HBSE Class 10 नैतिक शिक्षा Chapter 4 प्रेरक प्रसंग Question Answer Solution

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HBSE Class 10 Naitik Siksha Chapter 4 प्रेरक प्रसंग / prerak prashang Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 10th Book Solution.

प्रेरक प्रसंग Class 10 Naitik Siksha Chapter 4 Question Answer


प्रश्न 1. अर्जुन किन गुणों के बल पर श्रेष्ठ धनुर्धारी बने?

उत्तर – अर्जुन का गुरु के प्रति आदर भाव, अनुशासन, धैर्य, लक्ष्य निर्धारित करना आदि गुणों के बल पर श्रेष्ठ धनुर्धारी बने।


प्रश्न 2. एकलव्य की कौन-सी विशेषताएँ आपको अच्छी लगीं और क्यों?

उत्तर – मुझे एकलव्य की लगातार प्रयास करने की विशेषता सबसे अच्छी लगी क्योंकि उसके लगातार अभ्यास की वजह से ही वह बेहतरीन धनुर्धारी बन पाया।


प्रश्न 3. आप अर्जुन व एकलव्य में से क्या बनना पसन्द करेंगे और क्यों?

उत्तर – मैं अर्जुन व एकलव्य में से एकलव्य बनना पसंद करूंगा क्योंकि यह हमें लगातार बिना किसी के सहारे के अभ्यास जारी रखने का साहस प्रदान करता है।


प्रश्न 4. सफलता प्राप्त करने के लिए किसकी आवश्यकता होती है?

उत्तर – लगातार परिश्रम की।


प्रश्न 5. एकलव्य ने किस प्रकार शिक्षा ग्रहण की ?

उत्तर – लगातार अभ्यास से।


प्रश्न 6. आदर्श शिष्य में किन गुणों का समावेश अनिवार्य है और क्यों?

उत्तर – गुरु के प्रति आदर भाव, अनुशासन, धैर्य, लक्ष्य निर्धारित करना आदि गुण आदर्श शिष्य के अंदर होने चाहिए।


प्रश्न 7. भगवान बुद्ध कहाँ जा रहे थे??

उत्तर – भगवान बुद्ध अपने अनुयायियों के साथ किसी गाँव में उपदेश देने जा रहे थे।


प्रश्न 8. एक से अधिक गड्ढों की संख्या से गड्ढे खोदने वाले की किस प्रवृत्ति का संकेत मिलता है?

उत्तर – धैर्यहीन प्रवृत्ति का।


प्रश्न 9. कार्य की सफलता में परिश्रम के साथ धैर्य क्यों ज़रूरी होता है?

उत्तर – लगातार अलग-अलग कार्य करने की वजह से हमें कहीं पर भी सफलता नहीं मिलती है इसी वजह से कार्य की सफलता में परिश्रम के साथ धैर्य जरूरी होता है।


प्रश्न 10. अध्यापक बच्चों से उनके जीवन उद्देश्य पर सामूहिक चर्चा कराएँ ।

उत्तर – छात्र कक्षा में अध्यापक की सहायता से चर्चा करें।


प्रश्न 11. अपना कोई अनुभव बताओ, जिसमें आपने अपने बड़ों से सीख ली हो। उस सीख का आप पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर – छात्र कक्षा में अध्यापक की सहायता से चर्चा करें।


प्रश्न 12. आधुनिक युग में ‘गुरु द्रोण व अर्जुन’ जैसे गुरु-शिष्य के उदाहरण खोजिए।

उत्तर – छात्र कक्षा में अध्यापक की सहायता से चर्चा करें।


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