विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रसार Class 7 इतिहास Chapter 4 Question Answer – हमारा भारत II HBSE Solution

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HBSE Class 7 इतिहास / History in hindi विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रसार / Vishwa me Bhartiya Sanskriti ka Prsar Question Answer for Haryana Board of chapter 4 in Hamara Bharat II Solution.

विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रसार Class 7 इतिहास Chapter 4 Question Answer


आओ जानें, कितना सीखा


सही उत्तर छांटें :

1. निम्नलिखित प्राचीन विश्वविद्यालयों में से कौनसा विश्वविद्यालय आज के समय भारतीय भू-भाग में स्थित नहीं है।
क) नालन्दा
ख) तक्षशिला
ग) वल्लभी
घ) विक्रमशिला

उत्तर – ख) तक्षशिला


2. _________ ई. में चीन के शासक मिंग-ती के निमंत्रण पर कश्यप मार्तग तथा धर्मरक्षित नामक दो आचार्य चीन की यात्रा पर गए थे।
क) 67
ख) 60
ग) 06
घ) 76

उत्तर – क) 67


3. इंडीज शब्द भारत की ______ नदी से लिया गया है।
क) गंगा
ख) यमुना
ग) सिंधु
घ) इन में से कोई नहीं

उत्तर – ग) सिंधु


4. महाविहार और अभयगिरी नामक बौद्ध मठ _____ देश में बनवाये गए
क) चीन
ख) कम्बोडिया
ग) श्रीलंका
घ) भारत

उत्तर – ग) श्रीलंका


5. निम्नलिखित में से किस मंदिर की दीवारों पर रामायण, महाभारत और पौराणिक आख्यानों के विभिन्न प्रसंगों का सुंदर चित्रण किया गया है।
क) एरावन
ख) अंकोरवाट
ग) पशुपति नाथ
घ) आतशगाह

उत्तर – ख) अंकोरवाट


रिक्त स्थान की पूर्ति करें :

  1. कम्बोडिया में स्थित अंकोरवाट मंदिर _______ देवता को समर्पित है।

  2. मलेशिया में सेना प्रमुख को ________ कहा जाता है।

  3. राजा अशोक ने अपने पुत्र ________ तथा पुत्री _______ को भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का प्रचार करने श्रीलंका भेजा।

  4. भारतीय गणित को अरब देशों में ________ के नाम से जाना जाता है।

उत्तर – 1. विष्णु, 2. लक्ष्मण, 3. महेंद्र, संघमित्रा, 4. हिंदिसा


मिलान करें :

  1. ह्वेनसांग
  2. भृगुकच्छ
  3. दलाई लामा
  4. संगेई पटनी
  5. संघमित्रा
  • विकसित बंदरगाह
  • बौद्ध धर्म के प्रमुख नेता
  • राजा अशोक की पुत्री
  • चीनी यात्री
  • मलेशिया में एक पर्वतीय स्थल

उत्तर

  1. ह्वेनसांग
  2. भृगुकच्छ
  3. दलाई लामा
  4. संगेई पटनी
  5. संघमित्रा
  • चीनी यात्री
  • विकसित बंदरगाह
  • बौद्ध धर्म के प्रमुख नेता
  • मलेशिया में एक पर्वतीय स्थल
  • राजा अशोक की पुत्री

निम्नलिखित कथनों में सही (✓) अथवा गलत (X) का निशान लगाओ :

  1. 1962 में इंडोनेशिया के न्यू गिनीज का नाम बदलकर जयापुर रखा गया। (✓)

  2. कौंडिन्य नामक ब्राह्मण ने श्रीलंका में कौंडिन्य राजवंश की स्थापना की। (✓)

  3. जावा में स्थित बोरोबदूर मंदिर विश्व का सबसे बड़ा बौद्ध मंदिर है। (✓)

  4. भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर अनेक देशों में हिन्दू तथा जैन मंदिरों का निर्माण हुआ। (✓)

  5. सातवीं शताब्दी में तिब्बत के शासक नारदेव थे। (✓)


लघु प्रश्न :


प्रश्न 1. ध्यान योग की पद्धति कब और कैसे कोरिया पहुंची?

उत्तर – आठवीं और नौवीं शताब्दी में चीन के रास्ते ‘ध्यान योग’ की पद्धति कोरिया पहुंची।


प्रश्न 2. खगोल ज्ञान का प्रसिद्ध ग्रंथ कौन-सा है? इसे अरब देशों में किस नाम से जाना जाता है?

उत्तर – खगोल विज्ञान का प्रसिद्ध ग्रंथ ‘ब्रह्म-स्फुट-सिद्धांत’ है। इसे अरब देशों में ‘सिंधिंन’ के नाम से जाना जाता था।


प्रश्न 3. भारतीय जीवन पद्धति का मुख्य आधार क्या है?

उत्तर – भारतीय जीवन पद्धति का मुख्य आधार वसुधैव कुटुंबकम है।


प्रश्न 4. बौद्ध धर्म को चीन का राजकीय धर्म कब और किसने घोषित किया था?

उत्तर – चौथी शताब्दी में ‘वी’ राजवंश के प्रथम शासक सम्राट ‘डाऊन’ ने बौद्ध धर्म को चीन का राजकीय धर्म घोषित किया था।


प्रश्न 5. किस देश में करेंसी नोटों पर गणेशजी की मूर्ति अंकित है?

उत्तर – इंडोनेशिया


आइए विचार करें :


प्रश्न 1. नालंदा विश्वविद्यालय के पुस्तकालय की विशेषताएं क्या थी?

उत्तर – विदेशी विद्वान प्रायः नालंदा विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने तथा विभिन्न विषयों का अध्ययन करने आते थे। ऐसा बताया जाता है कि इस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का भवन सात मंजिला था।


प्रश्न 2. “व्यापारियों ने भारतीय वस्तुओं के व्यापार के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के वाहक के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई” कथन को स्पष्ट करें।

उत्तर – 500 ई. पूर्व के लगभग समुद्री व्यापार के बढ़ने के परिणामस्वरूप संपन्न नगरों तथा बंदरगाहों से भारतीय व्यापारी, व्यापार के नए-नए अवसरों की खोज में दूर-दूर देशों की यात्राएं करते थे। ये व्यापारी जहां भी गए भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों को भी अपने साथ ले गए। उनमें से कुछ व्यापारी तो उन देशों में ही बस गए। इस प्रकार व्यापारियों ने भारतीय वस्तुओं के व्यापार के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के वाहक के रूप में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


प्रश्न 3. “इंडोनेशिया पर भारतीय संस्कृति का गहरा प्रभाव है।” इस कथन की उदाहरण सहित पुष्टि करें।

उत्तर – इंडोनेशिया पर भारतीय संस्कृति का बहुत ही गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। बहुत से इंडोनेशियाई लोगों के नामों का उद्गम संस्कृत ही है। उदाहरण के लिए इंडोनेशिया के प्रमुख नेता ‘सुकर्णो’ तथा उनकी पुत्री का नाम ‘मेघावती सुकर्णोपुत्री’ है। इंडोनेशिया की राजधानी ‘जकार्ता’ संस्कृत शब्द ‘जया कृत:’ से ही निकला है। इसी प्रकार इंडोनेशिया के ‘जावा’ का नाम संस्कृत के शब्द जावाद्वीप से लिया गया है। 1962 में इंडोनेशिया के ‘न्यू गिनीज’ का नाम बदलकर ‘जयापुर’ रखा गया। इसी प्रकार आरेंज पर्वत को ‘जयविजय’ पर्वत कर दिया गया है। इंडोनेशिया के रक्षा मंत्रालय और खेल मंत्रालय को क्रमशः ‘युद्ध ग्रह’ तथा ‘क्रीड़ाभक्ति’ जैसे संस्कृत नामों से पुकारा जाता है।


प्रश्न 4. अंकोरवाट मंदिर के बारे में विश्लेषणात्मक टिप्पणी करें।

उत्तर – ‘कंबोडिया’ में स्थित अंकोरवाट का विष्णु मंदिर, विश्व का सबसे बड़ा मंदिर है। यह मंदिर भगवान ‘विष्णु’ को समर्पित है। इस मंदिर की दीवारों पर रामायण, महाभारत तथा पौराणिक आख्यानों के विभिन्न प्रसंगों का सुंदर चित्रण किया गया है। इनमें सबसे प्रमुख है- ‘समुद्र मंथन’ का चित्रण। इस मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत के रूप में मान्यता दी गई है। अंकोरवाट मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी की शुरुआत में खमेर राजा सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा अपने राज्य मंदिर के रूप में करवाया गया था।


प्रश्न 5. ‘जापान पर भारतीय संस्कृति का धार्मिक प्रभाव पड़ा। ” क्या आप इस कथन से सहमत हैं? ” उदाहरण सहित पुष्टि करें।

उत्तर – हां, मैं इस कथन से सहमत हूं कि जापान पर भारतीय संस्कृति का धार्मिक प्रभाव पड़ा। जापान में भारतीय संस्कृति के सबसे पहले प्रमाण 552 ई. के आसपास मिलते हैं जब कोरिया के सम्राट ने जापान के सम्राट को भगवान बुद्ध की प्रतिमा, उनके सूत्र, पूजा यंत्र भेंट के रूप में भेजे। जल्द ही हजारों की संख्या में जापानी लोग बौद्ध भिक्षु बन गए और बौद्ध धर्म को जापान में राजकीय धर्म का दर्जा दे दिया। संस्कृत को जापान में पवित्र भाषा के रूप में मान्यता मिली और बौद्ध भिक्षु संस्कृत के वर्णों और मंत्रों को लिखने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने लगे । इन्होंने जिस लिपि का प्रयोग किया उसे ‘शीत्तन’ के नाम से जाना जाता है जो संस्कृत मूल के शब्द ‘सिद्धम’ का जापानी संस्करण माना जाता है यानि ऐसी लिपि जो ‘सिद्धि’ प्रदान करे।


आओ करके देखें


प्रश्न 1. पाठ में आए विभिन्न देशों को विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर दर्शाएं।

उत्तर


कल्पना करें


प्रश्न 1. अगर आप को विदेश जाने का मौका मिले और वहां आप किसी ऐतिहासिक मंदिर या किसी स्थान का नाम जानें जो भारतीय संस्कृति से प्रभावित हो तो आप कैसा महसूस करेंगे।

उत्तर – अगर मुझे विदेश जाने का मौका मिले और वहां किसी ऐतिहासिक मंदिर या किसी स्थान पर अगर भारतीय संस्कृति का प्रभाव देखने को मिलेगा तो मैं अपने आप पर और अपने देश पर गर्व महसूस करूंगा।


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