Class 10 इतिहास BSEH Solution for chapter 3 विश्व के प्रमुख दर्शन Important Question Answer for Haryana board. CCL Chapter Provide Class 1th to 13th all Subjects Solution With Notes, Question Answer, Summary and Important Questions. Class 10 History mcq, summary, Important Question Answer, Textual Question Answer in hindi are available of भारत एवं विश्व Book for HBSE.
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HBSE Class 10 इतिहास / History in hindi विश्व के प्रमुख दर्शन / Vishwa ke pramukh darshan Important Question Answer for Haryana Board of chapter 3 in Bharat avam vishwa Solution.
विश्व के प्रमुख दर्शन Class 10 इतिहास Chapter 3 Important Question Answer
प्रश्न 1. वैदिक दर्शन में मनुष्य जीवन को उन्नत बनाने वाले चार पुरुषार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर – वैदिक दर्शन के चार पुरुषार्थ निम्नलिखित हैं:-
- धर्म
- अर्थ
- काम
- मोक्ष
प्रश्न 2. वैदिक दर्शन के चार महत्वपूर्ण स्रोतों के नाम लिखिए।
उत्तर – वैदिक दर्शन के चार महत्वपूर्ण स्त्रोत निम्नलिखित हैं-
- वेद
- ब्राह्मण ग्रंथ
- आरण्यक
- उपनिषद
प्रश्न 3. जैन दर्शन के पांच महाव्रतों के नाम लिखें। ( HBSE 2022 )
उत्तर – जैन दर्शन के पांच महाव्रत निम्नलिखित है –
- अहिंसा
- अमृषा
- अस्तेय
- अपरिग्रह
- ब्रह्मचर्य
प्रश्न 4. गौतम बुद्ध के जीवन की चार महत्वपूर्ण घटनाओं के नाम बताओ।
उत्तर – गौतम बुद्ध के जीवन की चार महत्वपूर्ण घटनाएं निम्नलिखित हैं-
- महाभिनिष्क्रमण
- सम्बोधि
- धर्म-चक्र प्रवर्तन
- महापरिनिर्वाण
प्रश्न 5. सभी दर्शनों का अंतिम लक्ष्य क्या है?
उत्तर – सभी दर्शनों का एक ही लक्ष्य है और वह है दु:खों के मूल कारण से मनुष्य को मुक्ति दिला कर उसे मोक्ष की प्राप्ति करवाना।
प्रश्न 6. ‘गायत्री महामंत्र’ किस वेद से संबंधित है?
उत्तर – ऋग्वेद से।
प्रश्न 7. विश्व के चार दर्शनों के नाम लिखो
उत्तर – विश्व के चार दर्शनों के नाम निम्नलिखित है।
- वैदिक दर्शन
- जैन दर्शन
- बौद्ध दर्शन
- पारसी दर्शन
प्रश्न 8. गौतम बुद्ध के द्वारा बताए गए अष्टमार्ग का वर्णन करो।
उत्तर – गौतम बुध के अष्टमार्ग का वर्णन निम्नलिखित हैं-
- सम्यक् दृष्टि : सत्य-असत्य, पाप-पुण्य आदि में भेद करने से ही चार आर्य सत्यों में विश्वास पैदा होता है।
- सम्यक् संकल्प : तृष्णा से दूर रहने, मानसिक व नैतिक विकास का संकल्प लेना।
- सम्यक् वाणी : हमेशा सत्य और मीठी वाणी बोलना।
- सम्यक् कर्म : हमेशा सच्चे और अच्छे कर्म करना।
- सम्यक् जीविका : अपनी आजीविका के लिए पवित्र तरीके अपनाना।
- सम्यक् प्रयास : अपने को अच्छा बनाने का प्रयास करना तथा शरीर को अच्छे कार्य में लगाने के लिए उचित परिश्रम करना।
- सम्यक् स्मृति : अपनी गलतियों को हमेशा याद रखकर विवेक और सावधानी से कर्म करने का प्रयास करना।
- सम्यक् समाधि : मन को एकाग्र करने के लिए ध्यान लगाना।
प्रश्न 9 . वेद क्या है? यह कितने प्रकार के होते हैं? विस्तार से वर्णन करें।
उत्तर – वेद संसार का प्राचीनतम, प्रमाणिक, पवित्र एवं दार्शनिक साहित्य हैं। भारतीय मान्यता के अनुसार वेद शाश्वत हैं और वेद ईश्वर की वाणी हैं। वेद चार है—
- ऋग्वेद – यह सबसे प्राचीन वेद है जिसमें देवताओं के आह्वान करने के मंत्र हैं। इसमें 10 मंडल एवं 10552 मंत्र है।
- यजुर्वेद – इस वेद में कर्म की प्रधानता है। इसमें 40 अध्याय एवं 1975 मंत्र हैं जिनमें अधिकतर यज्ञ के मंत्र हैं।
- सामवेद – यह वेद भारतीय संस्कृति का मूल है। इसमें ऋग्वेद के मंत्रों का संगीतमय आरोप है तथा देवताओं की पूजा के मंत्र शामिल है।
- अथर्ववेद – यह वेद जन सामान्य से जुड़ी समस्याओं के समाधान तथा जीवन व समाज के नियमों का संकलन है। यह वेद ब्रह्म ज्ञान का उपदेश देता है व मोक्ष का उपाय भी बताता है। इसमें गणित, विज्ञान, आयुर्वेद, समाजशास्त्र, कृषि विज्ञान, चिकित्सा विधि एवं रोगों से संबंधित ज्ञान भी शामिल है।
प्रश्न 10 . हीनयान और महायान का वर्णन कीजिए।
उत्तर – द्वितीय बौद्ध संगीति के बाद बौद्ध दर्शन दो भागों में विभाजित हो गया था। हीनयान एवं महायान। हीनयान गौतम बुद्ध के द्वारा बनाए गए नियमों में कोई परिवर्तन नहीं चाहते थे जबकि महायान समय के साथ गौतम बुद्ध के बनाए नियमों में बदलाव चाहते थे।
प्रश्न 11 . चीन के ताओ धर्म की पुस्तक का क्या नाम था ? ( HBSE 2022 )
उत्तर – ताओ-ते-चिंग
प्रश्न 12 . जिन शब्द से क्या अभिप्राय है ? ( HBSE 2022 )
उत्तर – जिन का अर्थ है ‘जीतना’ अर्थात इंद्रियों को जीतने वाला।
प्रश्न 13 . जैन धर्म की महत्वपूर्ण शिक्षाओं को संक्षप में लिखिए। ( HBSE 2022 )
उत्तर – जैन धर्म की प्रमुख शिक्षाएं –
- अहिंसा – मन, कर्म, वचन से किसी के प्रति हिंसा की भावना ना रखना वास्तविक अहिंसा है।
- अमृषा – प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्येक परिस्थिति में सत्य ही बोलना चाहिए।
- अस्तेय – बिना अनुमति किसी दूसरे व्यक्ति की कोई वस्तु नहीं लेनी चाहिए और ना ही उसकी इच्छा करनी चाहिए।
- अपरिग्रह – आवश्यकता से अधिक वस्तुओं का संग्रह नहीं करना चाहिए
- ब्रह्मचर्य – मोह-वासना से दूर रहकर ज्ञान व शक्ति प्राप्त करना तथा जरूरत से ज्यादा किसी वस्तु का प्रयोग न करना तथा इंद्रियों पर संयम रखना ब्रह्मचर्य है।
प्रश्न 14 . बौद्ध धर्म के उदय के क्या कारण थे ? इस धर्म की प्रमुख शिक्षाओं पर प्रकाश डालिए। ( HBSE 2022 )
उत्तर – छठी शताब्दी ई.पू. गौतम बुद्ध का जन्म हुआ, उन्होंने रुढ़िवादीवादिता तथा सामाजिक जटिलता के विरुद्ध आवाज उठाई ओर बोद्ध दर्शन की स्थापना की।
बौद्ध धर्म की प्रमुख शिक्षाएं –
- सत्य-असत्य, पाप-पुण्य आदि में भेद करने से ही चार आर्य सत्यों में विश्वास पैदा होता है।
- तृष्णा से दूर रहने, मानसिक व नैतिक विकास का संकल्प लेना।
- हमेशा सत्य और मीठी वाणी बोलना।
- हमेशा सच्चे और अच्छे कर्म करना।
- अपनी आजीविका के लिए पवित्र तरीके अपनाना।
- अपने को अच्छा बनाने का प्रयास करना तथा शरीर को अच्छे कार्य में लगाने के लिए उचित परिश्रम करना।
- अपनी गलतियों को हमेशा याद रखकर विवेक और सावधानी से कर्म करने का प्रयास करना।
- मन को एकाग्र करने के लिए ध्यान लगाना।
प्रश्न 15 . धर्म के कितने लक्षण बताए गए? ( HBSE 2022 )
उत्तर – 10 लक्षण
प्रश्न 16 . कंफ्यूशियस ने कितने वर्ष की आयु में सरकारी नौकरी की? ( HBSE 2022 )
उत्तर – 17 वर्ष
प्रश्न 17. जैन धर्म की उत्पत्ति कैसे हुई। जैन दर्शन व बौद्ध दर्शन में क्या क्या समानताएं हैं। ( HBSE 2023 )
उत्तर – जैन धर्म की उत्पत्ति जैन दर्शन के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव द्वारा की गई।
जैन दर्शन व बौद्ध दर्शन में समानताएं :-
- दोनों ही धर्मों ने वैदिक कर्मकांडों तथा वेदों की अपौरुषेयता का विरोध किया।
- अहिंसा तथा सदाचार पर दोनों ही धर्मों ने बल दिया।
- कर्मवाद, पुनर्जन्म तथा मोक्ष दोनों ही धर्मों में शामिल थे।
- दोनों धर्मों में प्रचार-प्रसार के लिये भिक्षु संघों की स्थापना पर बल दिया गया।
प्रश्न 18. जैन धर्म व बौद्ध धर्म में अंतर स्पष्ट कीजिए। ( HBSE 2023 )
उत्तर –
-
- जैन धर्म सिखाता है कि ब्रह्मांड शाश्वत है और आत्मा अमर है। बौद्ध धर्म सिखाता है कि कोई आत्मा नहीं है और ब्रह्मांड शाश्वत नहीं है।
- जैन कर्म, कारण और प्रभाव के नियम में विश्वास करते हैं। बौद्ध कर्म में विश्वास नहीं करते।
- जैन धर्म शांति और अहिंसा का धर्म है। बौद्ध धर्म भी शांति का धर्म है, लेकिन श्रीलंका और म्यांमार में कुछ बौद्ध हिंसा में शामिल होने के लिए जाने जाते हैं।
- जैन सख्त शाकाहारी हैं और उपवास में विश्वास करते हैं। बौद्धों को शाकाहारी होना आवश्यक नहीं है, लेकिन कई लोगों को शाकाहारी होना आवश्यक है।
प्रश्न 19. महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम ……… था। ( HBSE 2023 )
उत्तर – सिद्धार्थ
प्रश्न 20. सभी दर्शनों का अंतिम लक्ष्य मानव जीवन को ….……. बनाना है। ( HBSE 2023 )
उत्तर – आध्यात्मिक एवं श्रेष्ठ