Class |
8 |
Subject |
संस्कृत |
Book |
NCERT |
NCERT Solution of Class 8th Sanskrit Ruchira / रुचिरा Chapter 4 सदैव पुरतो निधेहि चरणम् / sadaiv purto nidhehi charanam Word meaning / शब्दार्थ Solution.
सदैव पुरतो निधेहि चरणम् Class 8 Sanskrit Chapter 4 Word Meaning
- चल – चलो।
- पुरतो – आगे।
- निधेहि – बढ़ाओ।
- चरणम् – कदम।
- सदैव – हमेशा।
- गिरिशिखरे – पर्वत शिखर पर।
- ननु – निश्चित रूप से।
- निजनिकेतनम् – अपना घर।
- विनैव – बिना।
- यानं – यान के / जहाज के।
- नगारोहणम् – पर्वतों पर चढ़ना है।
- बलं – बल।
- स्वकीयं – अपना।
- भवति – होता है । साधनम् – साधन।
- पथि – रास्ते में।
- पाषाणाः – पत्थर।
- विषमाः- टेढ़े-मेढ़े।
- प्रखराः – नुकीले।
- हिंस्राः – हिंसक।
- पशवः – जानवर।
- परितो – चारों ओर।
- घोराः – भयंकर।
- सुदुष्करं – अत्यधिक कठिन।
- खलु – निश्चित रूप से।
- यद्यपि – हालांकि।
- गमनम् – यात्रा।
- जहीहि – छोड़ दो।
- भीतिं – डर को।
- भज-भज – जपना ।
- शक्तिम् – शक्ति को।
- विधेहि – रखो।
- राष्ट्रे – राष्ट्र में।
- तथाऽनुरक्तिम् – प्रेम को।
- कुरु – करो।
- सततं – हमेशा।
- ध्येय – लक्ष्य का।
- स्मरणम् – स्मरण।
Related