रुबाइयां/ गजल Class 12 Hindi Question Answer – आरोह भाग 2 NCERT Solution

NCERT Solution of Class 12 Hindi आरोह भाग 2 रुबाइयां/ गजल Question Answer  for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board,  Up Board, RBSE and Some other state Boards. We Provides all Classes पाठ का सार, अभ्यास के प्रश्न उत्तर और महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर , MCQ for score Higher in Exams.

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NCERT Solution of Class 12th Hindi Aroh Bhag 2 /  आरोह भाग 2 रुबाइयां/ गजल / Rubaiyaan / Gazal Kavita ( कविता ) Question Answer Solution.

रुबाइयां/ गजल Class 12 Hindi Chapter 8 Question Answer


प्रश्न 1. शायर राखी के लच्छे को बिजली की चमक की तरह कहकर क्या भाव व्यंजित करना चाहता है ?

उत्तर – कवि ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि सावन के महीने में रक्षाबंधन का पावन त्यौहार आता है। सावन के महीने में बादलों में काली घटाएं छाई होती हैं। बिजली चमकती है। उसी तरह रक्षाबंधन के कच्चे धागों में लच्छे चमकते हैं। जिसे बहने प्रेम स्वरूप अपने अपने भाइयों को बांधती हैं। रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर राखी में लगे लच्छे बिजली की भांति चमकते हैं। इन्हीं चमकती राखियों को बहने अपने भाइयों की कलाइयों में लंबी उम्र की दुआ हेतु बांधती हैं।


प्रश्न 2. खुद का परदा खोलने से क्या आशय है ?

उत्तर – खुद का पर्दा खोलने से तात्पर्य है अपनी खुद की कमजोरियों को उजागर करना है। अपनी गलती और अवगुणों से अवगत होना है।


प्रश्न 3. किस्मत हम को रो लेवे हैं हम किस्मत को रो लें हैं’-इस पंक्ति में शायर की किस्मत के साथ तना तनी का रिश्ता अभिव्यक्त हुआ है। चर्चा कीजिए ।

उत्तर – कभी कहता है इस संसार में आलसी मनुष्य तथा उसकी किस्मत दोनों का एक समान स्वभाव होता है। वह समय-समय पर किस्मत को रो लेता है और किस्मत उसको रो लेती है। कवि कहता है कि मनुष्य अपना कर्म सत्य निष्ठा और परिश्रम से नहीं करता और आजीवन किस्मत के सहारे उसे ही दोष देता रहता है।


प्रश्न 4. टिप्पणी करें :

(क) गोदी के चाँद और गगन के चाँद का रिश्ता।

उत्तर – हर बच्चा अपनी मां के लिए चांद या चांद के टुकड़े के समान होता है। गोदी के चांद और गगन के चांद का अटूट रिश्ता है। जिस तरह अंधेरा होते ही आसमान की गोद में चांद खिल उठता है, ठीक वैसे ही मां की गोद में आते ही बच्चा भी चहक उठता है। इसीलिए कवि ने इन दोनों की आपस में तुलना की है।


(ख) सावन की घटाएँ व रक्षाबंधन का पर्व।

उत्तर – सावन मास में रक्षाबंधन का पावन पर्व आता है। सावन में आकाश में घटाएं छाई रहती हैं। बिजली चमकती रहती है। यानी आसमान में छाई काली घटाओं के बीच रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है।


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