधित दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य है :
(A) 1.227 nm
(B) 0.153 nm
(C) 1.53 nm
(D) 12.27 nm
Answer
Ans -(B) 0.153 nm
22. 121 V के विभवान्तर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबंधित दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य है :
(A) 1.227 nm
(B) 12.270 nm
(C) 0.112 nm
(D) 11.200 nm
Answer
Ans -(C) 0.112 nm
23. यदि एक इलेक्ट्रॉन 1 वोल्ट के विभवांतर में त्वरित हो, तो दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य होगी:
(A) 1 मी०
(B) 1.227 मी०
(C) 12.27 Å
(D) 1.227 Å
Answer
Ans -(C) 12.27 Å
24. 104 वोल्ट के विभवांतर द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य होगी:
(A) 1 मी०
(B) 12.27 Å
(C) 0.1227 Å
(D) 1.227 मी०
Answer
Ans -(C) 0.1227 Å
25. एक 150 वोल्ट के विभवांतर से त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य होगी:
(A) 12.27 Å
(B) 1 Å
(C) 1.227 Å
(D) 1 m
Answer
Ans -(C) 1.227 Å
Chapter 13 नाभिक
1. धन आवेशित वस्तु में है :
(A) न्यूट्रॉनों की अधिकता
(B) इलेक्ट्रॉनों की अधिकता
(C) इलेक्ट्रॉनों की कमी
(D) प्रोटॉनों की कमी
Answer
Ans -(D) प्रोटॉनों की कमी
2. ऋणावेशित वस्तु में है :
(A) न्यूट्रॉनों की अधिकता
(B) इलेक्ट्रॉनों की अधिकता
(C) इलेक्ट्रॉनों की कमी
(D) प्रोटॉनों की अधिकता
Answer
Ans -(B) इलेक्ट्रॉनों की अधिकता
3. ड्यूटेरियम (1H2) के नाभिक में न्यूक्लियानों के प्रकार एवं संख्या होगी :
(A) 2 प्रोटॉन
(B) 1 प्रोटॉन एव 1 न्यूट्रॉन
(C) 2 न्यूट्रॉन
(D) 1 प्रोटॉन एवं 1 इलेक्ट्रॉन
Answer
Ans -(B) 1 प्रोटॉन एव 1 न्यूट्रॉन
4. दो परमाणुओं के परमाणु क्रमांक समान परन्तु परमाणु द्रव्यमान भिन्न हैं, वह होंगे :
(A) समस्थानिक
(B) समभारिक
(C) समन्यूट्रॉनिक
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(A) Isotopes
5. ऐसे सभी नाभिक जिनकी द्रव्यमान संख्या A समान होती है, कहलाते हैं :
(A) समभारिक
(B) समन्यूट्रॉनिक
(C) समस्थानिक
(D) उपरोक्त सभी
Answer
Ans -(A) समभारिक
6. ऐसे सभी नाभिक जिनका परमाणु क्रमांक Z समान होता है, कहलाते हैं :
(A) समभारिक
(B) समन्यूट्रॉनिक
(C) समस्थानिक
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans -(C) समस्थानिक
7. ऐसे नाभिक जिनकी न्यूट्रॉन संख्या N समान हो लेकिन परमाणु क्रमांक Z भिन्न हो, कहलाते हैं :
(A) समभारिक
(B) समन्यूट्रॉनिक
(C) समस्थानिक
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
Answer
Ans -(B) समन्यूट्रॉनिक
8. हीलियम ( 2He4 ) के नाभिक में न्यूक्लिआनों के प्रकार एवं संख्या होगी :
(A) 2 प्रोटॉन
(B) 2 प्रोटॉन एवं 2 न्यूट्रॉन
(C) 2 प्रोटॉन एवं 2 इलेक्ट्रॉन
(D) 2 न्यूट्रॉन
Answer
Ans -(B) 2 प्रोटॉन एवं 2 न्यूट्रॉन
9. एक न्यूट्रॉन पर आवेश होता है :
(A) 0 C
(B) 1.6 x 10-19 C
(C) – 1.6 x 10-19 C
(D) 1 C
Answer
Ans – (A) 0 C
Chapter 14 अर्धचालक इलेक्ट्रोनिकी – पदार्थ, युक्तियां तथा सरल परिपथ
1. परम शून्य ताप पर शुद्ध जर्मेनियम का क्रिस्टल व्यवहार करता है :
(A) पूर्ण चालक की भाँति
(B) पूर्ण अचालक की भांति
(C) अर्द्धचालक की भाँति
(D) इनमें किसी भी भांति नहीं
Answer
Ans -(B) पूर्ण अचालक की भांति
2. कमरे के तापमान पर आंतरिक (Intrinsic) अर्धचालकों में इलेक्ट्रॉन तथा होल की संख्या होती है :
(A) बराबर
(B) शून्य
(C) असमान
(D) अनन्त
Answer
Ans -(A) बराबर
3. p-टाइप के अर्द्धचालक में अल्पसंख्यक आवेश वाहक होते हैं :
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) होल
(C) इलेक्ट्रॉन तथा होल
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(A) इलेक्ट्रॉन
4. सिलिकॉन (Si) को p- प्रकार का अर्धचालक बनाने में कौन-सा अपमिश्रक उपयुक्त नहीं हो सकता ?
(A) In
(B) Al
(C) B
(D) P
Answer
Ans – (D) P
5. जर्मेनियम (Ge) को p – प्रकार का अर्धचालक बनाने में कौन-सा अपमिश्रक उपयुक्त नहीं हो सकता ?
(A) P
(B) In
(C) B
(D) Al
Answer
Ans -(B) In
6. 1n- टाइप के अर्द्धचालक में अल्पसंख्यक आवेश वाहक होते हैं :
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) होल
(C) इलेक्ट्रॉन तथा होल
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer
Ans -(B) होल
7. जर्मेनियम (Ge) को n – प्रकार का अर्धचालक बनाने में कौन-सा अपमिश्रक उपयुक्त नहीं हो सकता ?
(A) P
(B) In
(C) As
(D) Sb
Answer
Ans -(B) In
8. सिलिकॉन (Si) को n – प्रकार का अर्धचालक बनाने में कौन-सा अपमिश्रक उपयुक्त नहीं हो सकता ?
(A) B
(B) As
(C) P
(D) Sb
Answer
Ans -(A) B
9. जब p-n संधि पर अग्रदिशिक बायस अनुप्रयुक्त किया जाता है, तब यह :
(A) विभव रोधक बढ़ाता है
(B) बहुसंख्यक वाहक धारा को शून्य कर देता है
(C) विभव रोधक को कम कर देता है
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans -(C) विभव रोधक को कम कर देता है
10. जब p-n संधि पर पश्चदिशिक बायस अनुप्रयुक्त किया जाता है, तब यह :
(A) विभव रोधक बढ़ाता है
(B) बहुसंख्यक वाहक धारा को बढ़ा देता है
(C) विभव रोधक को कम कर देता है
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans -(A) विभव रोधक बढ़ाता है
11. बिना बायस p-n संधि से, होल p-क्षेत्र में n क्षेत्र की ओर विसरित होते हैं, क्योंकि :
(A) n – क्षेत्र में मुक्त इलेक्ट्रॉन उन्हें आकर्षित करते हैं
(B) ये विभवांतर के कारण संधि के पार गति करते हैं
(C) p-क्षेत्र में होल सांद्रता, n-क्षेत्र में इनकी सांद्रता से अधिक है
(D) उपरोक्त सभी
Answer
Ans -(C) Hole concentration in p-region is more as compared to n-region
12. पदार्थ का ऊर्जा बैण्ड चित्र में दिया गया है, जहाँ V संयोजी बैण्ड तथा C चालन बैण्ड है:
ये पदार्थ हैं :
(A) चालक
(B) अर्द्धचालक
(C) कुचालक
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
Ans -(C) कुचालक
13. एक पदार्थ का ऊर्जा बैण्ड चित्र में दिखाया गया है जहाँ V संयोजी बैण्ड तथा C चालन बैण्ड है,
ये पदार्थ है :
(A) चालक
(B) अर्द्धचालक
(C) कुचालक
(D) हीरा
Answer
Ans -(B) अर्द्धचालक
14. कार्बन, सिलिकॉन और जर्मेनियम, प्रत्येक में चार संयोजक इलेक्ट्रॉन हैं। इनकी विशेषता ऊर्जा बैंड अंतराल द्वारा पृथक्कृत संयोजकता और चालन बैण्ड द्वारा दी गई है, जो क्रमशः (Eg)c, (Eg)si तथा (Eg)ce के बराबर है। निम्नलिखित में से कौन-सा प्रकथन सत्य है ?
(A) (Eg) si < ((Eg)Ge < (Eg)c
(B) (Eg)c < (Eg)Ge > (Eg)si
(C) (Eg)c > (Eg)si > (Eg)Ge
(D) (Eg)c = (Eg)si = (Eg)Ge
Answer
Ans -(C) (Eg)c > (Eg)si > (Eg)Ge