HBSE Class 10 नैतिक शिक्षा Chapter 13 राष्ट्रीयता का विकास Question Answer Solution

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HBSE Class 10 Naitik Siksha Chapter 13 राष्ट्रीयता का विकास / Rastriyata ka Vikas Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 10th Book Solution.

राष्ट्रीयता का विकास Class 10 Naitik Siksha Chapter 13 Question Answer


प्रश्न 1. राष्ट्रीयता किसी भी देश की आत्मा होती है। कैसे? स्पष्ट करो।

उत्तर – राष्ट्रीयता किसी भी देश की आत्मा होती है। इसकी सुदृढ़ता तथा व्यापकता में ही देश की समृद्धि एवं प्रगति निहित है। जो देश आन्तरिक रूप से जितना अधिक सघन और एक है, वह उतना ही सशक्त और प्रभावशाली भी होता है।


प्रश्न 2. राष्ट्रीयता के विकास के लिए अनिवार्य तत्त्व कौन से हैं?

उत्तर – राष्ट्रीयता के विकास के लिए अनिवार्य तत्त्व हैं- राष्ट्र के प्रति समर्पण भावना, भाषा, संस्कृति, धर्म, समुदाय, भूगोल आदि।


प्रश्न 3. राष्ट्रीयता के बाधक तत्त्वों को पहचानकर लिखो।

उत्तर – संकीर्णता, स्वार्थता, कट्टरता राष्ट्रीयता के विकास में बाधक तत्त्व हैं।


प्रश्न 4. राष्ट्रीयता की भावना सिखाने-पढ़ाने से नहीं आती। यह स्वतः उद्भूत होती है। इस विषय पर अपने विचार व्यक्त करो।

उत्तर – हां, मैं इस बात से सहमत हूं कि राष्ट्रीयता की भावना सिखाने पढ़ाने से नहीं आती बल्कि यह स्वत: उद्भूत होती है। जब हम हमारे राष्ट्र से प्रेम करने लगते हैं और राष्ट्र के लिए अपना जीवन निछावर कर देते हैं यह राष्ट्र का हित चाहने की भावना हमें पढ़ाने लिखाने से नहीं आएगी बल्कि हमें हमारे आसपास के लोगों के जीवन से आएगी।


प्रश्न 5. राष्ट्रहित में अपना हित त्याग देना चाहिए। आप इस कथन से कहाँ तक सहमत हैं? तर्क देकर स्पष्ट करो।

उत्तर – मैं इस कथन से पूर्णत सहमत हूं कि हमें राष्ट्रहित में अपना हित त्याग देना चाहिए अगर हम अपना हित चाहेंगे तो हम राष्ट्र का हित नहीं कर सकते। हम अपने हित के चक्कर में राष्ट्र को लूटने की कोशिश करेंगे इसीलिए अगर हम राष्ट्र का हित चाहते हैं तो अपना हित त्यागना ही होगा।


प्रश्न 6. विद्यार्थी रूप में आप राष्ट्रीयता के विकास में किस प्रकार योगदान कर सकते हैं?

उत्तर – विद्यार्थी रूप में मैं राष्ट्रीयता के विकास के लिए देश की संस्कृति और आदर्शों को हमेशा जागृत रखूंगा। अपने आसपास के लोगों को जो सहायता में प्रदान कर सकता हूं वह प्रदान करूंगा।


प्रश्न 7. कर्तव्य का पालन करना भी राष्ट्रीयता के विकास की एक कड़ी है, उदाहरण सहित लिखो।

उत्तर – जब तक राष्ट्र का एक-एक घटक अपने कर्त्तव्य का निष्ठा से पालन नहीं करेगा, तब तक राष्ट्र का निर्माण सम्भव नहीं। यदि एक भी तत्त्व के निर्माण में कमी रही तो राष्ट्र रूपी विशाल भवन की नींव कमजोर रह जाएगी।


प्रश्न 8. स्वयं को राष्ट्रप्रेमी कहलवाने के लिए आप क्या कार्य करेंगे?

उत्तर – स्वयं को राष्ट्रप्रेमी कहलवाने के लिए मैं अपने राष्ट्र के हित के लिए कार्य करूंगा और जनता को जागरूक करुंगा। ताकि वह किसी के झांसे में ना आ सके। मैं अपना पूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए अर्पित कर दूंगा।


प्रश्न 9. ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” उक्ति का अर्थ स्पष्ट करो।

उत्तर – जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” उक्ति का अर्थ – जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर है।


प्रश्न 10. ‘मेरा भारत महान’ विषय पर अपने विचार लिखो।

उत्तर – मेरे भारत देश की पावन मिट्टी में कई महापुरुषों ने जन्म लिया है। जैसे-विवेकानंद, दयानंद सरस्वती, लौह पुरुष, सरदार वल्लभभाई पटेल, भारत को आजादी दिलाने वाले चंद्रशेखर आजाद, 23 वर्ष की उम्र में शहीद होने वाले भगत सिंह, राजगुरु, अंग्रेजों से अकेले लोहा लेती रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस और ना जाने कितने वीर सपूतों ने अपने प्राण इस पावन मिट्टी को बचाने में गवा दिए। स्वामी विवेकानंद शिकागो अधिवेशन में हिंदी भाषा में भाषण दिया और भारत का सीना गर्व से चौड़ा किया। भारत सुप्रसिद्ध करने में साहित्यकारों की भी विशेष भूमिका रही है जैसे –तुलसीदास, कालिदास, रविंद्र नाथ टैगोर, सुमित्रानंदन पंत, हरिवंश राय बच्चन आदि इन सब ने भारत को स्तर पर गौरवान्वित किया है।


प्रश्न 11. सामुदायिक सद्भावना एवं सहिष्णुता राष्ट्रीयता के आधारस्तम्भ है-कक्षा में चर्चा करो।

उत्तर – जिस देश के जन-समुदाय में जितनी अधिक सद्भावना, सहिष्णुता एवं बलिदान की भावना है, वह उतना ही अधिक ऊर्जावान व विकसित होता है।


प्रश्न 12. राष्ट्रप्रेम पर आधारित कोई कविता चार्ट पर लिखो और कक्षा में लगाओ।

उत्तर – छात्र स्वयं प्रयास करें।


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