Class 10 Hindi Chapter 4 एही ठैयाँ झूलनी हैरानी हो रामा Important Question Answer – कृतिका भाग 2 Solution PDF

NCERT Solution of Class 10 Hindi कृतिका भाग 2 chapter 4 Important Question Answer solution with pdf. Here We Provides Class 1 to 12 all Subjects NCERT Solution with Notes, Question Answer, CBSE and HBSE Important Questions, MCQ and old Question Papers for Students.

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Class 10th Hindi Kritika bhag 2/  कृतिका भाग 2 chapter 4 एही ठैयाँ झूलनी हैरानी हो रामा / ahi thaiya jhulni herani ho rama important Question And Answer Solution for HBSE and CBSE.

Class 10 Hindi एही ठैयाँ झूलनी हैरानी हो रामा Important Question Answer for 2022-23


प्रश्न 1. टुन्नू और दुलारी का पहली बार परिचय कहाँ और किस रूप में हुआ ? Most Important
या
दुलारी का टुन्नू से पहली बार परिचय कहाँ और किस रूप में हुआ था ?

उत्तर – तीज के अवसर पर आयोजित ‘कजली दंगल’ में टुन्नू और दुलारी का पहली बार परिचय हुआ था। इस दंगल का आयोजन खोजवाँ बाजार में हो रहा था। दुलारी खोजवाँ वालों की ओर से प्रतिद्वंदी थी तो दूसरे पक्ष यानी बजरडीहा वालों की ओर से टुन्नू को प्रतिद्वंदी बनाया गया था। इसी अवसर पर दोनों का पहली बार परिचय हुआ था।


प्रश्न 2. ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा” पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए। Most Important

उत्तर – ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा’ पाठ में लेखक ने टुन्नू और दुलारी के आत्मिक प्रेम को देश प्रेम के साथ जोंड़कर एक देशभक्ति की भावना जागृत की है। टुन्नू किशोरावस्था में है और दुलारी यौवन के अंतिम छोर पर खड़ी है। टुन्नू का दुलारी के प्रति आत्मिक प्रेम है। उसे उसके रूप सौंदर्य से कुछ भी लेना देना नहीं है। दुलारी भी उससे इसी भावना से प्रेम करती है। टुन्नू के प्रति फेंकू सरदार द्वारा कहे गए अपशब्द सुनकर दुलारी उसे झाड़ू से पीटकर घर से बाहर निकाल देती है। फेंकू सरदार द्वारा दी गई साड़ियों को वह विदेशी वस्त्रों की होली में डाल देती है। वह टुन्नू की हत्या करने वालों पर भी व्यंग्य करती है। अतः इस कहानी का मूलभाव देश-प्रेम और त्याग की भावना को प्रेरित करना है।


प्रश्न 3. कठोर हृदयी समझी जाने वाली दुलारी टुन्नू की मृत्यु पर क्यों विचलित हो उठी ?
या
टुन्नू के मारे जाने की दुलारी पर क्या प्रतिक्रिया हुई ?

उत्तर – दुलारी टुन्नू की बातों से प्रभावित थी और वह उसे पसंद करने लगी थी। लेकिन जब टुन्नू की मृत्यु का समाचार दुलारी को पता लगता है तो वह व्याकुल हो उठती है। उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं। वह समझ चुकी थी कि टुन्नू उसके शरीर से नहीं बल्कि आत्मा से प्रेम करता था। वह उसकी गायन कला का प्रेमी था। ऐसे व्यक्ति की मृत्यु पर गौनहारिन दुलारी का विचलित होना स्वाभाविक ही था।


प्रश्न 4. भारत के स्वाधीनता आंदोलन में दुलारी और टुन्नू ने अपना योगदान किस प्रकार दिया ?
या
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में टुन्नू और दुलारी ने किस प्रकार योगदान दिया ?

उत्तर – भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में टुन्नू और दुलारी ने अपने-अपने ढंग से योगदान दिया था। टुन्नू ने विदेशी वस्त्रों की होली जलाने में भाग लेकर अंग्रेजों का विरोध किया था। उसने विदेशी वस्त्रों की होली जलाकर लोगों में देशभक्ति की भावना का संचार किया। इसी आंदोलन में भाग लेने का उसे अपने प्राणों से भी हाथ धोने पड़े थे। दुलारी ने फेंकू सरदार द्वारा दी गई कीमती साड़ियों को विदेशी वस्त्रों की होली में फेंक दिया और खादी की साड़ी धारण की थी।


प्रश्न 5. ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा” का प्रतीकार्थ स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – यह पंक्ति एक लोकगीत की पहली पंक्ति है। ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा’ का शाब्दिक अर्थ है— इसी स्थान पर मेरी नाक की लोंग खो गई है। लोंग नाक में पहने जाने वाला एक आभूषण होता है जो सुहाग का प्रतीक होता है। दुलारी एक गौनहारिन थी लेकिन वह आत्मिक स्तर पर टुन्नू से प्यार करती थी और उसी के नाम की लोंग उसने मानसिक और आत्मिक स्तर पर पहन ली थी। टुन्नू की मृत्यु के पश्चात उसने उसी स्थान पर यह गीत गाया था जहां पर टुन्नू की हत्या की गई थी।  इस पंक्ति का प्रतिकार्थ यह हुआ कि यही वह स्थान है जहां उसका सुहाग उजड़ गया था।


प्रश्न 6. टुन्नू का चारित्रिक वैशिष्ट्य स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर – टुन्नू की चारित्रिक विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-

  1. टुन्नू एक उच्चकोटि का गायक कलाकार है। उसने अपनी गायकी से सुप्रसिद्ध गौनहारिन दुलारी का मुकाबला ही नहीं किया अपितु उसे हरा भी दिया था।
  2. टुन्नू एक सच्चा देशभक्त था। उसने विदेशी वस्त्रों की होली जलाई और देश के लोगों को आजादी के लिए प्रेरित किया। अंत में अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए उसने देश के लिए अपना बलिदान भी दे दिया।

प्रश्न 7. पठित पाठ के आधार पर दुलारी का चारित्रिक वैशिष्ट्य स्पष्ट कीजिए Most Important
या
दुलारी की दो चारित्रिक विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर – दुलारी की चारित्रिक विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-

  1. दुलारी देश की आजादी के आंदोलन में विदेशी कपड़ो की होली जलाकर और खादी पहनकर देशभक्ति का परिचय देती है।
  2. दुलारी टुन्नू से सच्चा प्रेम करती है। टुन्नू की मृत्यु पर वह फूट-फूट कर रोने लगती है। उसने टुन्नू की याद में ‘एही ठैंया झूलनी हैरानी हो रामा’ नामक गीत उसी स्थान पर गाया जहां पर टुन्नू का कत्ल किया गया था।

 

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