सुमित्रानंदन पंत जीवन परिचय Class 9 Hindi Chapter 11 ग्राम श्री- क्षितिज भाग 1 NCERT

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ग्राम श्री (सुमित्रानंदन पंत) Jivan Parichay Class 9 Hindi Chapter 11 NCERT


सुमित्रानंदन पंत जीवन परिचय Class 9

जीवन परिचय – सुमित्रानंदन पंत का जन्म उत्तरांचल के अल्मोड़ा जिले के कौसानी गाँव में सन् 1900 में हुआ। उनकी शिक्षा बनारस और इलाहाबाद में हुई। आज़ादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के आह्वान पर उन्होंने कालेज छोड़ दिया। छायावादी कविता के प्रमुख स्तंभ रहे सुमित्रानंदन पंत का काव्य- क्षितिज 1916 से 1977 तक फैला है। सन् 1977 में उनका देहावसान हो गया।

साहित्यिक रचनाएं – वीणा, ग्रंथि, गुंजन, ग्राम्या, पल्लव, युगांत, स्वर्ण किरण, स्वर्णधूलि, कला और बूढ़ा चाँद, लोकायतन, चिदंबरा आदि उनकी प्रमुख काव्य-कृतियाँ हैं।

साहित्यिक विशेषताएं – वे अपनी जीवन दृष्टि के विभिन्न चरणों में छायावाद, प्रगतिवाद एवं अरविंद दर्शन से प्रभावित हुए। पंत जी की प्रारंभिक कविताओं में प्रकृति चित्रण को विशेष महत्त्व दिया गया था। इन्होंने प्रकृति को नारी रूप में चित्रित किया था। ये प्रगतिवादी कविता से प्रभावित हो कर रूढ़ियों को समाज से मिटा देने के लिए तैयार हो गए थे।

भाषा शैली – पंत की भाषा का प्रयोग करने में आती निपुण थे। उन्होंने आधुनिक हिंदी कविता को एक नवीन अभिव्यंजना पद्धति एवं काव्यभाषा से समृद्ध किया। भावों की अभिव्यक्ति के लिए सटीक शब्दों के चयन के कारण उन्हें शब्द शिल्पी कवि कहा जाता है।


 

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