पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल Class 6 भूगोल Chapter 5 Notes – NCERT Solution

Class 6 Geography ( भूगोल ) पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल Notes NCERT Solution in Hindi. NCERT Class 6 Bhugol Notes, Textual Question Answer and Important Question Answer in Hindi also Available for Various Board Students like HBSE, CBSE, UP board, Mp Board, RBSE and some other State Boards.

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NCERT Solution for Class 6 Geography chapter 5 notes in Hindi / भूगोल पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल / Prithvi ke Parmukh Parimandal Notes.

पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल कक्षा 6 भूगोल Chapter 5 Notes


भूमंडल – पृथ्वी का ठोस भाग जिस पर हम रहते हैं उसे भूमंडल कहा जाता है।

वायुमंडल – गैस की परतें, जो पृथ्वी को चारों ओर से घेरती हैं उसे वायुमंडल कहा जाता है। जिन में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा दूसरी गैसें पाई जाती है।

जलमंडल – जल की सभी अवस्थाएं; जैसे – बर्फ, जल एवं जलवाष्प को जलमंडल में शामिल किया जाता है। पृथ्वी के बहुत बड़े भाग पर जल पाया जाता है जिसे जलमंडल कहते हैं।


भूमंडल –

पृथ्वी के ठोस भाग को भूमंडल कहा जाता है। यह भूपर्पटी की चट्टानों तथा मिट्टी की पतली परतों क बना होता है। जिसमें जीवो के लिए पोषक तत्व पाए जाते हैं। पृथ्वी की सतह को दो मुख्य भागों में बांटा जा सकता है। बड़े स्थलीय भूभागों को महाद्वीपों में और बड़े जलाशयों को महासागरीय बेसिन के नाम से जाना जाता है।

समुद्री जल का तल सभी जगह समान होता है। स्थल की ऊंचाई को समुंदर तल से मापा जाता है जिसे शून्य माना जाता है।

पृथ्वी पर सात प्रमुख महाद्वीप हैं – एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा अंटार्कटिका।

1. एशिया विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है‌। यह पृथ्वी के कुल क्षेत्रफल के एक तिहाई भाग में फैला हुआ है। यह महाद्वीप पूर्वी गोलार्ध में स्थित है। कर्क रेखा इस महाद्वीप से होकर गुजरती है एशिया के पश्चिम में यूराल पर्वत है जो इसे यूरोप से अलग करता है। यूरोप एवं एशिया के संयुक्त भूभाग को यूरेशिया ( यूरोप + एशिया ) कहा जाता है।

2. यूरोप महाद्वीप एशिया के पश्चिम में स्थित है। आर्कटिक वृत्त इस से होकर गुजरता है। यह तीन तरफ से जल से घिरा है।

3. अफ्रीका एशिया के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। अफ्रीका एक ऐसा महाद्वीप है जिससे होकर विषुवत वृत्त, कर्क रेखा और मकर रेखा, तीनों रेखाएं गुजरती है। सहारा का रेगिस्तान विश्व का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है। जो अफ्रीका में स्थित है। विश्व की सबसे लंबी नदी नील अफ्रीका से होकर गुजरती है।

4. उत्तर अमेरिका विश्व का तीसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह दक्षिण अमेरिका से एक संकरे स्थल से जुड़ा है जिसे पनामा स्थलसंधि कहा जाता है। यह महाद्वीप तीन महासागरों से घिरा है।

5. दक्षिण अमेरिका का अधिकांश भाग दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है। विश्व की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला एंडीज इसके उत्तर से दक्षिण की ओर फैली हुई है। दक्षिण अमेरिका में विश्व की सबसे बड़ी नदी अमेजन बहती है।

6. ऑस्ट्रेलिया विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है। जो कि पूरी तरह से दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है। यह चारों तरफ से महासागरों तथा समुंद्रों से गिरा है। इसे द्वीपीय महाद्वीप भी कहा जाता है।

7. अंटार्कटिका दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है। दक्षिण ध्रुव इस महाद्वीप के मध्य में स्थित है। इस महाद्वीप पर हमेशा मोटी बर्फ की परतें ढकी रहती हैं। यहां किसी भी प्रकार का स्थानीय मानव निवास नहीं है। बहुत से देशों के शोध केंद्र यहां पर स्थित है। भारत के भी शोध संस्थान यहां है। जिनके नाम है मैत्री तथा दक्षिण गंगोत्री।


जलमंडल –

पृथ्वी को नीला ग्रह कहा जाता है। पृथ्वी का 71% भाग जल तथा 29% भाग स्थल है। जलमंडल में जल के सभी रूप उपस्थित हैं। इसमें महासागर, नदियाँ, झीले, हिमनदियाँ, भूमिगत जल तथा वायुमंडल की जलवाष्प भी शामिल है। पृथ्वी पर पाए जाने वाले जल का लगभग 97% से अधिक भाग महासागरों में पाया जाता है और वह इतना खारा होता है कि उसको मानव के उपयोग में नहीं लाया जा सकता। शेष जल पीने लायक है लेकिन इसका भी काफी ज्यादा हिस्सा बर्फ के रूप में जमा हुआ है।

महासागर –

महासागरीय जल हमेशा गतिशील रहता है। तरंगे, ज्वार भाटा तथा महासागरीय धाराएं महासागरीय जल की तीन मुख्य गतियां होती हैं। बड़े से छोटे आकार के आधार पर पांच महासागर प्रमुख हैं – प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, दक्षिणी महासागर तथा आर्कटिक महासागर।

1. प्रशांत महासागर सबसे बड़ा महासागर है। यह पृथ्वी के एक तिहाई भाग पर फैला हुआ है। पृथ्वी का सबसे गहरा भाग मेरियाना गर्त प्रशांत महासागर में ही स्थित है। प्रशांत महासागर लगभग वृत्ताकार है। एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका इसके चारों ओर स्थित है।

2. अटलांटिक महासागर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है। यह अंग्रेजी भाषा के S अक्षर के आकार का है। इसके पश्चिमी किनारे पर उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका है तथा पूर्वी किनारे पर यूरोप एवं अफ्रीका। अटलांटिक महासागर व्यापार की दृष्टि से सबसे व्यस्त महासागर हैं।

3. हिंद महासागर एक ऐसा महासागर है जिसका नाम किसी देश के नाम पर, यानी भारत के नाम पर रखा गया है। यह महासागर लगभग त्रिभुजाकार का है। इसके उत्तर में एशिया, पश्चिम में अफ्रीका तथा पूर्व में ऑस्ट्रेलिया स्थित है।

4. दक्षिणी महासागर अंटार्कटिका महाद्वीप के चारों ओर फैला हुआ है। यह अंटार्कटिका महाद्वीप से उत्तर की ओर 60° दक्षिणी अक्षांश तक फैला है।

5. आर्कटिक महासागर उत्तर ध्रुव वृत्त में स्थित है तथा यह उत्तर ध्रुव के चारों ओर फैला है। यह प्रशांत महासागर से छिछले जल वाले एक संकरे भाग से जुड़ा है जिसे बेरिंग जलसंधि के नाम से जाना जाता है। यह उत्तर अमेरिका के उत्तरी तटो तथा यूरेशिया से घिरा है।


वायुमंडल –

हमारी पृथ्वी चारों ओर से गैस की एक परत से गिरी हुई है। जिसे वायुमंडल कहा जाता है। वायुमंडल लगभग 1600 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला है। वायुमंडल को उसके घटकों, तापमान तथा अन्य के आधार पर 5 परतों में बांटा जाता है। इन परतों को पृथ्वी की सतह से शुरू करते हुए क्षोभमंडल, समतापमंडल, मध्यमंडल, आयनमंडल तथा बहिर्मंडल कहा जाता है।

वायुमंडल मुख्यत: ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन का बना है जो कि साफ तथा शुष्क हवा का 99% भाग है। आयतन के अनुसार नाइट्रोजन 78%, ऑक्सीजन 21% तथा दूसरी गैसें; जैसे- कार्बन डाइऑक्साइड, आर्गन इत्यादि की मात्रा 1% है।

ऑक्सीजन सांस लेने के लिए आवश्यक है। जबकि नाइट्रोजन प्राणियों की वृद्धि के लिए आवश्यक है। कार्बन डाइऑक्साइड यद्यपि बहुत ही कम मात्रा में है, लेकिन यह पृथ्वी के द्वारा छोड़ी गई उष्मा को अवशोषित करती है। जिससे पृथ्वी गर्म बनी रहती है। वायुमंडल में वायु उच्च दाब से निम्न दाब की ओर बहती है। गतिशील वायु को पवन कहा जाता है।


जीवमंडल –

जीवमंडल स्थल, जल तथा हवा के बीच का एक सीमित भाग है। यह वह भाग है जहां जीवन मौजूद है। यहां जीवों की बहुत सी प्रजातियां हैं जो कि सूक्ष्म जीवों, व्यक्तियों से लेकर बड़े-बड़े जानवरों के आकार में पाई जाती है। जीवमंडल के प्राणियों को मुख्यतः दो भागो – जंतु जगत एवं पादप जगत में विभक्त किया जा सकता है।


 

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