HBSE Class 10 नैतिक शिक्षा Chapter 14 मानवता की राह Question Answer Solution

Class 10 Hindi Naitik Siksha BSEH Solution for Chapter 14 मानवता की राह Question Answer for Haryana board. CCL Chapter Provide Class 1th to 12th all Subjects Solution With Notes, Question Answer, Summary and Important Questions. Class 10 Hindi mcq, summary, Important Question Answer, Textual Question Answer, Word meaning, Vyakhya are available of नैतिक शिक्षा Book for HBSE.

Also Read – HBSE Class 10 नैतिक शिक्षा Solution

Also Read – HBSE Class 10 नैतिक शिक्षा Solution in Videos

HBSE Class 10 Naitik Siksha Chapter 14 मानवता की राह / Manavta ke Raah Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 10th Book Solution.

मानवता की राह Class 10 Naitik Siksha Chapter 14 Question Answer


प्रश्न 1. ‘मानवता’ शब्द का अर्थ स्पष्ट करो।

उत्तर – मनुष्य का सभी के प्रति अच्छा व्यवहार, उनकी मदद करने की प्रवृत्ति ही मानवता है।


प्रश्न 2. मानवता का छद्म रूप किन कार्यों से प्रकट होता है?

उत्तर – प्रान्तद्वेष, धर्मद्वेष, वर्णद्वेष और जातिद्वेष के कारण संगठित होकर एक साथ विचार नहीं करते, कार्य नहीं करते, वार्तालाप नहीं करते और विद्रोह को खड़ा करते हैं। इस प्रकार मानवता का छद्म रूप प्रकट होता है


प्रश्न 3. मानवता की सच्ची परख किन परिस्थितियों में होती है?

उत्तर –  विपरीत परिस्थितियों में


प्रश्न 4. “जागा सो पाया, सोया सो खोया” उक्ति का अर्थ (भाव) स्पष्ट करो।

उत्तर – वह मनुष्य जो सही समय पर जाग रहा होता है जब उसको कुछ प्राप्त होने वाला हो तो वह उसे प्राप्त कर लेता है लेकिन अगर उस समय वह सोता रहता है तो वह उस चीज को गवा देता है।


प्रश्न 5. आधुनिक युग में मानवता के लुप्त होने के कौन-कौन से प्रमुख कारण हैं?

उत्तर – आधुनिक युग में मानवता के लुप्त होने के प्रमुख कारण प्रान्तद्वेष, धर्मद्वेष, वर्णद्वेष और जातिद्वेष हैं।


प्रश्न 6. आपकी दृष्टि में सच्चे मानव में किन-किन गुणों का समावेश अनिवार्य है?

उत्तर – नैतिकता, आस्था, त्याग, कोमलता, नम्रता, तर्कसंगतता, शिष्टता और वफादारी आदि गुण सच्चे मानव में होने चाहिए।


प्रश्न 7. मानवता के विकास में आनुवंशिकता तथा परिवेश की क्या भूमिका है?

उत्तर – मानवता के विकास में आनुवंशिकता तथा परिवेश दोनों की ही महती भूमिका रहती है। व्यक्ति चाहे तो अपने विवेक के सहयोग से निरन्तर अभ्यास करता हुआ आनुवंशिक न्यूनताओं पर भी विजय पा सकता है तथा परिवेश से भी सारगर्भित तत्त्वों को ग्रहण कर सकता है।


प्रश्न 8. विपरीत परिस्थितियों में भी विभीषण ने अपनी ‘मानवता’ को किस प्रकार बचाया था ?

उत्तर – सतत सात्त्विक चिन्तन तथा अभ्यास के बल पर महापुरुषों का संसर्ग, उत्कृष्ट ग्रन्थों का अध्ययन-श्रवण, अर्चन -पूजन, चिन्तन-मनन आदि से राक्षस कुल में जन्म लेकर तथा राक्षसी परिवेश से घिरे रहकर भी विभीषण अपनी ‘मानवता’ को बचा सके थे


प्रश्न 9. प्रकृति अपने किन कार्यों द्वारा परोपकार हेतु प्रेरित करती है?

उत्तर – प्रकृति सभी के जीवन में बहुत सारे सुख और दुख लेकर आती है। दुखों के समय अपनी मदद के साथ दूसरों की भी मदद करने की प्रवृत्ति परोपकार हेतु प्रेरित करती है।


प्रश्न 10. पौराणिक इतिहास से किन्हीं दो महापुरुषों के मानवता के पोषक कार्यों का वर्णन करो।

उत्तर

  1. व्यापक हित के लिए भगवान शंकर का विषपान करना
  2. अपने चुम्बकीय व्यक्तित्व से महात्मा बुद्ध द्वारा डाकू अंगुलिमाल को सदाचारी बना देना

प्रश्न 11. राष्ट्र-निर्माण में मानवता कितनी सहायक है, उदाहरण सहित बताओ।

उत्तर – राष्ट्र निर्माण के लिए मानवता बहुत अधिक मददगार सिद्ध होती है। राष्ट्र निर्माण के दौरान सभी एक दूसरे की मदद करते हैं और अच्छे जीवन की कामना करते हैं। सभी एक दूसरे के साथ मिलकर रहते हैं यही प्रवृत्ति मानवता होती है जो राष्ट्र निर्माण में सहायता करती है।


प्रश्न 12. विभिन्न धर्म ग्रन्थों में कहे गए मानवता सम्बन्धी कथनों का संकलन करो।

उत्तर – छात्र स्वयं करें।


Leave a Comment

error: