मुगल सम्राट एवं उनका प्रारंभिक प्रतिरोध Class 8 इतिहास Chapter 1 Important Question Answer – हमारा भारत III HBSE Solution

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HBSE Class 8 इतिहास / History in hindi मुगल सम्राट एवं उनका प्रारंभिक प्रतिरोध / Mughal samrat avam unka prarambhik pratirodh Important Question Answer for Haryana Board of chapter 1 in Hamara Bharat III Solution.

मुगल सम्राट एवं उनका प्रारंभिक प्रतिरोध Class 8 इतिहास Chapter 1 Important Question Answer


प्रश्न 1. हेमचंद्र विक्रमादित्य के विषय में टिप्पणी लिखें।

उत्तर – हेमचंद्र विक्रमादित्य पानीपत की दूसरी लड़ाई के प्रमुख नायक थे। वह मुस्लिम शासन के पश्चात एकमात्र अंतिम हिंदू राजा थे जो दिल्ली के सिंहासन पर बैठे थे। उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ। बड़े होने के साथ-साथ वे प्रधानमंत्री और बाद में सेनापति के पद पर नियुक्त किए गए। उन्होंने अपने जीवन में 22 युद्ध जीते। हेमचंद्र ने दिल्ली के गवर्नर तर्दीखान बेग को परास्त कर दिल्ली पर जीत हासिल की। लगातार युद्ध जीतने के कारण उन्हें ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि भी दी गई थी। दिल्ली का राजा बनने के बाद अकबर की सेना से लड़ते हुए उसकी बाईं आंख में तीर लग गया जिस कारण अकबर उसे बंदी बनाकर लाया और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।


प्रश्न 2. हल्दीघाटी युद्ध का विस्तृत वर्णन कीजिए।

उत्तर – हल्दीघाटी का युद्ध भारतीय इतिहास की एक अमर गाथा है। जब अकबर ने राजा मान सिंह व राणा के विद्रोही भाई शक्ति सिंह को मेवाड़ पर आक्रमण करने के लिए भेज दिया। इधर महाराणा प्रताप भी अपनी सेना के साथ हल्दीघाटी पहुंचे। महाराणा प्रताप के साथ रावत किसनदास, भीम सिंह डोडिया, रामदास मेड़तिया, भामाशाह झाला मान और भील सरदार राणा पूंजा शामिल थे। चंदावल में घाटी के मुहाने पर भीडल लोग तीर कमान के साथ मौजूद थे। उनकी सेना में अफगान बादशाह शेरशाह सूरी का वंशज हकीम खां सूर भी था, जिसे प्रताप ने मेवाड़ का सेनापति बनाया था। मेवाड़ी सेना के आक्रमण का वेग इतना तीव्र था कि मुगल सैनिकों ने भागकर जान बचाई। महाराणा प्रताप युद्ध में वीरता से लड़ रहे थे तभी उन्होंने हाथी पर सवार मानसिंह पर अपने भाले से वार किया लेकिन संयोग से वह बच गया और उसका हाथी उसे लेकर भाग खड़ा हुआ।

दुश्मनों ने उनको चारों तरफ से घेर लिया इसके बावजूद भी वह डरे नहीं। उन्होंने युद्ध की दिशा को मैदानों की बजाय पहाड़ों में मोड़ने का प्रयास किया। तब तक झाला मान ने मुगल सेना को रोके रखा। जिसमें उन्होंने अपने जीवन का बलिदान दे दिया। दो मुगल सरदारों ने महाराणा प्रताप का पीछा किया, जिन्हें शक्ति सिंह ने मार डाला। इस युद्ध से मुगल सैनिकों का मनोबल इतना टूट चुका था कि उनमें प्रताप की सेना का पीछा करने का साहस ही नहीं बचा। इस युद्ध में महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक ने अपना भी दम तोड़ दिया।


प्रश्न 3. मोहन सिंह मंडार का मुगलों से संघर्ष पर एक नोट लिखिए।

उत्तर – मोहन सिंह मंडार हरियाणा के कैथल जिले से थे। उसने अपने गांव को घेरने वाले बाबर के भेजे हुए मुगलों को भारी क्षति पहुंचाई। उसके बाद बाबर ने अपने सिपहसालार तरसम बहादुर और नौरंगजेब को भेजा। उन्होंने सेना को तीन हिस्सों में बांटा। जब ग्रामीण युद्ध में व्यस्त थे तभी बाबर के सैनिकों ने पूरे गांव को जला डाला। मोहन सिंह गांव को जलता देख जब गांव की ओर वापस आया तो उसे पकड़ लिया गया और सजा-ए-मौत का फरमान सुना दिया गया।


प्रश्न 4. महाराणा प्रताप के जीवन पर एक निबंध लिखिए।

उत्तर – महाराणा प्रताप सिसोदिया राजपूत वंश के प्रसिद्ध राजा थे। उनका जन्म 9 मई, 1540 ई. को कुम्भलगढ़ (राजस्थान) में महाराणा उदय सिंह के यहां हुआ था। इनकी माता का नाम जैवन्ताबाई सोनगरा था। बचपन से ही उनकी हथियारों मैं विशेष रूचि थी। वे धन दौलत के स्थान पर मान सम्मान व स्वाधीनता को अधिक महत्व देते थे। उनके पिता की मृत्यु के पश्चात 32 वर्ष की आयु में वे राजा बने। ज्यादातर राजपूत राजा अकबर की मित्रता के प्रभाव में थे। महाराणा प्रताप मुगलों की योजना समझ चुके थे इसीलिए उन्होंने उनसे मित्रता नहीं की। अकबर मेवाड़ पर अधिकार करके वहां के बहुमूल्य खनिज पदार्थों एवं वहां के व्यापारिक रास्ते पर अधिकार करना चाहता था। अकबर के लिए सबसे बड़ी चुनौती महाराणा प्रताप को रास्ते से हटाना था इसीलिए उसने सेना भेजकर महाराणा प्रताप पर धावा बोल दिया। एक घमासान युद्ध के पश्चात अकबर की सेना जान बचाकर भागने लगी। इस युद्ध को हम हल्दीघाटी के युद्ध के नाम से जानते हैं।


प्रश्न 5. पानीपत की दूसरी लड़ाई का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

उत्तर – पानीपत की दूसरी लड़ाई मुगल बादशाह अकबर और हेमू के बीच हुई। 5 नवंबर, 1556 ई. को हेमू को समाचार मिला कि मुगल सेना पानीपत के मैदान में पहुंच चुकी है। हेमू अपने प्रिया हाथी हवाई पर सवार होकर युद्ध के लिए निकल पड़ा। अकबर को इस युद्ध से आठ मील दूर रखा गया था ताकि अगर युद्ध हार जाते हैं तो काबुल भागा जा सके। हेमू की सेना ने अकबर की सेना को तीन तरफ से घेर दिया और उनको भागने पर मजबूर कर दिया। इसी दौरान एक तीर उनकी आंख में आग लगा जिससे वह बेहोश होकर हाथी से गिर गए। सेना में अपने सेनापति को ना पाकर सेना में भगदड़ मच गई और वह इस युद्ध हार गए। हेमू को बंदी बनाकर अकबर के सामने लाया गया और उसके सिर को धड़ से अलग कर दिया गया। उसके धड़ को दिल्ली के पुराने किले के बाहर लटका दिया गया और सिर को काबुल के दिल्ली दरवाजे पर लटकाया गया ताकि लोगों के दिलों में डर पैदा हो।


प्रश्न 6. दुर्गावती के प्रजा हित में किए गए कार्यों का वर्णन कीजिए।

उत्तर – उनके नेतृत्व में गोंण्डवाना राज्य ने बहुत तरक्की की। प्रजा समृद्धि वैभव संपन्न हो गई। रानी ने जनता की भलाई के लिए मठ, कुएं, बावरियों एवं धर्मशालाओं का निर्माण करवाया। अपने दीवान आधार सिंह के नाम पर आधारताल और बचपन की दासी रामचेरी के नाम पर चेरीताल तथा प्रिय हाथी सरमन के नाम पर हाथी ताल बनवा कर उनकी समृद्धि को स्थाई बनाया। उन्होंने नर-बलि, बाल-विवाह, पर्दा-प्रथा, सती-प्रथा व जाति-प्रथा जैसी कुरीतियों से प्रजा को मुक्त किया।


प्रश्न 7. बाबर कौन था और उसने अपनी सल्तनत की नींव भारत में कैसे रखी?

उत्तर – बाबर भारत में मुगल वंश के संस्थापक थे।  वह उज्बेकिस्तान का निवासी था। भारत पर पांच आक्रमण के बाद उसने इब्राहिम लोदी को पानीपत के मैदान में हराकर 1526 ई. में उसने मुगल सल्तनत की नींव रखी।


 

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