HBSE Class 8 नैतिक शिक्षा Chapter 12 – देश की धरती Explanation Solution

Class 8 Hindi Naitik Siksha BSEH Solution for Chapter 12 देश की धरती Explain for Haryana board. CCL Chapter Provide Class 1th to 12th all Subjects Solution With Notes, Question Answer, Summary and Important Questions. Class 8 Hindi mcq, summary, Important Question Answer, Textual Question Answer, Word meaning, Vyakhya are available of नैतिक शिक्षा Book for HBSE.

Also Read – HBSE Class 8 नैतिक शिक्षा Solution

HBSE Class 8 Naitik Siksha Chapter 12 देश की धरती Explanation for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 8th Book Solution.

देश की धरती Class 8 नैतिक शिक्षा Chapter 12 Explanation


मन समर्पित, तन समर्पित,
और यह जीवन समर्पित,
चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ!

माँ, तुम्हारा ऋण बहुत है, मैं अकिंचन,
किन्तु इतना कर रहा फिर भी निवेदन,
थाल में लाऊँ सजाकर भाल जब भी
कर दया स्वीकार लेना वह समर्पण।
गान अर्पित, प्राण अर्पित,
रक्त का कण-कण समर्पित,
चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ।

कर रहा आराधना मैं आज तेरी,
एक विनती तो करो स्वीकार मेरी,
भाल पर मल दो चरण की धूल थोड़ी
शीश पर आशीष की छाया घनेरी।
स्वप्न अर्पित, प्रश्न अर्पित,
आयु का क्षण-क्षण समर्पित,
चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ।

तोड़ता हूँ मोह का बन्धन, क्षमा दो,
गाँव मेरे, द्वार, घर, आँगन क्षमा दो,
देश का जयगान अधरों पर सजा है
देश का ध्वज हाथ में केवल थमा दो।
ये सुमन लो, ये चमन लो,
नीड़ का तृण-तृण समर्पित,
चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ।


 

Leave a Comment

error: