Class | 8 |
Subject | संस्कृत |
Book | NCERT |
NCERT Solution of Class 8th Sanskrit Ruchira / रुचिरा Chapter 6 गृहं शून्यं सुतां विना / Griham Sunyam Sutam vina Word meaning / शब्दार्थ Solution.
गृहं शून्यं सुतां विना Class 8 Sanskrit Chapter 6 Word Meaning
- ग्रीष्मावकाशे – गर्मियों की छुट्टियों में।
- पितृगृहम् – पिता के घर।
- आगच्छति – आती है।
- सर्वे – सभी।
- प्रसन्नमनसा – खुश होकर।
- तस्याः – उसका।
- स्वागतं – स्वागत।
- कुर्वन्ति – करते हैं।
- परं – परंतु।
- तस्याः – उसकी।
- भ्रातृजाया – भाभी।
- उदासीना – उदास।
- इव – सी।
- दृश्यते – दिखती है।
- भ्रातृजाये – हे भाभी।
- चिन्तिता – चिंतित।
- प्रतीयसे – दिखाई दे रही हों।
- सर्वं – सब।
- कुशलं – ठीक।
- खलु – तो है।
- आम् – हां।
- कुशलिनी – ठीक हूं।
- अहम् – मैं।
- त्वदर्थं – तुम्हारे लिए।
- किम् – क्या।
- आनयानि – लाऊं।
- शीतलपेयं – ठंडा पेय पदार्थ।
- चायं – चाय।
- वा – या।
- अधुना – अभी।
- तु – तो।
- किमपि – कुछ भी।
- न – नहीं।
- वाञ्छामि – चाहती हूं।
- रात्रौ – रात्रि में।
- सर्वैः – सबके।
- सह – साथ।
- भोजनमेव – भोजन ही।
- करिष्यामि – करूंगी।
- भोजनकालेऽपि – भोजन के समय।
- मालायाः – माला की।
- मनोदशा – स्थिति।
- स्वस्था – स्वस्थ।
- प्रतीयते – प्रतीत होना।
- परं – परंतु।
- सा – उसने।
- मुखेन – मुख से।
- किमपि – कुछ भी।
- नोक्तवती – नहीं कहा।
- भगिनि – बहन।
- दिष्ट्या – भाग्य से।
- त्वं – तुम।
- समागता – आई हो।
- अद्य – आज।
- मम – मेरा।
- कार्यालये – कार्यालय में।
- एका – एक।
- महत्त्वपूर्णा – महत्वपूर्ण।
- गोष्ठी – मीटिंग।
- सहसैव – अचानक ही।
- निश्चिता – निश्चित हुई है।
- अद्यैव – आज ही।
- मालाया: – माला की।
- चिकित्सिकया – महिला चिकित्सक।
- सह – साथ।
- मेलनस्य – मिलने का।
- समयः – समय।
- निर्धारितः – निर्धारित हुआ।
- त्वं – तुम।
- मालया – माला के।
- सह – साथ।
- चिकित्सिकां – चिकित्सक के।
- प्रति – पास।
- गच्छ – जाओ।
- तस्याः – उसकी।
- परामर्शानुसारं – सलाह के अनुसार।
- यद्विधेयं – जो करने योग्य हो।
- तद् – वह।
- सम्पादय – कीजिए।
- किमभवत् – क्या हुआ।
- भ्रातृजायायाः – भाभी का।
- स्वास्थ्यं – स्वास्थ्य।
- समीचीनं – ठीक।
- नास्ति – नहीं है।
- अहं – मैं।
- तु – तो।
- ह्यः – (बीता हुआ) कल।
- प्रभृति – से।
- पश्यामि – देख रही हूं।
- सा – वह।
- स्वस्था – स्वस्थ।
- प्रतिभाति – दिखाई दे रही है।
- इति – ऐसा।
- प्रतीयते – लग रहा।
- स्म – है।
- चिन्तायाः – चिंता की।
- विषयः – बात।
- नास्ति – नहीं है।
- त्वं – तुम।
- मालया – माला के।
- सह – साथ।
- गच्छ – जाओ।
- मार्गे – रास्ते में।
- सा – वह।
- सर्वं – सब कुछ।
- ज्ञापयिष्यति – बता देगी।
- गच्छन्त्यौ – जाती हुई।
- वार्ता – बातचीत।
- कुरुतः – करती है।
- का – क्या।
- समस्याऽस्ति – समस्या है।
- मासत्रयस्य – 3 महीने के।
- गर्भं – गर्भ।
- स्वकुक्षौ – अपनी कोख में।
- धारयामि – धारण किए हुए हूं।
- तव – तुम्हारे।
- भ्रातुः – भाई।
- आग्रहः – जीद।
- लिङ्गपरीक्षणं – लिंग परीक्षण।
- कारयेयं – करवाऊं।
- कुक्षौ – कोख में।
- कन्याऽस्ति – लड़की हो।
- चेत् – तो।
- गर्भं – गर्भ को।
- पातयेयम् – गिराऊ।
- अतीव – बहुत।
- उद्विग्नाऽस्मि – परेशान हूं।
- परं – परंतु।
- वार्तामेव – बात ही।
- शृृणोति – सुन रहा।
- भ्राता – भाई।
- एवं – ऐसा।
- चिन्तयितुमपि – सोच भी।
- कथं – कैसे।
- प्रभवति – सकते हैं।
- शिशुः – यदि बच्चा।
- कन्याऽस्ति – कन्या है।
- चेत् – तो।
- वधार्हा – वध के योग्य हैं।
- जघन्यं – बहुत बुरा है।
- कृत्यमिदम् – यह कार्य तो।
- विरोधं – विरोध।
- कृतवती – क्या।
- सः – वह।
- तव – तुम्हारे।
- शरीरे – शरीर में।
- स्थितस्य – स्थित।
- शिशो: – बच्चे की।
- वधार्थं – हत्या के लिए।
- चिन्तयति – सोच रहा है।
- तूष्णीम् – तुम।
- तिष्ठसि – चुप हो।
- अधुनैव – अभी।
- गृहं – घर।
- चल – चलो।
- नास्ति – नहीं है।
- आवश्यकता – जरूरत।
- लिङ्गपरीक्षणस्य – लिंग परीक्षण की।
- यदा – जब।
- गृहम् – घर।
- आगमिष्यति – आएंगे।
- वार्तां – बातचीत।
- करिष्ये – करूंगी।
- सन्ध्याकाले – शाम के समय।
- आगच्छति – आया।
- हस्तपादादिकं – हाथ पैर आदि।
- प्रक्षाल्य – धोकर।
- वस्त्राणि – कपड़े।
- च – और।
- परिवर्त्य – बदल कर।
- पूजागृहं – पूजा घर में।
- गत्वा – जाकर।
- दीपं – दीपक / दीया।
- प्रज्वालयति – जलाता है।
- भवानीस्तुतिं – देवी की पूजा।
- चापि – और।
- करोति – करता है।
- तदनन्तरं – उसके बाद।
- चायपानार्थम् – चाय नाश्ते के लिए।
- सर्वेऽपि – सभी।
- एकत्रिता: – इकट्ठे होते हैं।
- गतवती – गई थी।
- आसी: – थी।
- किम् – क्या।
- अकथयत् – कहा।
- सा – उसने।
- मौनमेवाश्रयति – चुप ही रहती है।
- तदैव – तभी।
- क्रीडन्ती – खेलती हुई।
- त्रिवर्षीया – तीन वर्ष की।
- पुत्री – बेटी।
- अम्बिका – अम्बिका।
- पितुः – पिता की।
- क्रोडे – गोद में।
- उपविशति – बैठती है।
- तस्मात् – उससे।
- चाकलेहं – चॉकलेट।
- च – और।
- याचते – मांगती है।
- राकेश: – राकेश।
- अम्बिकां – अम्बिका को।
- लालयति – लाड प्यार करता है।
- चाकलेहं – चॉकलेट।
- प्रदाय – देकर।
- तां – उसे।
- क्रोडात् – गौद से।
- अवतारयति – उतारता है।
- पुनः – दोबारा।
- मालां – माला की।
- प्रति – तरफ।
- प्रश्नवाचिका – पूछने की।
- दृष्टिं – नजर।
- क्षिपति – डालता है।
- एतत् – यह।
- सर्व – सब।
- दृष्ट्वा – देखकर।
- उत्तरं – उत्तर।
- ददाति – देती है।
- भ्रातः- भाई।
- त्वं – तुम।
- किं – क्या।
- ज्ञातुमिच्छसि – जानना चाहते हो।
- तस्याः – उसकी।
- कुक्षि – कोख में।
- पुत्रः – बेटा।
- अस्ति – है।
- पुत्री- बेटी।
- वा – या।
- किमर्थम् – क्यों।
- षण्मासानन्तरं – 6 महीने बाद।
- सर्वं – सब।
- स्पष्टं – स्पष्ट।
- भविष्यति – हो जाएगा।
- समयात् – समय से।
- पूर्वं – पहले।
- किमर्थम् – क्यों।
- अयम् आयासः – यह प्रयास।
- त्वं – तुम।
- तु – तो।
- जानासि – जानती हो।
- एव – ही।
- अस्माकं – हमारे।
- गृहे – घर में।
- अम्बिका – अम्बिका।
- पुत्रीरूपेण – पुत्री के रूप में।
- अस्त्येव – है ही।
- अधुना – अब।
- एकस्य – एक।
- पुत्रस्य – बेटे की।
- आवश्यकताऽस्ति – आवश्यकता है।
- तर्हि – तो।
- कुक्षि – कोख में।
- चेत् हन्तव्या – तो मार दी जाए।
- तीव्रस्वरेण – ऊंची आवाज में।
- हत्यायाः – हत्या का।
- पापं – पाप।
- कर्तुं – करने के लिए।
- प्रवृत्तोऽसि – तैयार हो।
- त्वम् – तुम।
- किमस्ति – क्या है।
- निर्घृणं – घृणा के योग्य।
- कृत्यमिदम् – यह कार्य।
- सर्वथा – बिल्कुल।
- विस्मृतवान् – भूल गए।
- अस्माकं – हमारे।
- जनकः – पिता ने।
- कदापि – कभी भी।
- पुत्रीपुत्रयोः – बेटी और बेटे में।
- विभेदं – भेदभाव।
- कृतवान् – किया।
- सः – वह।
- सर्वदैव – हमेशा।
- मनुस्मृतेः – मनुस्मृति नामक ग्रंथ की।
- पंक्तिमिमाम् – इस पंक्ति का।
- उद्धरति स्म – उदाहरण देते थे।
- आत्मा – आत्मा।
- वै – ही।
- जायते – जन्म लेती है।
- पुत्रः – पुत्र रूप में।
- पुत्रेण – पुत्र के।
- दुहिता – बेटी।
- समा – समान।
- त्वमपि – तुम भी।
- सायं प्रातः – सुबह शाम।
- देवीस्तुतिं – देवी की पूजा।
- करोषि – करते हो।
- किमर्थं – क्यों।
- सृष्टे: – संसार को।
- उत्पादिन्याः – उत्पन्न करने वाली।
- शक्त्याः – शक्ति का।
- तिरस्कारं – अपमान।
- करोषि – करते हो।
- तव – तुम्हारे।
- मनसि – मन में।
- इयती – इतनी।
- कुत्सिता – बुरी।
- वृत्तिः – सोच।
- आगता – आ गई।
- इदं – इधर।
- चिन्तयित्वैव – सोच कर ही।
- अहं – मैं।
- कुण्ठिताऽस्मि – परेशान हूं।
- तव – तुम्हारी।
- शिक्षा – पढ़ाई।
- वृथा – बेकार है।
- भगिनि – बहन।
- विरम – रुको।
- अहं – मैं।
- स्वापराधं – अपनी गलती।
- स्वीकरोमि – स्वीकार करता हूं।
- लज्जितश्चास्मि – लज्जित भी हूं।
- अद्यप्रभृति – आज से।
- कदापि – कभी भी।
- गर्हितमिदं – यह निंदा के योग्य।
- कार्यं – कार्य।
- स्वप्नेऽपि – सपने में भी।
- चिन्तयिष्यामि – सोचूंगा।
- यथैव – जैसे।
- मम – मेरे।
- हृदयस्य – ह्रदय के।
- सम्पूर्णस्नेहस्य – पूरे स्नेह की।
- अधिकारिणी – अधिकारिणी।
- अस्ति – है।
- तथैव – वैसे ही।
- आगन्ता – आने वाला।
- शिशुः – बच्चा।
- अपि – भी।
- स्नेहाधिकारी – स्नेह का अधिकारी।
- भविष्यति – होगा।
- पुत्रः – बेटा।
- भवतु – हो।
- पुत्री – बेटी।
- वा – या।
- स्वगर्हितचिन्तनं – निंदनीय सोच के।
- प्रति – प्रति।
- पश्चात्तापमग्नः – पछता रहा हूं।
- कथं – कैसे।
- विस्मृतवान् – बोल गया।
- यत्र – जहां।
- नार्यस्तु – नारियां।
- पूज्यन्ते – पूजी जाती है।
- रमन्ते – रहते हैं।
- तत्र – वहां।
- देवताः – देवता।
- यत्रैताः – जहां ये।
- पूज्यन्ते – पूजी जाती हैं।
- सर्वास्तत्राफलाः – सभी भवानी सफल होते हैं।
- क्रिया: – कार्य।
- अथवा – या।
- पितुर्दशगुणा – पिता से दस गुना अधिक।
- मातेति – माता।
- त्वया – तुम्हारे द्वारा।
- सन्मार्ग – सही रास्ता।
- प्रदर्शितः – दिखाया गया है।
- कनिष्ठाऽपि – छोटी होते हुए भी।
- त्वं – तुम।
- मम – मेरी।
- गुरुरसि – गुरु हो।
- अलं – अब।
- पश्चात्तापेन – पछतावा बंद करो।
- तव – तुम्हारे।
- मनसः – मन का।
- अन्धकार: – अंधकार।
- अपगतः- दूर हो गया।
- प्रसन्नतायाः – यह प्रसन्नता का।
- विषयोऽयम् – विषय है।
- भ्रातृजाये – हे भाभी।
- आगच्छ – आओ।
- सर्वां – सारी।
- चिन्तां – चिंता।
- त्यज – त्याग कर।
- आगन्तुः – आने वाले।
- शिशोः – बच्चे के।
- स्वागताय – स्वागत के लिए।
- सन्नद्धा – तैयार।
- भव – हो जाओ।
- त्वमपि – तुम भी।
- प्रतिज्ञां – प्रतिज्ञा।
- कुरु – करो।
- कन्यायाः – कन्या की।
- रक्षणे- रक्षा करने में।
- तस्याः – और उसे।
- पाठने – पढ़ाने में।
- दत्तचित्तः – दृढ़।
- स्थास्यसि – रहोगे।
- रक्ष – बचाओ।
- पाठय – पढ़ाओ।
- इतिसर्वकारस्य – यह सरकार की।
- घोषणेयं – घोषणा।
- तदैव – तभी।
- सार्थिका – सफल।
- भविष्यति – होगी।
- यदा – जब।
- वयं – हम।
- सर्वे – सभी।
- मिलित्वा – मिलकर।
- चिन्तनमिदं – इस सोच को।
- यथार्थरूपं – वास्तविक रूप में।
- करिष्यामः – करेंगे।
- या – जो।
- गार्गी – गार्गी।
- श्रुतचिन्तने – शास्त्र ज्ञान में।
- नृपनये – राजनीति में।
- पाञ्चालिका – द्रोपदी।
- विक्रमे – पराक्रम में।
- लक्ष्मी: – रानी लक्ष्मीबाई।
- शत्रुविदारणे – शत्रुओं का नाश करने में।
- गगनं विज्ञानाङ्गणे – अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में।
- कल्पना – कल्पना चावला।
- इन्द्रोद्योगपथे – इंदिरा नूई उद्योग में।
- खेलजगति – खेल जगत में।
- ख्याताभित: – सब और प्रसिद्ध।
- साइना – साइना नेहवाल।
- सेयं – यह।
- स्त्री – स्त्री।
- सकलासु – सभी।
- दिक्षु – दिशाओं में।
- सबला – बलशाली है।
- सर्वैः – सभी के द्वारा।
- सदोत्साह्यताम् – हमेशा इसे प्रोत्साहित करना चाहिए।
Also Read: – Class 8 Sanskrit रुचिरा NCERT Solution |
Also Read : – Class 8 Important Questions for Exams |