Class | 12 |
Textbook | NCERT |
Book | आरोह भाग 2 |
Category | Important Questions |
Class 12 Hindi Chapter 5 उषा Important Question Answer
प्रश्न 1. भोर के नभ को राख से लीपा चौका क्यों कहा गया है ? Most Important
उत्तर – भोर के नभ का रंग नीला होता है। पर इसके साथ उसने हल्का सफेद रंग बिखरा होता है। सुबह के समय आकाश में हल्की नमी भी होती है। इसी प्रकार राख से लीपे हुए चौके में भी नीलिमा के साथ सफेदी का मिश्रण होता है। ताजा लीपा होने की वजह से यह भी नमी से भरा होता है। इसीलिए कवि नें भोर के नभ को राख से लीपा हुआ चौका कहा है।
प्रश्न 2. सूर्योदय से उषा का कौन-सा जादू टूट जाता है ?
उत्तर – उषा सूर्य के उदय होने से पहले का सुंदर दृश्य होता है जिसमें आकाश के नीले रंग में हल्की-सी सफेदी फैली होती है। धीरे-धीरे पूरा आकाश लाल होने लगता है और यह दृश्य बहुत ही अद्भुत होता है। सूर्य के उदय होने के बाद यह दृश्य खत्म हो जाता है। इसीलिए कवि कहता है कि सूर्योदय से उषा का जादू टूट जाता है।
प्रश्न 3. किन उपमानों को देखकर पता चलता है कि ‘उषा’ कविता गाँव की सुबह का गतिशील शब्दचित्र है ?
OR
‘उषा’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
OR
‘उषा’ कविता में निहित प्रकृति-सौंदर्य की विवेचना कीजिए।
OR
उषा के सौंदर्य का विश्लेषण कीजिए।
OR
सूर्योदय से पहले आकाश में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं?
OR
उषा कविता के आधार पर प्राकृतिक सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – कवि शमशेर बहादुर सिंह ने ‘उषा’ कविता में गांव की सुबह का सुंदर शब्दचित्र प्रस्तुत किया है। सूर्य के उदय होने से पहले पूर्व दिशा में आकाश नील शंख के समान प्रतीत होता है। यह दृश्य ऐसा लगता है जिस प्रकार किसी गांव की महिला ने चूल्हा जलाने के बाद राख से लीप दिया हो। कुछ देर बाद आकाश हल्की सी लाली के जैसा दिखाई पड़ता है जैसे किसी ने स्लेट पर लाल खड़िया चाक मल दी हो। इसके कुछ समय बाद सूर्योदय होता है जो जल में देखने पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई सुंदर शरीर हो। सूर्य के पूरा दिखाई देने के बाद यह सारा प्राकृतिक सौंदर्य मिट जाता है।
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