भारत का सामाजिक एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण Class 9 इतिहास Chapter 1 Important Question Answer – हमारा भारत IV HBSE Solution

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भारत का सामाजिक एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण Class 9 इतिहास Chapter 1 Important Question Answer


प्रश्न 1. आर्य समाज के शुद्धि आंदोलन पर चर्चा करें।

उत्तर – हिंदू धर्म की श्रेष्ठता पर बल देते हुए आर्य समाजियों ने ‘शुद्धि आंदोलन’ आरंभ किया। जिसका उद्देश्य था ‘हिंदू धर्म से अन्य धर्मों में गए लोगों को वापस हिंदू धर्म में लाना।’ इस आंदोलन की वजह से धर्मांतरण बंद हो गया।


प्रश्न 2. नारायण गुरु एवं डॉ अंबेडकर के अछूतों के वंचितों के उद्धार के प्रयासों पर चर्चा करें।

उत्तर – नारायण गुरु ने वंचित हो गए अछूतों के उद्धार के लिए कई प्रयास किए तथा उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग अच्छी शिक्षा प्राप्त करें ताकि सभी को समान अवसर प्राप्त हो सके उन्होंने वंचित वर्ग के लोगों में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता पैदा की। उन्होंने आह्वान किया था मानव मात्र के लिए एक धर्म एक जाति और एक ईश्वर

डॉ. अंबेडकर आजीवन वंचितों के उद्धार के लिए संघर्ष करते रहे।  उन्होंने अछूतों के वंचितों के लिए निम्नलिखित प्रयास किए।

  • संविधान के अनुच्छेद 17 के अंतर्गत छुआछूत पर प्रतिबंध लगाना।
  • उन्होंने भारत में प्रचलित वर्ण व्यवस्था, छुआछूत, लिंग व जाति के आधार पर भेदभाव का विरोध किया।
  • उन्होंने महाराष्ट्र के महाड़ स्थान पर दलितों को सार्वजनिक चवदार तालाब से पानी पीने और इस्तेमाल करने का अधिकार दिलाने के लिए सत्याग्रह किया।
  • उनका संपूर्ण जीवन अन्याय, भेदभाव व शोषण से संघर्ष करते हुए बीता।

प्रश्न 3. स्वामी विवेकानंद के विचारों का युवाओं पर क्या असर पड़ा?

उत्तर – स्वामी विवेकानंद का मानना था कि युवाओं में अनंत ऊर्जा होती है और उसको सही दिशा मिलने पर राष्ट्र का विस्तार और विकास हो सकता है। उन्होंने युवा वर्ग को चरित्र निर्माण के 5 सूत्र दिए — आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता, आत्मज्ञान, आत्मसंयम और आत्मत्याग। उन्होंने युवाओं में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति गौरव की भावना उत्पन्न करके उनको राष्ट्रहित के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको।”


प्रश्न 4. प्रार्थना समाज के योगदान पर चर्चा करें।

उत्तर – 1867 ई. में ब्रह्म समाज से प्रभावित होकर आत्माराम पांडुरंग ने ‘प्रार्थना समाज’ की स्थापना की। प्रार्थना समाज का उद्देश्य अछूतों, वंचितो तथा पीड़ितों की दशा में सुधार करना तथा जाति व्यवस्था एवं रूढ़िवाद का विरोध करना था। प्रार्थना समाज ने अंतर्जातीय विवाह, विधवा विवाह, स्त्री शिक्षा का भी समर्थन किया। रानाडे ने महाराष्ट्र में ‘विधवा पुनर्विवाह संघ’ की स्थापना की। उन्हीं के प्रयत्नों से ‘ढक्कन एजुकेशनल सोसाइटी’ की स्थापना हुई और उनके शिष्य गोपाल कृष्ण गोखले ने ‘सर्वेंट ऑफ़ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की। प्रार्थना समाज का भारतीय पुनर्जागरण के इतिहास में अहम योगदान हैं।


प्रश्न 5. स्वामी दयानंद ने एकता स्थापित करने के लिए क्या करने की योजना बनाई?

उत्तर – स्वामी दयानंद ने एकता स्थापित करने के लिए तीन कार्य करने की योजना बनाई।

  1. हरिद्वार कुंभ मेले में सन्यासियों के मध्य वेदों पर आधारित धार्मिक विचार रखें ताकि मतभेद दूर होकर एकता स्थापित हो सके।
  2. शास्त्रार्थ द्वारा सत्य और असत्य का निर्णय कर विद्वानों को संगठित करना ताकि सत्य को ग्रहण और असत्य का त्याग किया जा सके।
  3. 1877 ई. में दिल्ली दरबार के समय समाज सुधारको को आमंत्रित कर सर्व सम्मत कार्यक्रम बनाकर समाज सुधार किया जाए।

प्रश्न 6. सती प्रथा क्या थी?

उत्तर – सती प्रथा एक ऐसी प्रथा थी जिसमें पत्नी अपने पति की मृत्यु के बाद उसकी चिता में जलकर स्वयं को समाप्त कर लेती थी।


प्रश्न 7. असहयोग आंदोलन में डॉ. केशवराम हेडगेवार का क्या योगदान था?

उत्तर – डॉ. केशवराम हेडगेवार कांग्रेस द्वारा ‘खिलाफत आंदोलन’ का साथ देने में खुश नहीं थे। मतभेदों के होते हुए भी कांग्रेस से जुड़े होने के कारण जब कांग्रेस ने ‘असहयोग आंदोलन’ की घोषणा की तो वे आंदोलन में कूद पड़े एवं उन्हें एक वर्ष की सश्रम कारावास की सजा हुई।


प्रश्न 8. हिंदू कोड बिल की प्रमुख बातों का वर्णन करें?

उत्तर – स्वतंत्रता के पश्चात कानून मंत्री के पद पर रहते हुए अंबेडकर ने हिंदू कोड बिल तैयार किया इस बिल की प्रमुख बातें निम्नलिखित थी –

  1. अंतर्जातीय विवाह की अनुमति
  2. हिंदू महिलाओं को संपत्ति के पूर्ण अधिकार
  3. पिता की संपत्ति पर पुत्री का समान अधिकार
  4. तलाक संबंधी नियम।

 

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