NCERT Solution of Class 12 Hindi आरोह भाग 2 Chapter 2 पतंग Question Answer for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board, Up Board, RBSE and Some other state Boards. We Provides all Classes पाठ का सार, अभ्यास के प्रश्न उत्तर और महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर , MCQ for score Higher in Exams.
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NCERT Solution of Class 12th Hindi Aroh Bhag 2 / आरोह भाग 2 Chapter 2 पतंग / Patang Question Answer Solution.
पतंग Class 12 Hindi Chapter 2 Question Answer
प्रश्न 1. ‘सबसे तेज बौछारें गयीं, भादो गया’ के बाद प्रकृति में जो परिवर्तन कवि ने दिखाया है, उसका वर्णन अपने शब्दों में करें।
उत्तर – सबसे तेज बौछारें तथा भादो के बाद एक नया सवेरा हुआ है। जो खरगोश की लाल आंखों की तरह अत्यंत सुंदर है। नया सवेरा अनेक बौछारों और झाड़ियों को पार करके आया है। कवि ने इस सर्द ऋतु को मानव रूप में दर्शाते हुए कहा है कि वह अपनी चमकीली साइकिल पर सवार होकर बच्चों के समूह को संकेतों द्वारा बच्चों को पतंग उड़ाने के लिए अपने समीप बुला रहा है। बच्चे पतंगों को एक धागे के सहारे आकाश की गहराइयों तक उड़ा रहे हैं। चारों ओर उनकी सीटियां और खुशी भरी किलकारियों की मधुर गूंज आ रही है। तितलियां भी आकाश में उड़ती दिखाई पड़ रही है।
प्रश्न 2. सोचकर बताएँ कि पतंग के लिए सबसे हलकी और रंगीन चीज़, सबसे पतला कागज़, सबसे पतली कमानी जैसे विशेषणों का प्रयोग क्यों किया है?
उत्तर – कवि ने इन विशेषण ओं के प्रयोग से बच्चों के क्रियाकलापों का सुंदर चित्रण किया है। बच्चे भी पतंगों की भांति बहुत ही हल्के होते हैं। ज्यादातर बच्चे पतले दुबले होते हैं शरीर से भी और मन से भी। बच्चे भी पतंगों की भांति आकाश की गहराइयों में जाना चाहते हैं। इसीलिए पतंग के लिए सबसे हल्की और रंगीन चीज, सबसे पतला बांस, सबसे पतली कमानी जैसे विशेषण का प्रयोग कवि द्वारा किया गया है।
प्रश्न 3. बिंब स्पष्ट करें –
सबसे तेज़ बौछारें गयीं भादो गया
सवेरा हुआ
खरगोश की आँखों जैसा लाल सवेरा
शरद आया पुलों को पार करते हुए
अपनी नयी चमकीली साइकिल तेज़ चलाते हुए
घंटी बजाते हुए ज़ोर-ज़ोर से चमकीले इशारों से बुलाते हुए
पतंग उड़ाने वाले बच्चों के झुंड को
चमकीले इशारों से बुलाते हुए और
आकाश को इतना मुलायम बनाते हुए
कि पतंग ऊपर उठ सके —
उत्तर – इसमें गतिशील बिंब योजना का सजीव चित्रण किया गया है और दृश्य बिंब का भी समायोजन किया गया है।
प्रश्न 4. जन्म से ही वे अपने साथ लाते हैं कपास कपास के बारे में सोचें कि कपास से बच्चों का क्या संबंध बन सकता है।
उत्तर – जिस प्रकार कपास में जन्म से ही निर्मलता और कोमलता होती है। उसी प्रकार बच्चों में भी जन्म से ही निर्मलता और कोमलता होती है। जिस प्रकार कपास पूरी तरह से दागहीन होती है उसी प्रकार बच्चों का मन भी दोषहीन होता है।
प्रश्न 5. पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं- बच्चों का उड़ान से कैसा संबंध बनता है?
उत्तर – कवि ने पतंगों को बच्चों की भावनाओं का प्रतीक माना है। जिस प्रकार पतंग आकाश की गहराइयों में जाती है उसी प्रकार का बच्चों का मन भी होता है। वे अपनी भावनाओं को अंत ही आकाश तक ले जाना चाहते हैं। इसीलिए बच्चों और पतंग में एक न टूट सकने वाला संबंध है। जब पतंग उड़ती है तो बच्चें का मन भी उसके साथ उड़ता है। वह अपने आप को भूलकर पतंग के साथ एक हो जाते हैं।
प्रश्न 6. निम्नलिखित पंक्तियों को पढ़ कर प्रश्नों का उत्तर दीजिए।
(क) छतों को भी नरम बनाते हुए
दिशाओं को मृदंग की तरह बजाते हुए
(ख) अगर वे कभी गिरते हैं छतों के खतरनाक किनारों से
और बच जाते हैं तब तो
और भी निडर होकर सुनहले सूरज के सामने आते हैं।
- दिशाओं को मृदग की तरह बजाने का क्या तात्पर्य है?
उत्तर – दिशाओं को मृदंग की तरह बजाने का तात्पर्य है कि बच्चे अपनी किलकारियों के द्वारा सभी दिशाओं को नगाड़ों की तरह बजाते प्रति होते हैं।
- जब पतंग सामने हो तो छतों पर दौड़ते हुए क्या आपको छत कठोर लगती है?
उत्तर – नहीं, जब पतंग सामने हो तो छतों पर दौड़ते हुए भी छत कठोर नहीं बल्कि कोमल लगती है।
- खतरनाक परिस्थितियों का सामना करने के बाद आप दुनिया की चुनौतियों के सामने स्वयं को कैसा महसूस करते हैं?
उत्तर – स्वयं को साहसी और निडर महसूस करते हैं। और अब दुनिया की चुनौतियों का सामना करने में अब सक्षमता महसूस होती है।