उत्साह, अट नहीं रही है Class 10 Hindi Chapter 4 Important Question Answer – क्षितिज भाग 2 NCERT Solution

NCERT Solution of Class 10 Hindi क्षितिज भाग 2 Chapter 4 उत्साह, अट नहीं रही है Important  Question Answer for HBSE. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.

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NCERT Solution of Class 10th Hindi Kshitij bhag 2/  क्षितिज भाग 2 Kavita 4 उत्साह, अट नहीं रही है / Utsah, At Nahi Rahi Hai  Important Question And Answer ( महत्वपूर्ण प्रश्न ) Solution.

उत्साह, अट नहीं रही है Class 10 Hindi Chapter 4 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर


प्रश्न 1. “उत्साह” कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए। Most Important
या
उत्साह” कविता में निहित संदेश स्पष्ट कीजिए।
या
“उत्साह” शीर्षक कविता का सार लिखिए।
या
उत्साह” कविता का केन्द्रीय भाव स्पष्ट कीजिए।
या
“उत्साह” कविता में कवि और बादल में क्या समानता दिखाई देती है?

उत्तर – उत्साह कविता में कवि ने बादलों को उत्साह के प्रतीक के रूप में दर्शाया है। कभी बादलों से कहता है कि वह सारे आकाश में छा जाए और वर्षा करें ताकि इस तड़पती हुई धरती को शीतलता मिल सके। वह बादलों के माध्यम से सभी के जीवन में उत्साह भर देना चाहता है।  वह बादलों की गर्जना के माध्यम से मानवता को जागना चाहता है। कवि बादलों के माध्यम से लोगों में नया जोश और उत्साह भरना चाहता है जब इस पूरी धरती पर सभी लोग व्याकुल हैं उस समय बादल सबको वर्षा प्रदान करके शीतलता दें।


प्रश्न 2. “अट नहीं रही है?” कविता के आधार पर प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए।

उत्तर – कवि ने प्रकृति की सुंदरता को प्रकट किया है। कवि बताता है कि फागुन के सुंदरता प्रकृति में चारों ओर दिखाई पड़ती है। फागुन मास में बाग, बगीचे, वन, उपवन आदि सभी स्थानों पर हरे भरे पेड़ लहरा रहे होते हैं जो विभिन्न प्रकार के फूलों से भरे होते हैं। चारों तरफ फूलों की महक होती है। फूलों से लदे हुए पेड़ पौधे ऐसे लगते हैं मानो उन्होंने फूलों के हार पहन लिए हो।


 

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