Class |
8 |
Subject |
संस्कृत |
Book |
NCERT |
NCERT Solution of Class 8th Sanskrit Ruchira / रुचिरा Chapter 10 नीतिनवनीतम् / neetinavneetam Word meaning / शब्दार्थ Solution.
नीतिनवनीतम् Class 8 Sanskrit Chapter 10 Word Meaning
- अभिवादनशीलस्य – ( दूसरों को ) प्रणाम करने वाले स्वभाव वाले व्यक्ति का।
- नित्यं – हमेशा।
- वृद्धोपसेविनः – बड़े बूढ़ों की सेवा करने वाले व्यक्ति के।
- चत्वारि – चार चीजें।
- तस्य – उसकी।
- वर्धन्ते – बढ़ते हैं।
- आयुर्विद्या – आयु और विद्या।
- यशो – यश।
- बलम् – बल।
- यं – जिस।
- मातापितरौ – माता और पिता।
- क्लेशं – कष्ट को।
- सहेते – सहते हैं।
- सम्भवे – जन्म के समय।
- नृणाम् – मनुष्यों के।
- न – नहीं।
- तस्य – उसका।
- निष्कृतिः – निस्तार।
- शक्या – जा सकता।
- कर्तुं – किया।
- वर्षशतैरपि – सौ वर्षों में भी।
- तयोर्नित्यं – उन दोनों का हमेशा ( माता-पिता का)।
- प्रियं – भला।
- कुर्यादाचार्यस्य – गुरु का करना चाहिए।
- च – और।
- सर्वदा – हमेशा।
- तेष्वेव – उनमें ही।
- त्रिषु – तीनों में।
- तुष्टेषु – संतुष्ट होने पर।
- तपः – तपस्याएं।
- सर्वं – सभी।
- समाप्यते – समाप्त हो जाती हैं।
- सर्वं – सब कुछ।
- परवशं – दूसरे के नियंत्रण में।
- दुःखं – दु:ख है।
- सर्वमात्मवशं – सब कुछ अपने वश में होना।
- सुखम् – सुख है।
- एतद्विद्यात्समासेन – यह संक्षिप्त रूप में जानना चाहिए।
- लक्षणं – लक्षण।
- सुखदुःखयोः – सुख और दुख का।
- यत्कर्म – जो कार्य।
- कुर्वतोऽस्य – करते हुए।
- स्यात्परितोषोऽन्तरात्मनः – अंतरात्मा की संतुष्टि हो।
- तत्प्रयत्नेन – वह कोशिश करके।
- कुर्वीत – करना चाहिए।
- विपरीतं – इसके विपरीत।
- तु – तो।
- वर्जयेत् – त्याग देना चाहिए।
- दृष्टिपूतं – दृष्टि से पवित्र / भली-भांति देखकर।
- न्यसेत्पादं – पैर रखना चाहिए।
- वस्त्रपूतं – वस्त्र से पवित्र / कपड़े से छानकर।
- जलं – जल।
- पिबेत् – पीना चाहिए।
- सत्यपूतां – सत्य से पवित्र।
- वदेद्वाचं – वाणी बोलनी चाहिए।
- मनः – मन से ।
- पूतं – पवित्र।
- समाचरेत् – आचरण करना चाहिए।
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