संगतकार ( मंगलेश डबराल ) लेखक जीवन परिचय Class 10 Hindi – क्षितिज भाग 2 NCERT Solution

NCERT Class 10 Hindi chapter 6 sangatkar – manglesh dabral Lekhak Jivan Parichay  ( मंगलेश डबराल लेखक जीवन परिचय ) of Kshitij Bhag 2 / क्षितिज भाग 2. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.

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NCERT Solution of Class 10 Hindi क्षितिज भाग 2 Kavita Chapter 6 sangatkar lekhak manglesh dabral / संगतकार – मंगलेश डबराल लेखक जीवन परिचय / Lekhak Jivan Parichay for Exams.

संगतकार – मंगलेश डबराल लेखक जीवन परिचय


सामान्य जीवन परिचय

जन्म – 1948 ई० में ।
स्थान – टिहरी के गढ़वाल (उत्तरांचल) के काफलपानी गाँव में ।
शिक्षा – उन्होंने अपनी शिक्षा देहरादून से प्राप्त की।
कार्य – दिल्ली आकर हिंदी पेट्रियट, प्रतिपक्ष और आसपास में काम करने के बाद वे भोपाल में भारत भवन से प्रकाशित होने वाले पूर्वग्रह में सहायक संपादक हुए। इलाहाबाद और लखनऊ से प्रकाशित अमृत प्रभात में भी कुछ दिन नौकरी की। सन् 1983 में जनसत्ता अखबार में साहित्य संपादक का पद सँभाला। कुछ समय सहारा समय में संपादन कार्य करने के बाद आजकल वे नेशनल बुक ट्रस्ट से जुड़े हैं।
सम्मान – साहित्य अकादेमी पुरस्कार, पहल सम्मान।


साहित्यिक रचनाएं – मंगलेश डबराल के चार कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं‌ जो इस प्रकार है –

  • पहाड़ पर लालटेन
  • घर का रास्ता
  • हम जो देखते हैं
  • आवाज़ भी एक जगह है।

साहित्यिक विशेषताएं – मंगलेश की कविताओं में सामंती बोध एव पूँजीवादी छल-छद्म दोनों का प्रतिकार है। वे यह प्रतिकार किसी शोर-शराबे के साथ नहीं बल्कि प्रतिपक्ष में एक सुंदर सपना रचकर करते हैं। इसीलिए ने प्रतिपक्ष का कवि कहा जाता है उनकी का बरस नाम में नहीं कविता की सभी विशेषताएं देखी जा सकती हैं।


भाषा शैली – मंगलेश डबराल की भाषा सहज, सरल तथा साहित्यिक हिंदी है। उनके काव्य में संस्कृत शब्दावली का भी प्रयोग किया गया है। प्रतीकात्मकता तथा लाक्षणिकता उनकी भाषा की उल्लेखनीय विशेषता है।

 


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